aअभी रविवार को हुए उपद्रवी प्रदशन मे बंगला देस की तख्ता पलट कर रख दिया है। हजारों छात्रों ने सारी हदों को पार करते हुए राजधानी ढाका में अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है। इसी कारण हालात को खराब होते देख प्रधानमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वो अपनी बहन के साथ भारत आ गई हैं। उनका विमान हिंडन एयरबेस पर उतरा जहां पर वह मंत्री आवास में विश्राम करेंगी। ढाका में छात्रों ने बंगबंधु मेमोरियल, इंद्रा गांधी कल्चर सेंटर में आग लगा दी। हिंदुओं के मंदिरों पर भी हमला किया गया। इन घटनाओं मे 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है। सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। राष्ट्र व्यापी कार्फू होने के बावजूद छात्र राजधानी ढाका पहुंच गए। छात्रों ने सरकारी भवनों पर हमले शुरू कर दिए। मुख्य न्याय धीश के आवास को भी नही छोड़ा। उपद्रवी को नियंत्रित करने के लिए सेना भी ढाका के सड़को पर उतरी लेकिन वह आगे बढ़ते छात्रों को नही रोक पाई। सेना प्रमुख ने सेक हसीना से देश छोड़कर जाने की सलाह दी।36 घंटो के इस आंदोलन पूरा खेल ही बदल दिया है। सेना प्रमुख ने सभी लोगों से शांति की अपील की। सेख हसीना का परिवार भारत में हैं। बांग्लादेश की स्तिथि को लेकर सरकार लगातार विचार कर रही हैं। पीएम ने सभी मंत्रियों के साथ मिलकर बैठक की। बांग्ला देश के हालात के कारण भारत पर क्या असर होगा इस पर चर्चा हुई। इस बैठक विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी को बांग्ला देश के हालात के बारे मे सभी को अवगत करवाया।