9 जून 2022
बुधवार
समय 11:30 रात
मेरी प्यारी सहेली,
सखी कल तुमसे बात ही नहीं हो पाई। इसके लिए मैं तुमसे माफी चाहती हूं। कल का दिन बहुत ही व्यस्ततम रहा। गर्मियों की छुट्टियां तो पंख लगाए खत्म हो रही हैं। गर्मी है कि जाने का नाम ही नहीं लेती। ऐसे में अगर कोई कहे कि फ्रिज का पानी मत पियो तो सुना ही नहीं जा रहा। ठंडा पानी पीते ही सांस में सांस आ रही है।
मटकी का पानी भी बेजान हो चुका है। उसका कहना भी सही है गर्मी क्या मटकी को नहीं रखती? एक दिन गर्म पानी पीने के बाद जब मैंने मटकी से कहा तुम्हें पानी ठंडा रखने के लिए लाया गया है। लेकिन तुम गर्म और ज्यादा गर्म पानी पिला रही हो क्या बात है? वह हंसती हुई बोली आप ही लोगों को गर्मी लगती है? मुझे नहीं लगती गर्मी?
आज गंगा दशहरा है। आज के दिन की सभी को ढेर सारी शुभकामनाए। देवी मां गंगा का जन्म दिवस। गंगा दशहरा, देवी गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का जश्न पूरे देश में बहुत भव्यता और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
आज के दिन प्रयागराज/इलाहाबाद, गढ़मुक्तेश्वर, हरिद्वार, ऋषिकेश और वाराणसी में गंगा के घाटों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाते हैं। गंगा दशहरा निर्जला एकादशी से एक दिन पहले आता है।
मां गंगा भारत के पवित्र नदियों में से एक है। एक बहुत बड़े क्षेत्र की जलापूर्ति करने के साथ ही साथ भारत के लोगों में पवित्रता का प्रथम नाम मां गंगा ही है।
मेरे ससुराल में गंगा दशहरा अर्थात आज के दिन सत्तू का, आम, खरबूजा, केले और तरबूज के साथ मां के सामने भोग लगाया जाता है। आज के दिन पतंगबाजी भी खूब होती है। हमारे यहां कुछ दिनों से आसमान रंग-बिरंगे पतंगों से सजी हुई दिखाई दे रही हैं।
कल फिर से मिलने का वादा करने के साथ...
शुभ रात्रि