20 जून 2022
जो युवा बिना अग्निवीर स्कीम को समझे-जाने आगजनी, तोड़-फोड़ पर उतारूं हो गए, क्या उन्हें सच में देश की और अपनी चिंता होगी? शायद नहीं , ऐसे युवा जो बिना किसी स्कीम या योजना को जाने-बिना कुछ लोगों के कहने पर गुमराह होते हैं, वे क्या सेना में भर्ती होकर देश सेवा करेंगे? उन्हें समझना चाहिए कि यह स्कीम कोई जबरिया तो हैं नहीं कि जिसे चाहे इस स्कीम के तहत भर्ती कर दिया जाय। यह तो स्वैच्छा पर निर्भर है। जब देश या समाज में दुनिया भर के अत्याचार, दुराचार, भ्रष्टाचार, चोरी-डकैती, लूटपाट जैसी घटनाओं को न्यूज़ चैनलों, समाचार पत्रों से लेकर तमाम इंटरनेट के माध्यमों से इन कथित नौजवानों को पता चलता है, तब क्या इनका क्रोध क्या घास चरने गया होता है?
21 जून 2022
बिल्कुल सही कथन है आपका ऐसी युवा जो शायद आतंक फैलाना ही अपना उद्देश्य मानते हैं। क्या जाएंगे ऐसे लोग सेना ने? सैनिक होने के लिए देश के प्रति जज्वा होना बहुत अधिक जरूरी है