सूदखोरों ने एक गरीब परिवार को अपने जाल में फंसा कर नाक में दम कर दिया। पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। परिवार की बेबसी और मजबूरी ने आखिरकार न्याय के लिए डीएम साहब का दरवाजा खटखटाने पर मजबूर कर दिया।
सिकंदरा थानाक्षेत्र के मथुरापुर पंचायत अंतर्गत माधोपुर गांव का मामला। जहां पीड़ित रामधनी दास ने डीएम डॉ. कौशल किशोर और एसडीओ सुरेश प्रसाद से न्याय की गुहार लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। इधर पीड़ित के शिकायत के बाद कई पदाधिकारियों ने गांव पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू कर दी। जहां आरोपी फरार पाया गया।
ये है मामला
पीड़ित रामधनी दास की मानें तो 25 साल पहले उसने गांव के ही चंद्रिका दास से अपनी बेटी की शादी के लिए 40 किलो गेहूं और 40 किलो चावल कर्ज के तौर पर लिया था। आर्थिक तंगी की वजह से रामधनी दास समय पर उधार वापस नहीं कर पाए। रामधनी दास ने 2 साल बाद 80 किलो अनाज की कीमत 2000 रुपए दे दिए। लेकिन चंद्रिका दास ने 27000 रुपये की मांग करते हुए घर पर कब्ज़ा कर लिया। उसके बाद अनाज देने वाले चंद्रिका दास की मौत हो गई। जिसके बाद चंद्रिका दास के बेटे मुनिलाल दास और भतीजे जागो दास ने 25 साल से सूद पर सूद जोड़कर आज उस दो बोरी अनाज के बदले चार लाख अस्सी हजार रूपए की मांग करनी शुरू कर दी और जबरन जमीन लिखने का दबाव बनाने लगे।
पंचायत ने भी दिया था अजीबोगरीब फैसला
दो बोरी अनाज के बदले 4 लाख 80 हजार रूपया मांगे जाने पर पीड़ित रामधनी दास ने पंचायत से इसकी गुहार लगाई। तो पंचायत ने जो फैसला सुनाया वो भी अजीबोगरीब था उस दो बोरे अनाज के बदले रामधनी दास के जिस दो डिसमिल जमीन पर चंद्रिका दास कब्जा जमाए हुए था और जिसे रामधनी दास अपनाना चाहता था उसे पंचायत ने 25 हजार लेकर कर्ज वसूल करते हुए चंद्रिका दास के बेटे मुनीलाल दास के नाम जमीन की रजिस्ट्री कर देने की बात कही।
बहु ने कहा ससुर ने जमीन बेचकर दिया था पैसा
हालांकि इस मामले पर चंद्रिका दास की बहू क्रान्ति देवी ने कहा कि दो बोरी अनाज के बदले जमीन पर कब्जा करने का आरोप गलत है। उसके ससुर ने रामधनी दास को बेटी की शादी के समय घर का सोना बेचकर उसे रुपये उधार दिए थे। उसी पैसे के बदले में रामधनी दास ने अपनी मर्जी से जमीन दी थी।
पहले पड़ताल फिर होगी कार्रवाई
हालांकि इस मामले पर जिलाधिकारी कौशल किशोर ने कहा कि पहले तो पूरे मामले की तफसील से जांच पड़ताल की जाएगी। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।