साथ तुम दो जो अगर जिंदगी बदल जाये ,मुश्किलों के सभी हल आज ही निकल जाये, आये दिन लड़खड़ाते रहते हैं ये मेरे कदम,हाथ तुम थाम लो सारे कदम संभल जाये, इक तुम्हारी कमी से रब से गिले-शिक़वे हैं,तुम जो मिल जाओ शिकायत की शाम ढल जाये, यूँ मेरी राह को काँटों ने सजाया है मगर,साथ तुम जो चलो कलियाँ हजार खिल जाये, जि
होंठो पे मुस्कुराहट मगर आँखों में नमी है ज़िंदगी में मेरी आज भी तेरी कमी है बहुत चाहा हमने तुझको भूलकर आगे बढ़ना मगर वक़्त की सुई तुझ पर जा थमी है दिल की सुनत
आग सूरज में होती है , तड़पना जमी को पड़ता हैं | मौहब्बत निगाहें करती हैं ,तड़पना दिल को पड़ता हैं || सीने में लगी है , आग दुनियां में लगा दूँगा | जिस दिन उठेगी तेरी डोली, उस दिन पूरी दुनियाँ को जला दूँगा ||
मेरे शब्दों में अब बजन ही कंहा रहा है वो तो बस असर था तेरी मोहब्बत का , जो इतना कुछ लिखा था तेरे को दिल के आइने में देख देख के ... #आप याद आते हो मनमोहन कसाना