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गुमान था..

15 जनवरी 2022

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🌸🌿उसे कितना..गुमान था.. 🌸🌿
कितना गुमान था उसे अपनी खूबसूरती पर
कितना तो..गुमान था उसकों अपनी हीं..ख़ूबसूरती पर..
वो मेरी माँ से मिली.. वो एक दिन मेरी माँ से मिली..
और.... फिर.. वह पानी पानी हो गई..
नजरें उठाई मुस्काई..और चल दी..
और तीसरे दिन ख़ुद क़ी सुंदरता क़ी दुहाई देना भूल गई..
दूसरे दिन से.. क्यों नहीं.. क्योंकि वो उस दिन अबसाद में जो थी..😇
उस दिन से और ज्यादा सँवरने क़ी प्रक्रिया..उसनें छोड़ दी..
और सादगी.. में वह रह मेरी माँ क़ी नकल करने लगी..
और कुछ समय लगेगा.... शायद..
उसे मेरी माँ सी दिखने में.. शायद..🌺🤗🌺🤗🌺🤗🤗🌺🤗🌺🤗🌺🤗🌺🤗🌺🤗🌺🤗🌺🤗🌺🤗


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रचनाएँ
सपने उनके..
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आपके अपने हीं हैं वो, होतें हैं...जो देखते हैं सबसे सुंदर सबसे अलग, सबसे बेहतर सपने आपके लिये.. वो हो सकते आपके सबसे करीब आपके.. सबसे अपने.. आपके... ऐसे हीं सुन्दर सपने देखने बालों को देखे इस रचना में...
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सपने सुंदर..

15 जनवरी 2022
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✴️❇️✴️सपने ✴️❇️✴️🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃 कल तक थे.. जो उनके सपने.. आज वो तो....अपने हैं सपने... बस उतर जाऊं... पूरे के पूरे.. उनके सपने पर.. बस हम कैसे भी खड़े.. ईश्वर शक्ति दें.. निभा जाऊं.. कु

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जाने क्यों..

15 जनवरी 2022
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💥💫💥🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿 जाने क्यों बेहोशी सी छाई हैं.. ऐसा क्या जो तुममें देख पाई हैं.. यें नशा मेरी सोलहवें सावन क़ी हैं.. या..किसी ने चुपके से भंग पिलाई हैं.. जाने यें क्या हुई, जो ऐसी नशा

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सपने माँ बाप के...

15 जनवरी 2022
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🍃🌺🍃🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿माँ बाप के सपने होतें सबसे अपने..वो हीं हो सकते जो सबसे सराहनीय सपने..आपके लिये देख सकते हैं वो हीं हैं बस अपने..ऐसे सपने उनके ख़ास होतें हैं..जो किसी और के नहीं ह

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सपने पूरे..

15 जनवरी 2022
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🌸🌿🌸🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃🌲🍃 कल तक थे.. जो उनके सपने.. आज वो तो....अपने हैं सपने... बस उतर जाऊं... पूरे के पूरे.. उनके सपने पर.. बस हम कैसे भी खड़े.. ईश्वर शक्ति दें.. निभा जाऊं.. कुछ भी कर के.

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गुमान था..

15 जनवरी 2022
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💥🌼💥🌸🌿उसे कितना..गुमान था.. 🌸🌿 कितना गुमान था उसे अपनी खूबसूरती पर कितना तो..गुमान था उसकों अपनी हीं..ख़ूबसूरती पर.. वो मेरी माँ से मिली.. वो एक दिन मेरी माँ से मिली.. और.... फिर.. वह पानी पानी ह

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