14 सितम्बर 2022
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प्रेम है तो श्रृंगार है विरह है वेदना है पर जो भी है सब दिल के करीब है ...💞 मैं और मेरा प्रेमी ही मेरी कलम है, यूँ तो बहुत बड़ी कवियित्री नही हूं, पर प्रेम को अपने काव्य में रखने का शौक पूरा करती हूं। प्रसिद्ध किताबें :- काव्या की काव्यांजली, नारी जीवन दर्पण, काव्यांशी जीवन के रंग, लफ्ज़ों की लहरें, प्रेम डगर, हाल ए दिल......... आशा है रचनाओं में आप जीवन और प्रेम की वास्तविकता को महसूस करेंगे 🙏 काव्या सोनीD
लाजवाब रचना 👌👌👌
14 सितम्बर 2022
बेहतरीन 👍👍
14 सितम्बर 2022
बहुत बहुत लाजवाब लिखा काव्या 😊😊 तुमको भी शुभ हिंदी दिवस 😊😊😊🙏
14 सितम्बर 2022
हिंदी में सुखद भाव है हिंदी में महसूस होता लगाव है। ... बिल्कुल सही, हिंदी जैसे आत्मीयता और कहीं नहीं
14 सितम्बर 2022
सुंदर भावाभिव्यक्ति👌👌
14 सितम्बर 2022
बहुत खूबसूरत लिखा है आपने👌👌👌👌👌👌
14 सितम्बर 2022