जोगिंदर की सारी रात बैचेनी से कटी ।एक तो ये सोच कि नये माहौल मे वो कैसे रमे गा।कैसे रहने की व्यवस्था होगी ।वो वहां शहर मे एडजेस्ट हो पायेगा या नही।दूसरा पिता जी की चिंता उसे भी पता था कि कुनबे वाले उस
जब बस में सफर कर रहा था...और ड्राइवर के बगल में खड़ा था...इतने में एक महिला ने ड्राइवर से बोला की "भैया" मुझे यहीं उतार दो...ड्राइवर ने उसे उतार दिया और फिर बस चलाते हुए मुझसे कहने लगा की दिनेश जी एक ब
सूडान गृहयुद्धभयंकर विभिषिकाओं से घिरते जा रहे देश।क्यों गृहयुद्ध की आग में भुन रहे देश।।आम आदमी की मुसीबत बढ़ा रहे हैं।निजी फ़ायदे के लिए शेर जंगल उजाड़ रहे हैं।।कभी सूडान,कभी बांग्लादेश गृहयुद्ध किय
अपने आप से बाहर निकलना है। तो पहले अपने अन्दर झाकना है।। कितने गृहयुद्ध चल रहे हैं। खुद ही खुद हम उबल रहे हैं।। नजदीक होते हुए भी फासला है। जाने कितना संगीन मामला है।। इस श
सूडान इस वक्त गृहयुद्ध की आग में जल रहा है. बिगड़ते हालातों के बीच बहुत से देश वहां फंसे अपने लोगों को निकालने की मुहिम शुरू कर चुके हैं।. इस बीच एक चौंकाने वाली खबर आई, जिसके मुताबिक रूस का वैगनर ग्र