डियर काव्यांक्षी
तुम तो मजे में हो प्यारी🥰पर मेरा मन बहुत आहत है । क्योंकि आजकल जिन लोगों से अमाना सामना हो रहा है। वो सभी छोटी और घटिया सोच वाले ही मिलते है। उनकी मानसिकता पर इंसानियत भी शर्मसार हो रही होगी। उन्हें लगता है। भगवान ने सारी समझ और चालाकी उन्हें दी और तो और घटिया सोच के साथ भी शान से खुद को सही जताने की बेशर्मी भी बहुत खूब पाई है काव्यांक्षी।
कुछ लोग अपनी असफलता का कारण सफल व्यक्ति के माथे मढ़ने से नहीं कतराते , वो अपनी असफलता से इतने बौखला जाते है कि जितने वाले शख्स की छवि खराब करने पर उतारू हो जाते है। प्यारी काव्यंक्षी ऐसे लोगों से उलझने से भी क्या फायदा वो बेशर्म होते उन्हें न अपनी इज्जत का ख्याल होता न ही सामने वाले का खैर भगवान उन्हे मन की शांति के साथ सोचने समझने की बुद्धि भी दे।
अब कुछ ऐसे लोगों की सुनो काव्यांक्षी तुम्हे पता है। कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सामने वाले को बेवकूफ समझते है। अरे भई बुद्धि और समझदारी का कॉपी राईट भगवान ने सिर्फ उन्हे ही किसी को नही दिया । भगवान ने सामने वाले को इंसान बनाया है तो सामने वाले को भी तो उनके जितनी न सही थोड़ी तो बुद्धि भगवान ने उसे भी दी है जो शब्दों के और भावों के बेमेल तालमेल को समझकर उसके मीठे और लाचारी भरे शब्दों के पीछे छिपे छल को पहचान सकते है।
खुद को बेचारा या बेचारी बता कर बार बार किसी को बेवकूफ नहीं बना सकते । हर बार अपनी मंशा में बेचारे बन कर कामयाब नहीं बन सकते। किसी का फायदा उठाना गलत है ये समझ आए उन लोगों को तो बेहतर है।
कुछ लोग खुद को इतना चालक चतुर समझते है और सामने वाले को बुध्दु की अपना बनकर सामने वाले के राज जाने और उसकी कमजोर कड़ी पर वार करे फिर खुद आकर उसकी मदद करे और करीबी बढ़ाए और अपने नापाक इरादे पूरे करे । जितनी कोशिश छल से किसी को जीतने में किसी को नीचा दिखाने में करते है। उसकी आधी भी सच्चे मन से करे किसी की सच्ची सहयता में करे तो सफल भी होंगे और अगले का मन भी जीत लेंगे ।
पर मक्कार और दगाबाज लोग अपनी फितरत कैसे बदल सकते है।
खैर प्यारी ऐसे लोगों से जुड़ना या उनके बारे में सोचना खुद ही खून जलाना है।
चलती हूं अब 😔