15 जून 2022
बुधवार
11:00 बजे रात
मेरी प्यारी सहेली,
आज का दिन मम्मी के पास ही गुजरा। वापस लौटने के नाम पर मम्मी पापा दोनों ही दुःखी हो गए।
यहां का मौसम बिल्कुल बढ़िया है, कहते ही मम्मी बोली शायद तेरे आने के कारण मौसम ने ठंड का रूप ले लिया है। वैसे गर्मी तो यहां भी बहुत है।
छोटे बच्चे सच भोले भंडारी ही होते हैं। उन्हें जरा सा कुछ भी हाथ में पकड़ आओ मसलन टॉफी, चॉकलेट कुछ भी तुरंत बच्चे उसी के हो लेते हैं। कितने मासूम होते हैं ना बच्चे? वही बड़ों को कितना कुछ दो लेकिन उनका मन ही नहीं भरता तभी तो बच्चे भगवान के रूप कहे जाते हैं। मासूम भी इतने कि कुछ मत पूछो।
हमारे पड़ोस में रहने वाली पूजा हमारे घर आई हुई थी बोली मौसी हमारे घर चलो। मेरे लाख पूछने पर भी कुछ नहीं बताया उसने। मैं उसके घर गई।
उसकी मम्मी का जन्मदिन था बोली मम्मी मौसी आपके जन्मदिन पर आई है क्या लाएगी आपके लिए? उसकी बात सुनकर मेरी हंसी छूट गई। पर मैंने ऐसा जताया जैसे मानो मुझे कुछ पता ही नहीं हो, मैंने उसकी बात सुनी ही नहीं। वह अपनी मां से कह रही थी मां बताओ ना आपके बर्थडे पर मौसी आपको क्या गिफ्ट देगी? उसकी मम्मी बोली बेटा गिफ्ट तो किसी से पूछ कर नहीं दिया जाता। हमेशा अपनी मर्जी से दिया जाता है। अगर दीदी मुझे कुछ गिफ्ट देंगी तो मुझे क्या पता वह क्या देंगी? इस पर वह बोली तो मम्मी आप ही बता दो ना आपको क्या चाहिए। बस इस बात को सुनकर मैं सोच रही थी कि सच में कितने नादान होते हैं बच्चें। अपने मन की बात यूं ही सहजता से कह जाते हैं।
बिटिया ने कह दिया था कॉफी बीट्स लेकर आना। पर यह ढूंढती रह गई नहीं मिला पहले तो मुझे ध्यान ही नहीं रहा मार्केट घूम कर आने के बाद ध्यान आया। फिर भी बहुत ढूंढा पर उसकी फरमाइश नहीं मिल पाई। उसे कॉफी बहुत पसंद है। उसका कहना है अलग-अलग ब्रांड के कॉफी का टेस्ट भी अलग अलग होता है।
पर उसके लिए पुदीने वाली नमकीन तो मैंने खरीदी ली है। शायद इस नमकीन को देखकर उसका मन कुछ बहल जाए।
दरअसल वो एग्जाम टाइम में कॉफी पीना पसंद करती है ताकि पढ़ते हुए उसे नींद ना आए। मेरे आते समय भी मुझे इतना बता दिया था पर मैं ही भुलक्कड़ भूल गई। अब यही सोच रही हूं कि कैसे बनाऊंगी उसे? देखते हैं कुछ और प्रलोभन देना होगा तो शायद मान जाए।
अभी के लिए इतना ही।
शुभ रात्रि