shabd-logo

एंजियाटिकोज -2

26 अगस्त 2022

35 बार देखा गया 35

 

   एंजियाटिकोज -2

 


article-image

रक्‍त संचार की खराबी की वजह से उत्‍पन्‍न हिद्रय सम्‍बन्धित समस्‍याये, यह दवा हिद्रय के दाहिने भाग पर प्रभावी तथा वेन पर कार्य करती है, वेन या शिराओं का कार्य अशुद्ध रक्‍त को ह्रिदय तक पुचाना है  , वेन मे रूकावट की वजह से वेरीकोज बेन ,या साईटिका ,गाठों का बनना सिस्‍ट या बबासीर, शरीर में कही भी मॉस या हडडी का बढना आदि में उपयोगी !


इस औषधी के निर्माण में निम्‍न औषधिय पौधों को निश्‍चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है ।

 

क्र0

औषधिय पौधों के नाम

उपयोग मात्रये

1

AVENA  SATIVA (Jawi, Jai Oats)

 

30

2

SANGUINARIA CANADENSIS

20

3

HYDRASTIS CANADENSIS

10

4

AESCULUS HIPPOCASTANUM

20

5

HAMAMELIS VIRGINICA

10

6

ACHILLEA MILLIFOLIUM (Rajmari)

10

7

MALVA  SILVESTERIS

 

10

 एंजियाटिकोज -2

 

article-image

ए-2 का प्रभाव हिद्रय के बाये भाग पर है जिस तरह से ए-1 सभी तरह के ब्‍लड सर्कुलेशन पर कार्य करती है ठीक उसी प्रकार ए-2 वेन पर कार्य करती है अत: वेन में आई किसी भी तरह के अवरोध को यह दवा ठीक करती है बेनस में आये अवरोध जैसे वेन के दबजाने या वहॉ पर रक्‍त संचार के ठीक से न होने के कारण बेरीकोज वेन डिसीज ,या वेनस में ब्‍लड सर्कुलेशन के ठीक से न होने के कारण गाठों ,मस्‍से ,या टयूमर आदि का बनान या साईटिका या उसका र्दद ,वेनस में रक्‍त के जमने से उस अंग को रक्‍त की पूर्ति उचित तरीके से नही हो पाती इससे उस जगह की कोशिकाओं एंव टिश्‍यू को उनका भोजन तथा आक्‍सीजन की पूर्ति नही हो पाती इससे उस अंग पर रक्‍त का जमाव होन लगता है कोशिकाओं व टिश्‍यू के मरने से वहा पर गाठे बनने लगती है जो आगे चलकर टयूमर , 

    वेन पर कार्य :- एंजियाटिकोज -2 का प्रभाव हिद्रय के बाये भाग पर है जिस तरह से ए-1 सभी तरह के ब्‍लड सर्कुलेशन पर कार्य करती है ठीक उसी प्रकार ए-2 वेन पर कार्य करती है अत: वेन में आई किसी भी तरह के अवरोध को यह दवा ठीक करती है बेनस में आये अवरोध जैसे वेन के दबजाने या वहॉ पर रक्‍त संचार के ठीक से न होने के कारण बेरीकोज वेन डिसीज ,या वेनस में ब्‍लड सर्कुलेशन के ठीक से न होने के कारण गाठों ,मस्‍से ,या टयूमर आदि का बनान या साईटिका या उसका र्दद ,वेनस में रक्‍त के जमने से उस अंग को रक्‍त की पूर्ति उचित तरीके से नही हो पाती इससे उस जगह की कोशिकाओं एंव टिश्‍यू को उनका भोजन तथा आक्‍सीजन की पूर्ति नही हो पाती इससे उस अंग पर रक्‍त का जमाव होन लगता है  या कैंसर का रूप धारण करने लगती है । मलद्वार के बेनस में रक्‍त के जमने के कारण धीरे धीरे गाठे बनने लगती है जो बादी या खूनी बबासीर की बीमारी का कारण होती है । यदि वेन्‍स में रक्‍त संचार उचित रूप से होता रहेगा तो शरीर में अशुद्ध रक्‍त का जमाव नही होगा इससे गाठे , मस्‍से ,मुंहासे, सिस्‍ट टयूमर आदि के बनने की संभावना नही होगी । यदि शरीर के बॉये भाग में लकवा लगा हो तो इस दवा का प्रयोग अवश्‍य करना चाहिये । शरीर में ब्‍लड सर्कुलेशन की खराबी की वजह से शरीर में कही भी पानी भरने की स्थिति में भी इसका प्रयोग करना चाहिये । किसी भी तरह की रूकावट ,मोच ,सूजन मॉस पेशियों में र्दद ,जोडों में र्दद आदि पर ए-2 के प्रयोग को कदापी नही भूलना चाहिये । वेन्‍स से जुडी किसी भी तरह की समस्‍याये जैसे बेरीकोज वेन्‍स , साईटिका,शरीर में शून्‍यपन ,हार्ड से जुडी किसी भी तरह की समस्‍याओं पर ए-2 के तीसरे डयलूशन का सफलतापूर्वक प्रयोग किया जा सकता है । लो व हाई ब्‍लड प्रशर में इसका प्रयोग किया जा सकता परन्‍तु यह डायलूशन याने दवा की पोटेंशी पर निर्भर करता है । हाई ब्‍लड प्रेशर में ए-2 के तीसरे या इससे उपर के डयलुशन का प्रयोग किया जा सकता है । लो ब्‍लड प्रेशर में दूसरे डायलुशन का प्रयोग या तीसरे डायलूशन का प्रयोग करना चाहिये । 

महिलाओं की समस्‍याये:- महिलाओं के यूटरस में गांठे या सिस्‍ट होना ,मासिकधर्म का समय पर न होना या मासिक में अशुद्ध रक्‍त का न निकलना , जैसी समस्‍याओं पर ए-2 का प्रयोग सी-2 के साथ करना चाहिये । मासिकधर्म के रूकने पर ए-2 के पहले डायलूशन का प्रयोग करना चाहिये । किसी भी तरह के धॉवों,गाठों के सडन,फिशूला आदि में ए-2 के दूसरे डायलूशन का प्रयोग करना चाहिये, एम सी की अधिकता या किसी भी अंग से रक्‍त स्‍त्राव होने पर इसके तीसरे डायलूशन का प्रयोग करना चाहिये

फेफडो के रोग :- फेफडो के रोग जिसमें खॉसी, बलगम का बनना ,निमोनिया आदि समस्‍याओं में इसका प्रयोग अपनी सहायक औषधियो जैसे ए-2 के साथ पी-2 का प्रयोग करने से अच्‍छे परिणाम मि‍लते है ।

 अनुभव:- डॉ0 डीगरा सहाब का अपना अनुभव है उन्‍हाने बबसीर में ए-2, सी-2, सी-5 तथा खूनी बबासीर में बी0 ई0 के साथ एंव बादी बबासीर में जी0 ई0 के साथ प्रयोग कर बहुत अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त किये है । 

किसी भी प्रकार की बीमारीयों के लिये हमारे फोन नम्‍बर पर फोन कर उपचार व दवाये मंगाई जा सकती है ।  मो0 9300071924, 9630309033

  डॉ0 सत्‍यम सिंह चन्‍देल

  बी0 एच0 एम0 एस0 , एम0 डी0 (ई0)

  जन जागरण चैरीटेबिल हॉस्पिटल

  हीरो शो रूम के बाजू बाली गली नर्मदा बाई स्‍कूल

  बण्‍डा रोग मकरोनिया सागर म0प्र0

  खुलने का समय 10-00 से 4-00 बजे तक

  मो0-9300071924

  मो0 9926436304

 हमारे यहॉ इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक के डायल्‍युशन 30 एम0 एल0 में  उपलब्‍ध है

 

 

  

38
रचनाएँ
इलेक्ट्रो होम्योपैथिक सिखये
0.0
इलेक्ट्रो होम्योपैथिक सीखने की सरल हिंदी भाषा में लिखी पुस्तक
1

इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक परिचय एंव संक्षिप्‍त मेडिसन

30 जुलाई 2022
2
1
0

इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक परिचय एंव संक्षिप्‍त मेडिसन पैरासेल्‍सस के प्रथम सिद्धान्‍त ‘ सम से सम की चिकित्‍सा ’ पर डॉ0 हैनिमैन सहाब ने होम्‍योपैथिक चिकित्‍सा का आविष्‍कार किया, वही उनकी मृत्‍यु के पश

2

होम्‍योपैथिक चिकित्‍सा पद्धति से मिलती जुलती चिकित्‍सा पद्धतियॉ

19 अगस्त 2022
4
0
0

होम्‍योपैथिक चिकित्‍सा पद्धति से मिलती जुलती चिकित्‍सा पद्धतियॉ     1- बायोकेमिक चिकित्सा   जीते तो सभी है परन्तु अपने अन्दाज में जीने का सौभाग्य बहुत ही कम लोगों को मिल पाता है । जिसने जीवन के रहस्

3

स्‍क्रोफोलोसो-1

19 अगस्त 2022
2
1
0

                                                         स्‍क्रोफोलोसो-1 इस दवा को निम्‍न पौधों से एक निश्चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है । औषधिय पौधों के नाम जिन से यहाँ दवा बनाई  ग

4

स्‍क्रोफोलोसो-2

26 अगस्त 2022
1
0
0

      स्‍क्रोफोलोसो-2       इस दवा को निम्‍न पौधों से एक निश्चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है । इस औषधी का सर्वप्रथम प्रभाव मूत्राश्‍य पर तत्‍पश्‍चात किडनी पर एंव गालब्‍लेडर होता है ।

5

स्क्रोफोलोसोस-3

26 अगस्त 2022
1
0
0

      स्क्रोफोलोसोस-3   इस दवा का प्रभाव त्‍वचा एंव सेंसरी नर्व अर्थात संवेदनशील नर्व पर होने से यह त्‍वचा रोग एंव संवेदन शील नसों पर कार्य करती है , यह स्‍पर्श शक्ति को उत्‍तेजित करती है ,

6

स्‍क्रेाफोलोस-5

26 अगस्त 2022
2
0
0

  स्‍क्रेाफोलोस-5     स्‍क्रोफोलोसो-5 स्‍क्रोफोलोसो-5 में निम्‍न औषधिय पौधों को मिश्रित कर बनाई गयी मूल औषधिय है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1  BERBERIS VULGARIS 20

7

स्‍क्रोफोलोसोस-6

26 अगस्त 2022
0
0
0

                   स्‍क्रोफोलोसोस-6   स्‍क्रोफोलोसोस-6  निम्‍न औषधिय पौधों से मिश्रित कर निमिर्त की गई है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में       1  COCHLERIA  OFFICI

8

स्‍क्रोफोलोसोस-10 या (स्‍क्रोफोलोसोस जियापुन)

26 अगस्त 2022
1
0
0

       स्‍क्रोफोलोसोस-10 या (स्‍क्रोफोलोसोस जियापुन)    स्‍क्रोफोलोसोस-10, एस-1 एंव एफ-1 से मिलती जुलती औषधिय है, अत: कहॉ जाता है कि जब इन दोनों औषधियों को देने की अवश्‍यकता हो तब एस-10 को दिया जा स

9

स्‍क्रोफोलोसोस-11 या (माल डी मर)

26 अगस्त 2022
0
0
0

     स्‍क्रोफोलोसोस-11 या (माल डी मर) क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1 COCHLEARIA  OFFICINALIS 10 2 HYDRASTIS  CANADENSIS   30 3 LOBELIA  INFLATA (Tobacco, Tambakhu)  

10

स्‍क्रोफोलोसोस-12 या (मैरीना या मार)

26 अगस्त 2022
0
0
0

    स्‍क्रोफोलोसोस-12 या (मैरीना या मार) क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1 ATROPA  BELLADONNA   10 2 COCHLEARIA  OFFICINALIS  र्स्‍कर्वी घास   20 3 EUPHRASIA  OFFICINAL

11

स्‍क्रोफोलोसो लैसेटिवो- या (एस लॉस)

26 अगस्त 2022
1
0
0

    स्‍क्रोफोलोसो लैसेटिवो- या (एस लॉस)  क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1 GENTIANA  LEUTIA   35 2 ALOES  CAPANCES (Kawar Ghandal, Ghee Kawar)   65   एस लॉस में जेन्‍टी

12

एंजियाटिकोज-1

26 अगस्त 2022
1
0
0

     एंजियाटिकोज-1    रक्‍त संचार में खराबी, या रूकावट की वजह से लो, या हाई ब्‍लड प्रेसर का होना ,ब्‍लड कम्‍पोजिशन की खराबी की वजह से यूरिया, कैटिनिन, कोलेस्‍टाईल का बनना ,हिद्रय का टॉनिक

13

एंजियाटिकोज -2

26 अगस्त 2022
1
0
0

     एंजियाटिकोज -2   रक्‍त संचार की खराबी की वजह से उत्‍पन्‍न हिद्रय सम्‍बन्धित समस्‍याये, यह दवा हिद्रय के दाहिने भाग पर प्रभावी तथा वेन पर कार्य करती है, वेन या शिराओं का कार्य अशुद्ध रक्‍

14

एंजियाटिकोज -3

26 अगस्त 2022
1
0
0

   एंजियाटिकोज -3      इस औषधी का निर्माण निम्‍न औषधीय पौधों से एक निश्चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 ARNICA  MONTANA (Brinjasik)  

15

लिंफैटिको-1 Linfatico-1(Lymphmittel-1)

26 अगस्त 2022
1
0
0

   लिंफैटिको-1 Linfatico-1(Lymphmittel-1)        लिफैटिको-1 दवा के निर्माण में निम्‍न औषधीय पौधों को एक निश्चित अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये

16

कैंसरोसोज-1

26 अगस्त 2022
1
0
0

       कैंसरोसोज-1   इस दवा का निर्माण निम्‍न औेष‍धीय पौधों को एक निश्‍चत अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 RHUS  TOXICODENDRON   20 2 CAULOPHYL

17

कैंसरोसोज-2 या सी-2

26 अगस्त 2022
0
0
0

       कैंसरोसोज-2 या सी-2    इस दवा का निर्माण निम्‍न औेष‍धीय पौधों को एक निश्‍चत अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM   30 2 EQ

18

कैंसरोसोज-3

26 अगस्त 2022
1
0
0

        कैंसरोसोज-3      इस दवा का निर्माण निम्‍न औेष‍धीय पौधों को एक निश्‍चत अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM

19

कैंसरोसो-4 (C-4)

26 अगस्त 2022
1
0
0

     कैंसरोसो-4 (C-4)   इस दवा का निर्माण निम्‍न औेष‍धीय पौधों को एक निश्‍चत अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है ।     क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM   40

20

कैंसरोसो-5

26 अगस्त 2022
2
0
0

       कैंसरोसो-5   इस औषधिय का कार्य क्ष्‍ेात्र विस्‍तृत है, सभी तरह के रोगों इसका प्रभाव में 90 प्रतिशत तक है । यह सैल्‍स एंव टिश्‍यूज रिमेडिज दवा है , इस दवा का प्रभाव समस्‍त ग्रथियों के सैल्‍स ए

21

स्‍क्रोफोलोसोस-6डॉ0 सत्‍यम सिंह चन्‍देल , बी0 एच0 एम0 एस0 , एम0 डी0

26 अगस्त 2022
0
0
0

                   स्‍क्रोफोलोसोस-6   स्‍क्रोफोलोसोस-6  निम्‍न औषधिय पौधों से मिश्रित कर निमिर्त की गई है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में       1  COCHLERIA  OFFICI

22

स्‍क्रोफोलोसोस-10 या (स्‍क्रोफोलोसोस जियापुन)

26 अगस्त 2022
0
0
0

       स्‍क्रोफोलोसोस-10 या (स्‍क्रोफोलोसोस जियापुन)    स्‍क्रोफोलोसोस-10, एस-1 एंव एफ-1 से मिलती जुलती औषधिय है, अत: कहॉ जाता है कि जब इन दोनों औषधियों को देने की अवश्‍यकता हो तब एस-10 को दिया जा स

23

कैंसरोसोस-13

26 अगस्त 2022
0
0
0

    कैंसरोसोस-13   कैंसरोसोस-10 में प्रयुक्‍त औषधीय पौधे व उनकी मात्रायें निम्‍नानुसार है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 RHUS  TOXICODENDRON  25 2 VINCETOXICUM  OFFICINALE  20 3

24

कैंसरोसो-15 (सी-15) या लार्ड-1

26 अगस्त 2022
0
0
0

     कैंसरोसो-15  (सी-15) या लार्ड-1 कैंसरोसो-15 निम्‍न वनस्पितियों को मिश्रित कर बनाई गयी है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM   30 2 MARASDENIA CONDURANGO   30

25

कैंसरोसो-17 (सी-17) या सी टी बी

26 अगस्त 2022
0
0
0

     कैंसरोसो-17  (सी-17) या  सी टी बी कैंसरोसो-17 निम्‍न वनस्पितियों को मिश्रित कर बनाई गयी है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM   15 2 PIMPINELLA  SAXIFRAGE  

26

फेब्रीफ्यूगो-1 डॉ0 सत्‍यम सिंह चन्‍देल,बी0 एच0 एम0 एस0 , एम0 डी0 (ई0)

26 अगस्त 2022
1
0
0

     फेब्रीफ्यूगो-1   फेब्रीफ्यूगों दवा के निर्माण में निम्‍न वनस्‍पतियों का प्रयोग एक निश्‍चित अनुपात में किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 1.  ACONITE  NAPILLUS (Vatsnabh)

27

फेब्रीफ्यूगो-2

26 अगस्त 2022
1
0
0

   फेब्रीफ्यूगो-2 क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 AESCULUS  HIPPOCASTANUM   10 2 BERBERIS  VULGARIS 20 3 CETRARIA  ISLANDICA 5 4 CINCHONA  CALISIYA 10 5 CINCHONA  SUCCIRUBRA

28

पेट्रोरल्‍स -1 (पी-1)

26 अगस्त 2022
0
0
0

     पेट्रोरल्‍स -1 (पी-1)          क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 ADIANTHUM CAPILI VENERIS (Hansraj)   10 2 ALLIUM CEPA (Red Onion, Lal Piyaj) 20 3 EUCALYPTUS  GLOB

29

पेट्रोरल्‍स -2 (पी-2)

26 अगस्त 2022
0
0
0

        पेट्रोरल्‍स -2 (पी-2) पेट्रोरल्‍स -2 औषधी में निम्‍न वनस्‍पतियों को एक निश्‍चित अनुपात में मिला कर बनाई गई है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रयें 1   ADIANTHUM CAPILI VENERIS (H

30

पेट्रोरल्‍स -3 (पी-3)

26 अगस्त 2022
0
0
0

         पेट्रोरल्‍स -3 (पी-3)  पेट्रोरल्‍स-3 औषधी में निम्‍न वनस्‍पतियों को एक निश्‍चित अनुपात में मिला कर बनाई गई है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रयें 1 PHELLANDRIUM  AQUATICUM 30

31

पेट्रोरल्‍स -4 (पी-4)

26 अगस्त 2022
0
0
0

         पेट्रोरल्‍स -4 (पी-4)       पेट्रोरल्‍स-4 औषधी में निम्‍न वनस्‍पतियों को एक निश्‍चित अनुपात में मिला कर बनाई गई है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रयें 1   ADIANTHU

32

ग्रीन इलैक्‍ट्रीसिटी ( हरी बिजली)

26 अगस्त 2022
1
0
0

   ग्रीन इलैक्‍ट्रीसिटी ( हरी बिजली)   ग्रीन इलैक्‍ट्रीसिटी निम्‍न औषधिय पौधों से संगठन से बनाई गई है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1 ALTHEA OFFICINALIS   10 2

33

रेड इलैक्‍ट्री सिटी (लाल बिजली)

26 अगस्त 2022
1
0
0

      रेड इलैक्‍ट्री सिटी (लाल बिजली) लाल इैक्‍ट्रीसिटी एक धनात्‍मक बिजली है अत: इसका प्रयोग शरीर के ऋणात्‍मक भागों मे व रोगों में किया जाता है, यह कफ प्रकृति वालों के अनुकूल है, परन्‍तु रोग स

34

ब्‍लू इलैक्‍ट्री सिटी (नीली बिजली)

26 अगस्त 2022
1
0
0

    ब्‍लू इलैक्‍ट्री सिटी (नीली बिजली)   इसका प्रभाव रक्‍त संचालन की धमनियों पर है जो शुद्ध रक्‍त को लेकर हमारे सम्‍पूर्ण केशिकाओं में रक्‍त का वितरण करती है, यह एक घनात्‍मक इलैक्‍ट्रीसिटी है,

35

पीली बिजली डॉ0 सत्‍यम सिंह चन्‍देल बी0 एच0 एम0 एस0 , एम0 डी0 (ई0)

26 अगस्त 2022
1
0
0

      पीली बिजली   पीली बिजली नेगेटिव दवा है अत: इसका प्रयोग धनात्‍मक बीमारीयों में एंव शरीर के धनात्‍मक स्‍थानों पर किया जाता है, अत: जब कभी उत्‍तेजना चाहे वह शरीरिक हो या मानसिक हो तब इसके  प

36

सफेद बिजली (व्‍हाईट इलैक्‍ट्रीसिटी)

26 अगस्त 2022
1
0
0

    सफेद बिजली (व्‍हाईट इलैक्‍ट्रीसिटी)   यह ए‍क न्‍यूट्रल इलैक्‍ट्रीसिटी है अत: इसका प्रयोग सभी तरह के रोगो तथा किसी भी प्रकृति में की जा सकती है । यह शरीर की कमजोरी को दूर कर शरीर को बलवान बन

37

सिन्‍थेसिस (एस वाई)

26 अगस्त 2022
3
2
0

    सिन्‍थेसिस  (एस वाई) इस कम्‍पाऊंड औषधी में निम्‍न आठ दवाओं को समान मात्रा में मिश्रित कर बनाया गया है । एस-1,ए-3, एफ-1, सी-1, एल-1, पी-2, वेन-1, वर-1 यह औषधी शरीर के सभी संस्‍थानों पर कार्य कर

38

अकुआ पर ला पेली APP

20 नवम्बर 2022
0
0
0

अकुआ पर ला पेली APP इस औषधी में उपयोग की जाने वाली वनस्‍पतियों का विवरण निम्‍नानुसार है क्र0 औषधिय पौधे अन्‍य नाम मात्रा उपयोग 1 ARNICA MONTANA बुल्फ्रस वैन, लेपछर्डस वैन,माउटेन तम्बाखू 10

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए