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Deep Fake Video, Tool Kit और कांग्रेस।

23 अक्टूबर 2024

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मित्रों कांग्रेस लोकतंत्र के महा पर्व  वर्ष २०२४ के लोकसभा चुनाव को लोकतंत्र की दृष्टि से नहीं अपितु एक भयानक युद्ध की दृष्टि से देख रही है और उसी दृष्टि से भाग भी ले रही है। काग्रेस अपने अस्तित्व की शायद आखिरी लड़ाई लड़ रही है और गाँधी परिवार अपने वर्चस्व के लिए। कल तक जिस गाँधी परिवार के विरुद्ध कुछ सोचने से भी एक कांग्रेसी सहम जाता था, आज वही कांग्रेसी अपने स्वाभिमान को बचाने के लिए ना केवल कांग्रेस से स्वयं को अलग कर रहा है अपितु गाँधी परिवार पांचों उँगलियों से वार कर रहा है।

चुनाव के दौरान कांग्रेस से अपना दामन छुड़ाकर स्वच्छ वायु में साँस लेने वाले कुछ कांग्रेसियों के नाम:-

आचार्य प्रमोद कृष्णन । गौरव भल्ला । रोहन गुप्ता । अवरिंदर सिंह लवली और संजय निरुपम ।

मित्रों ये कोई साधारण कार्यकर्ता नहीं थे कांग्रेस के अपितु ये धरातल पर कार्य करते हुए नित नई ऊचाईयों को छूकर समाज-व्यवस्था में अपना स्थान  बनाने वाले नेता हैं। ये वो लोग हैं जो हर मोड़ पर, हर क्षण कांग्रेस के पक्ष को जोरदार ढंग से प्रस्तुत किया करते थे और जबर्दस्त चर्चा और परिचर्चा करते थे।

अखिर क्या कारण था कि इतने योग्य और प्रतिभाशाली नेताओं को कांग्रेस छोड़कर जाना पड़ा। तो मित्रों इसका उत्तर वर्ष १९७५ से चली आ रही वामपंथियों और कांग्रेस की अटूट मित्रता को जाता है। वामपंथियों ने अपने सडे गले और नकार दिए गए अस्तित्व को बचाने के लिए कांग्रेस रूपी शरीर में एक परजीवी की भाँति रहना स्वीकार कर लिया और फिर धीरे धीरे कांग्रेस की सोच, उसके विचारों और फिर उसके सम्पूर्ण अस्तित्व को ही अपने निकृष्ट मानसिकता में जकड़ लिया। आज कांग्रेस की संस्कृति, भाषा, विचार, नीतियों और कार्यविधियों में पूर्णतया वामपंथियों का उन्माद और काला प्रभाव दिखाई देता है और कांग्रेस के शरीर पर परजीवी बन कर रहने वाले वामपंथियों ने कांग्रेस का चरित्र ही मिटा डाला है।

आज कांग्रेस सैम पित्रोदा, जय राम रमेश, के सी वेणुगोपाल, वृंदा करात, पी चिदंबरम,अंबिका सोनी कन्हैया कुमार और अन्य के कब्जे में पूर्णतया फंस चुकी है। और यही कारण है कि वामपंथियों की कुत्सित और अमानवीय विचारधारा में कांग्रेस को डूबा देख सच्चे कांग्रेसी एक एक करके कांग्रेस को छोड़कर अलग हो रहे हैं।

कांग्रेसियों और उन पर श्रापित वामपंथियों की विचारधारा ने कांग्रेस का चरित्र झूठ, फरेब, मक्कारी, गद्दारी और अन्य प्रकार के दुराचरण से भर दिया है और उसी का कुछ उदाहरण आप देखिए:-

Deep Fake Video 

१:- रणवीर सिंह (बालीवुड का अभिनेता) के असली वीडियो को तकनीकी से बदलकर उसे मोदी जी के विरुद्ध प्रचार करता दिखाना; २:- गृहमंत्री श्री अमित शाह के असली वीडियो में छेड़छाड़ करके "अमित शाह जी को SC/ST आरक्षण को समाप्त करने की घोषणा करते हुए दिखाना"।

झूठ संख्या १

१:-संविधान बदल देंगे। आज राहुल गाँधी, प्रियंका वाड्रा सहित सभी कांग्रेसी एक सुर में ये झूठ बोल रहे हैं कि यदि मोदी जी जीत गया तो संविधान बदल देगा"। और इस झूठ को बढावा उसके गठबंधन (इंडि गठबंधन) के साथी दे रहे हैं।

झूठ संख्या २

२:- आरक्षण समाप्त कर देंगे :-  मित्रों विभिन्न मंचों से प्रधानमन्त्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री और भाजपा और उसके गठबंधन के कई नेताओ ने स्पष्ट रूप से कहा है घोषणा की है कि "SC/ST और OBC का आरक्षण कोई नहीं समाप्त कर सकता" पर इसके बावजूद भी कांग्रेस और इंडि गठबंधन के नेता एक सुर में जनता के सामने आकर बड़ी निर्लज्जता से झूठ बोल रहे हैं।

झूठ संख्या ३

३:- चुनाव होना बंद कर देंगे। मित्रों चुनाव प्रक्रिया लोकतंत्र का एक प्रमुख स्तम्भ है और संविधान प्रदत्त प्रणाली है, अतः चुनाव प्रक्रिया के अभाव में लोकतंत्र में जनप्रतिनिधियों का चयन हि असंभव हो जाएगा, अतः चुनाव प्रक्रिया के समाप्त होने का तो प्रश्न ही नहीं उठता। हाँ ये हो सकता है कि जनता विपक्ष को पूर्णतया नकार दे और विपक्ष शर्म से चुनाव में भाग ही ना ले। चुनाव तो हर दशा में होते ही रहेंगे।

झूठ संख्या ४

४:- नागरिकता छिन लेंगे:-मित्रों पश्चिम बंगाल की दीदी का तो अपना ही रंग और रोगन है। वो पश्चिम बंगाल के नागरिकों को डरा रहीं हैं कि यदि मोदी जीत गये तो CAA और NRC लागू करके आपकी नागरिकता छीन लेंगे जबकि वास्तविकता ये है कि CAA नागरिकता देने वाला विधेयक और अधिनियम है और वहीं NRC तो राष्ट्र के नागरिकों की एक प्रामाणिकता प्रदान करने वाला रजिस्टर है और इन दोनों से देश के नागरिकों की नागरिकता को कोई खतरा नहीं। हाँ घुसपैठियों को बाहर तो हर हाल में निकालेंगे चाहे CAA और NRC रहे या ना रहे।

झूठ संख्या ५

५:- लोकतंत्र खत्म करके तानाशाही आ जाएगा।मित्रों मोदी जी के पिछले १० वर्षों का शाशन सम्पूर्ण विश्व ने देखा और कांग्रेस या विपक्ष ने आज तक  एक भी उदाहरण प्रस्तुत नहीं किया जिससे तानाशाही का आरोप सिद्ध कर पाए।

१:- अरे वो तानाशाह होता तो क्या इतना बुरा भला कहकर तुम स्वतंत्र रह पाते; २:- वो तानाशाह होता तो क्या :-  १०~१२ करोड़ शौचालय बनवाता; १० से १२ करोड़ गरीब माताओं को निशुल्क गैस कनेक्शन और सिलेंडर देता; ४ करोड़ से अधिक घर बनाकर गरीबों को देता; १५ करोड़ किसानो को प्रत्येक वर्ष ₹६०००/_ की रकम देता; ७० करोड़ लोगों के बैंक में खाते खुलवाता; ₹५ लाख तक चिकित्सा बीमा गरीबों और मजदूरों को दिलवाता; केवल ₹१२ में ₹२ लाख तक बीमा देता गरीबों को तथा समाज के हर वर्ग को; लाखों की संख्या में लखपति दीदी बनाता; २० करोड़ से अधिक घरों में निशुल्क बिजली कनेक्शन देता; ५० हजार किमी लम्बे हाईवे बनवाता; मुस्लिम महिलाओं को अकेले हज पर जाने की व्यवस्था करता; तीन तलाक जैसी असमाजिक व्यवस्था को समाप्त करता; प्रभु श्रीराम के मन्दिर के लिए क्या अदालत के आदेश की प्रतीक्षा करता; भारत की सीमाओं पर सेना के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर का जाल फैलाता;३७० हटाकर जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में विकास की बयार बहाता।अरे तुम किस मुँह से उसे तानाशाह कह रहे हो, तनिक अपने गिरेबान में झाँक कर देखकर लो शर्म से डूब मरोगे ।

Tool Kit 

मित्रों टूल कीट की क्या बात करें, किसान आंदोलन, CAA के विरोध वाला आंदोलन, अडानी के विरुद्ध आंदोलन, सर्जिकल स्ट्राइक को फ़र्जी बताने वाला आंदोलन, चीन की बड़ाई करने वाला आंदोलन, घुसपैठियों के लिए आंदोलन व दिल्ली के दंगे इत्यादि एसे अनेक टूल कीट हैं  जो   केवल मोदी  विरोध  में  देश  की  एकता  और  अखंडता  को  खतरे में डालते हुए इन विपक्षियों   ने अपनाया है           और आगे  भी  उपयोग में लाने वाले हैं, हम सबको सावधान रहने की आवश्यकता है।  

मित्रों हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी  जी के नेतृत्व में  हमारा देश दिन दुनि रात चौगुनी उन्नति कर रहा है और यही बात देश के दुश्मनो को पसंद नहीं आ रही है और वो हमारे देश को अस्थिर बनाने के लिए विकृत मानसिकता वाले लोगों का सहारा ले रहे हैं और "  टूल किट " का सफल परीक्षण कर नुकसान भी पहुंचा रहे हैं पर हम जनता जनार्दन को सावधान रहने की आवश्यकता है,  क्योंकि इस देश की सुरक्षा हमारे हाथों में हैं |                                                                             

हम राष्ट्र के साथ हैं। हमारा वोट राष्ट्र और राष्ट्रवादी को। 

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रचनाएँ
वो नहीं तो कौन ?
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मित्रों ये किताब उस व्यक्ति विशेष को समर्पित है जिसके सद्चरित्र, अनुशाशन, ईमानदारी, शांतिप्रियता, कर्मठता और अपने राष्ट्र और राष्ट्जनो के प्रति अथाह प्रेम और समर्पण का कायल सम्पूर्ण विश्व है | आप में से बहुत लोग मेरे विचार से असहमत हो सकते हैं परन्तु वर्तमान में भारत की स्थिति और विश्व के अन्य देशों की स्थिति का तुलनात्मक विशेलषण करने के पश्चात आपकी असहमति कुछ सिमा तक सहमति में परिवर्तित हो सकती है | हमारे शास्त्रों केअनुसार "विदेशेषु धनं विद्या व्यसनेषु धनं मति:। परलोके धनं धर्म: शीलं सर्वत्र वै धनम्॥" अर्थात विदेश में विद्या धन है, संकट में बुद्धि धन है, परलोक में धर्म धन है और शील(अच्छा चरित्र ) सर्वत्र ही धन है! इसी को चरितार्थ करता वो महापुरुष विश्व का सबसे लोकप्रिय जनप्रतिनिधि बन कर उभर चूका है| वृतं यत्नेन संरक्षेद वित्तमेति च याति च | अक्षीणो वित्ततः क्षीणो वृत्ततस्तु हतो हतः!" अर्थात चरित्र की यत्नपूर्वक रक्षा करनी चाहिए। धन तो आता-जाता रहता है। धन के नष्ट होने पर भी चरित्र सुरक्षित रहता है, लेकिन चरित्र नष्ट होने पर सबकुछ नष्ट हो जाता है। और उस महापुरुष के पावन जीवन से इसी तथ्य की शिक्षा मिलती है | वो महा व्यक्तित्व जानता है कि "येषां न विद्या न तपो न दानं, ज्ञानं न शीलं न गुणो न धर्मः । ते मृत्युलोके भुवि भारभूता, मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति! अत: वोअपने ज्ञान के प्रकाश से विश्व को रोशन करता है और अपना सर्वस्य दान कर देता है | वो एक तपस्वी का जीवन जीता है और कर्म को अपने जीवन का आधार बना के ही जीता है | वो यह भी जानता है कि "मानं हित्वा प्रियो भवति। क्रोधं हित्वा न सोचति।।कामं हित्वा अर्थवान् भवति। लोभं हित्वा सुखी भवेत्।।" इसीलिए हर प्रकार के अहंकार को त्याग कर सबका प्रिय बन चूका है| उसने क्रोध, कामेच्छा तथा लोभ को त्याग कर स्वयं को सुखी बना लिया है और सबको प्रेरित कर रहा है। "यथा चित्तं तथा वाचो यथा वाचस्तथा क्रियाः ! चित्ते वाचि क्रियायांच साधुनामेक्रूपता !!" वो अच्छा है इसलिए उसके ह्रदय में जो है उसे ही वो प्रकट करता है, वो जो कहता है वही करता है , उसके मन, वचन और कर्म में समानता होती है | और जब ऐसे व्यक्ति का विरोध कोई करता है तो मैं उससे केवल एक प्रश्न पूछता हूँ कि "वो नहीं तो कौन ?"
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आखिर उस “चायवाले” के व्यक्तित्व में ऐसा क्या विशेष है?

22 अक्टूबर 2024
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वर्ष 2014 से विपक्ष में बैठे बेरोजगारी का मातम मनाने वाले छदमधर्म-निरपेछतावादीयों और छदमउदारवादीयों के मस्तिष्क मेंअक्सर ही ये जिज्ञासा कौतूहल के साथ उत्पन्न होती है कि“आखिर उस “चायवाले” के व्यक्तित्व

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आखिर विपक्षि नेता हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी से चीढते क्योँ हैं?

22 अक्टूबर 2024
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 मित्रों अब ये तथ्य किसी से छिपा नहीं है , कि आज विश्व के ही नहीं अपितु भारत की विपक्षी राजनितिक पार्टियों के नेता पूर्णतया "मोदी विरोध " की राजनीति में डूब चुके हैं | मोदी विरोध में ये कभी भी कि

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श्री एस जयशंकर जैसा सपूत और श्री नरेंद्र मोदी जी जैसा जौहरी|

22 अक्टूबर 2024
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जी हाँ दोस्तों विदेशो में हमारे देश के मुख अभिव्यक्ति बने श्री एस जयशंकर जी कि राजनितिक वाक्पटुता और स्पष्टवादिता के सभी मूरीद हो चुकेहैं, धन्य हैं हमारे पारखी प्रधानमंत्री जिन्होंने इस हिरे को परखा औ

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क्या मोदी विरोधी मोदीफोबिया रूपी एक रहस्यमय मानसिक बीमारी से त्रस्त है?

22 अक्टूबर 2024
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 मित्रों उसमहामानव के विरुद्ध दुर्भावना की अभिव्यक्ति उस वर्ष से हि शुरूहो गई थी जब वो प्रथम बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद से सुशोभित हुआ। यद्यपि उसने गोधरा के दंगों और फसादों से किसी शुरवीर कि भांति ल

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हत्या का षड्यंत्र २०२० में और उस पर अमल २०२२ में|

22 अक्टूबर 2024
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साल २०२० में एक यूट्यूब चैनल पर खालिस्तानी आतंकवादियो ने एक एनिमेटेड वीडियो अपलोड किया था, जिसमें जो कुछ दिखाया गया था वो कुछ इसप्रकार है:- १:- प्रधानमंत्री जी अपने कार्यालयसे बाहर निकलते हैं अपनी SPG

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वो पीढियों से चली आ रही मांगे पूरी कर रहे, हमें उनका साथ नहीं छोड़ना|

23 अक्टूबर 2024
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मैं बहुत  पीछे नहीं जाना चाहता, बस तथाकथित स्वतन्त्रता वाले वर्ष से २०१४ तक कि अवधी (जिसमें स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री जी और स्व श्री अटलबिहारी वाजपेयीजी के कार्यकाल को छोड़कर) हिंदुस्तान का सना

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Deep Fake Video, Tool Kit और कांग्रेस।

23 अक्टूबर 2024
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मित्रों कांग्रेस लोकतंत्र के महा पर्व  वर्ष २०२४ के लोकसभा चुनाव को लोकतंत्र की दृष्टि से नहीं अपितु एक भयानक युद्ध की दृष्टि से देख रही है और उसी दृष्टि से भाग भी ले रही है। काग्रेस अपने अस्तित्व की

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राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादी क्यों जरूरी है?

23 अक्टूबर 2024
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 देख लो जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने आक्रमण कर कब्जा करना शुरू किया तो वंहा कि जनता के साथ साथ सेना ने भी बुजदिलो कि तरह आत्मसमर्पण कर दिया। उनके पास पेट्रोल, डीजल कि कमी नहीं थी, सारी दुनिया से मदद भ

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हमारा संविधान खतरे में है, हमें संविधान को बचाना है|

23 अक्टूबर 2024
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 मित्रों जैसा की आप और हम वर्ष २०१४ से लगातार अपने देश में एक शोर सुन रहे हैं, खासकर विपक्ष का हर नेता और उनकी पार्टी का हर कार्यकर्ता चीख चीख कर जनता को बता रहा है कि “हमारा संविधान खतरे में है, हमें

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भारत कि सशक्त और धाकड़ विदेश नीति।

23 अक्टूबर 2024
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मित्रों आज से कुछ वर्ष पूर्व गीतकार और कवी प्रसून जोशी के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए   हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदीजी ने कहा था कि “भारत ना आँखे उठा के बात करता है और ना आँखे

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आपदा सदैव एक अवसर के साथ आती है|

23 अक्टूबर 2024
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जी हाँ,  मित्रों जब पूरे विश्व में कोरोना काल का भयानक दौर चल रहा था, सर्वत्र त्राहि माम त्राहि माम की असहनीय दशा अपने चरम पर थी, तब हमारे प्रधानमंत्री (श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी) ने देशवासियो का

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भयानक षड्यंत्र, भ्रष्टाचार और नफरत का धंधा , गोधरा |

23 अक्टूबर 2024
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मित्रों ये सत्य है कि प्रतिष्ठित परिवार में जन्म ले लेने से ही कोई व्यक्ति उस प्रतिष्ठा का अधिकारी नहीं हो जाता और यदि उसे प्रतिष्ठित मान भी लिया जाए तो, यह उसके अपने कर्म पर निर्भर करता है कि वो व्यक

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विपक्ष की राजनीति केवल "विरोध"।

23 अक्टूबर 2024
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जी हाँ मित्रों आज का विपक्ष केवल एक मुद्दे पर जिवित है और वो है "विरोध"। विरोध यदि सकारात्मक है तो उसका प्रभाव राष्ट्र के जनमानस पर अवश्य पड़ता है और वो भी उसमें सम्मिलित होने का प्रयास करता है उदाहरण

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पसमांदा मुसलमानो के लिए मसीहा बने " नमो" |

23 अक्टूबर 2024
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 जी हाँ मित्रों आज तक आपने मुसलमानो के केवल “शिया” या “सुन्नी” नामक दो बड़े भागो में विभक्त देखा होगा या फिर इन्हें “हनफि”, “अहमदीया”, “देवबन्दी”, “देहलवी”, ” बरेलवी”, “बहावी” और कई प्रकार की जमातो में

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ब्रिटेन को पछाड़कर विश्व की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत |

23 अक्टूबर 2024
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 जी हाँ मित्रों आज अंग्रेजों और अंग्रेजों का पक्ष लेने वाले और भारत में रहने वाले उनके चाटुकारो के लिए निसंदेह दुःख भरा दिन है, परन्तु प्रत्येक सच्चे भारतीय के लिए आज का दिन गौरवमय आंनद से भरा उत्सव ज

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श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदीजी विरुद्ध ममता, नितीश, केजरी और राहुल|

23 अक्टूबर 2024
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 मित्रों मैं आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूँ वर्ष २०२४ में होने वाले लोकसभा चुनाव और प्रधानमंत्री पद के उम्मीद्वारो पर। ज़रा ध्यान दीजिये एक ओर है, आदरणीय श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी यदि हम ईनके

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पहले काबिलियत पैदा करो फिर मैदान में आओ।

23 अक्टूबर 2024
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जो कर्मयोगी है वो कभी रिटायर नहीं होता है। जो कर्म में विश्वास रखता है वो अवकाश के बारे में नहीं सोचता। एक कर्मयोगी सदैव अपने कर्तव्यों के प्रती उत्साहित और जागरूक रहता है। आज हमारे देश को  लालू जी न

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पाकिस्तानी पप्पू बिलावल भुट्टो का हमारे प्रधानमंत्री के बारे में बयान|

23 अक्टूबर 2024
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मित्रों पाकिस्तानी पप्पू और  "बिल्लो  रानी "   के नाम से कुख्यात बिलावल भुट्टो ने एक बयान देते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका ने बैन कर दिया था। “गुजरात का कसाई जिन्दा है” |  खैर पप्पू

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"तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हें विकसित भारत दूँगा"।

23 अक्टूबर 2024
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मित्रों आज हमारे देश में दो प्रकार का नेतृत्व है। एक है आदरणीय प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी के रूप में जिनके पास २०२९ तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तथा २०४७ तक ए

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हे प्रभु इतनी भयानक योजना।

23 अक्टूबर 2024
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कांग्रेस पार्टी वर्ष २०१४ के पश्चात किस प्रकार अति भयावह रूप में सनातनियों के विरुद्ध षड्यंत्र रच रहीं है, उसका एक और जीता जागता उदाहरण है उसका घोषणा पत्र जिसे वो न्याय पत्र कह रहीं है। सनातनियों को ल

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BharOS भारत का अपना ओपरेटिंग सिस्टम|

24 अक्टूबर 2024
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रों आदरणीय  प्रधानमंत्री  श्री  नरेंद्र  दामोदरदास  मोदी  जी  के  नेतृत्व  में आत्मनिर्भर भारत कि दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए हमारे देश ने अपना एक ओपरेटिंग सिस्टम विकसित कर लिया है, जो अति

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Central Bank digital currency @E-rupya सफलता का नया मुकाम|

24 अक्टूबर 2024
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 मित्रों UPI अर्थात Unified Payment Interface (जिसकेमाध्यम से मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करके अपने बैंक अकाउंट से किसी दूसरे के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किया जाता है) कि अभूतपूर्व सफलता के पश्चा

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" नमो" , भारत और विश्व की अर्थव्यवस्था |

24 अक्टूबर 2024
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हे मित्रों, ईश्वर की असीम अनुकम्पा है हम भारतीयों के ऊपर कि हमने सही समय पर सही निर्णय लिया और किसी के बहकावे में ना आकर हम अपने निर्णय पर अडिग रहे और  अपने  देश  की  बागडोर  श्री  नरेंद्र  दामोदरदास

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चूँकि वो तानाशाह है।

27 अक्टूबर 2024
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हाँ तुम लोग सही कह रहे हो वो तानाशाह है इसलिए :-   १:-तुम उसे खुलेआम "मौत का सौदागर, नीच, भ्रष्ट, चोर और ना जाने कैसे कैसे अपशब्दों से पुकारते हो और वो तुम्हें इसके लिए क्षमा कर  देता है और tumhare व

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