4 जून 2022
शनिवार
शाम 11:35 रात
मेरी प्यारी सखी,
एक-दो दिन से मुझे शब्द इन पर बाकी सहेलियों का लिखा लेख पढ़ने में असुविधा हो रही है। शायद नियमों में कुछ परिवर्तन किए गए हो पता ही नहीं चल पा रहा।
जब तक साथी लेखकों के लिखे लेख ना पढ़ो कुछ अच्छा नहीं लगता लेकिन स्क्रॉल करने पर नीचे अब प्रतिदिन दिए जाने वाले लेख दिखाई नहीं दे रहे।
आज के लिए इतना ही।
शुभ रात्रि