shabd-logo

सफेद बिजली (व्‍हाईट इलैक्‍ट्रीसिटी)

26 अगस्त 2022

55 बार देखा गया 55

 

  सफेद बिजली (व्‍हाईट इलैक्‍ट्रीसिटी)

 


article-image
यह ए‍क न्‍यूट्रल इलैक्‍ट्रीसिटी है अत: इसका प्रयोग सभी तरह के रोगो तथा किसी भी प्रकृति में की जा सकती है । यह शरीर की कमजोरी को दूर कर शरीर को बलवान बनाती है ,तथा शारीरिक विकास करती है ,


तंत्रिका तंत्र, नर्वस सिस्‍टम:- तंत्रिका तंत्र, नर्वस सिस्‍टम, पैरासिम्‍फाईटिक नर्व , ग्रेट सिम्‍फाईटिक नर्व , सोरल फैक्‍सिस नर्व ,लधु मस्तिष्‍क और वात संस्‍थानों के समवेदिक सूत्रोंपर प्रभावी होने से यह इन सिस्‍टम में आई खराबी व अवरोध को दूर करती है । नर्व सिस्‍टम पर इसका प्रभाव होने के कारण यह स्‍नायुविक दुर्बलता , पागलपन, तथा शारीरिक व मानसिक उत्‍तेजना को शांत करती है । मस्तिष्‍क की स्‍नायु संस्‍थान की दुर्बलताके कारण हिद्रय का धडकना ,हिद्रय में जल का जमा होना या उच्‍च या निम्‍म रक्‍तचाप होना आदि में प्रयोग की जाती है । सोरल फैक्‍सेस में प्रभावी होने से (जो हमारे पेट में जाल की तरह से फैला हुआ है) पेट से सम्‍बन्धित बीमारीयों में जैसे भूंख न लगना , अपच , खटटी डकारों का आना, बदहजमी, भोजन का न पचना ,पेट र्दद ,पेट र्दद यदि गैस की वजह से हो  या पथरी की वजह से र्दद हो या अन्‍य प्रकार के र्ददों को भी यह शान्‍त कर देती है । दिमाक के तंत्रिका तंत्रों में प्रभावी होने से यह सिर र्दद , आधासीसी , का र्दद , या मानसिक बीमारीयों आदि में यह दवा अपनी सहायक औषधियों के साथ अच्‍छे परिणाम देती है । दिमाकी बैचैनी में इसका प्रयोग एस-10 के साथ करने से उचित लाभ होता है । नर्वस सिस्‍टम के रोगों में , पक्षाधात रोग किसी भी तरह के पक्षाधात में इसका प्रयोग अपनी सहायक औषधियों के साथ करना चाहिये ।

विषैले पदार्थो या औषधियों के दु:प्रभावों को दूर करती है । यह कमजोरी को दूर कर शरीर को बलवान तो बनाती ही है साथ ही शारीरिक विकाश में अपनी सहायक औषधियों के साथ शारीरिक विकास में सहायता करती है एंव रक्‍त की कमी को दूर करती है , बच्‍चेां की लम्‍बाई न बढ रही हो या शारीरिक विकास न हो रहा हो तो इसका प्रयोग अपनी सहायक औषधियों के साथ करने से आशानुरूप परिणाम मिलते है । भूखॅ बढाती है विष को दूर करती है पेशाब लाती है व कब्‍ज को दूर करती है , याददास्‍त को बढाती है ।  मुहॅ में छाले दॉतों का र्दद गले का र्दद , छाती पेट के रोगों में, शारीर में उत्‍तेजना बढी हो तो इसका प्रयोग करने से यह उत्‍तेजना को शांत कर देती है । ब्‍लड प्रशर के बढने पर ,इस औषधिय का लम्‍बे समय तक उपयोग किया जा सकता है इसका लम्‍बे समय तक उपयोग करने पर किसी भी प्रकार का कोई दु:परिणाम नही होते अत: हम कह सकते है कि यह एक सुरक्षित शांति प्रदान करने वाली नीद लाने वाली तथा शरीर को शक्ति प्रदान करने वाली एक बलवृद्धक औषधिय है । जैसाकि हमने पहले ही कहॉ है कि यह उत्‍तेजना का समाप्‍त करती है अत: कैसर में यदि शारीरिक या मानसिक उत्‍तेजना हो रही हो तो इसके प्रयोग से रोगी की शारीरिक व मानसिक उत्‍तेजना समाप्‍त हो जाती है । ऐनिमिया रोग रक्‍त की कमी आदि में

छाती के रोग:- छाती के रोगों में जब बलगम न निकले तब इसे अपनी सहायक औषधियों जैसे एस-1 एस-10 के साथ देने से यह बलगम को निकाल देती है । पी ग्रुप की दवाओं के साथ भी यह अच्‍छे परिणाम देती है , श्‍वास रोग ,खॉसी ,दमा,क्षय रोग एंव श्‍वसन तंत्र के रोगों में भी इसका प्रयोग अपनी सहायक औषधियों के साथ करने पर आशानुरूप परिणाम प्राप्‍त किये जा सकते है ।

पीलिया रोग में एस-5 के साथ प्रयोग कर अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त किये जा सकते है स्‍त्री पुरूषों के जेनाईटल रोगों जैसे बाझंपन , स्‍पर्म का कम होना ,नपुसकता, अण्‍डाणुओं कम बन रहे हो तब इसका प्रयोग अपनी सहायक औषधियों के साथ कर उचित परिणाम प्राप्‍त किये जा सकते है ।  लीवर रोग में एस-5 के साथ मूत्र रोग में एस-2 या मधुमेह , में सी-17 के साथ प्रयोग करना चाहिये या फिर रोग स्थिति के अनुसार अन्‍य सहायक औषधियों का भी प्रयोग किया जा सकता है । सिर र्दद या अन्‍य र्ददों में इसका वाहय प्रयोग करने से भी उचित परिणाम प्राप्‍त किये जा सकते है । किसी भी तरह के नशे को छोडने के लिये इसका प्रयाग एस-1 के साथ करना चाहिये । त्‍वचा रोग खुजली, सफेद दॉग , त्‍वचा पर दाने , मॉसपेशियों का र्दद गठिया ,बालों के झडने व असमय सफेद होने पर त्‍वचा को साफ चमकदार सुन्‍दर बनाने के लिये इसका प्रयोग एपीपी एस-5 तथा डब्‍लू ई के साथ चहरे पर लगाने से त्‍वचा साफ चमकदार सुन्‍दर हो जाती है । कील,मुंहासे आदि समस्‍याओं पर भी इसका प्रयोग अपनी सहायक औषधियों के साथ करना चाहिये । शीत ज्‍वर के आक्रमण होने, शरीर में ठण्‍ड लगने बात निर्बलता की वजह से जो र्दद हुआ करता है उसमें भी उपयोगी है जैसे दॉतों की पीडा ,गला बैठ जाना ,जब रोगी मुंह से बोलने में असफल हो तब इसके वहाय प्रयोग से लाभ होता है ।जैसाकि विदित है कि यह एक शक्तिदाय औषधिय है अत:  वृद्ध व्‍यक्तियों को शारीरिक शक्ति प्रदान करती है रक्‍त वर्धक होने से शारीरिक कमजोरी को दूर करती है, वृद्ध व्‍यक्तियों की दुर्बलता की वजह से नीद न आती हो चक्‍कर आते हो यह वृद्ध व्‍यक्तियों की कमजोरी तो दूर करती ही है साथ ही याददास्‍त को बढाती है अत: यह वृद्ध व्‍यक्तियों की साथी है  । इसका प्रभाव यकृत, प्‍हीहा, क्‍लोम ,वृक्‍क ,मस्तिष्क ,वातसूत्र ,अथवा सम्‍पूर्ण वात संस्‍थान पर है । पेशाबका बार बार होना उसमें एल्‍बुमिन आना इसकी वजह से कमजोरी आदि को यह दूर करती है । सर्दी जुखांम ,बारी बारी से आने वाले रोगों में भी यह अच्‍छा कार्य करती है । थाईराईड ,बदन तोड बुखार, ठण्‍ड देकर आने वाले बुखार ,प्रसूती ज्‍वर , क्षय रोग रयूमेटिक ज्‍वर , बात ज्‍वर , सूखीखॉसी ,फेफडों की सूजन ,स्‍वर यंत्र का जीर्ण प्रदाह ,तालुग्रथिं का प्रदाह , रक्‍त संचय के कारण दमा ,स्‍वास संस्‍थान के रोग , शुक्रक्षय ,स्‍वप्‍नदोष

डायल्‍युशन :- प्रथम डायल्‍युशन :- इसका प्रथम डायल्‍युश्‍न कमजोरी को दूर करता है भूंख लगाता है , अपच ,पेट र्दद किसी भी कारण से हो यादि दस्‍त लग रहे हो तो इसका प्रयोग एस-10 के साथ करना चाहिये

कैंसर के र्ददों में इसके वहा प्रयोग से अच्‍छे परिणा प्राप्‍त किये जा सकते है । शरीर के किसी भी स्थिान में र्दद होने पर इसके वहाय प्रयोग के उचित परिणाम प्राप्‍त किये जा सकते है ।

दूसरा डायल्‍युशन :- शान्‍ती लाता है उन्‍माद , पागलपन, नीद न आना मानसिक रोग ,बुखार आदि में

तीसरा डायल्युशन :- धबराहट, बैचैनी, खुजली, मिरगी, नर्वस सिस्‍टम से जुडे रोगों पर

हायर डायल्‍युशन :- दुबले पतले रोगी, पुराने रोगों में , त्‍वचा रोग आदि कील मुंहासे जैसे रोगों पर   

  डॉ0 सत्‍यम सिंह चन्‍देल

  बी0 एच0 एम0 एस0,एम0 डी0 (ई0)

  जन जागरण चैरीटेबिल हॉस्पिटल

  हीरो शो रूम के बाजू बाली गली नर्मदा बाई स्‍कूल

  बण्‍डा रोग मकरोनिया सागर म0प्र0

  खुलने का समय 10-00 से 4-00 बजे तक

    मो0-9300071924

  मो0 9926436304

  हमारे यहॉ इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक के डायल्‍युशन 30 एम0 एल0 में  उपलब्‍ध है

 

F:\CHANDEL (H)\electro homeopathic\ELECTRO Book\EH Book New 2021

  

38
रचनाएँ
इलेक्ट्रो होम्योपैथिक सिखये
0.0
इलेक्ट्रो होम्योपैथिक सीखने की सरल हिंदी भाषा में लिखी पुस्तक
1

इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक परिचय एंव संक्षिप्‍त मेडिसन

30 जुलाई 2022
2
1
0

इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक परिचय एंव संक्षिप्‍त मेडिसन पैरासेल्‍सस के प्रथम सिद्धान्‍त ‘ सम से सम की चिकित्‍सा ’ पर डॉ0 हैनिमैन सहाब ने होम्‍योपैथिक चिकित्‍सा का आविष्‍कार किया, वही उनकी मृत्‍यु के पश

2

होम्‍योपैथिक चिकित्‍सा पद्धति से मिलती जुलती चिकित्‍सा पद्धतियॉ

19 अगस्त 2022
4
0
0

होम्‍योपैथिक चिकित्‍सा पद्धति से मिलती जुलती चिकित्‍सा पद्धतियॉ     1- बायोकेमिक चिकित्सा   जीते तो सभी है परन्तु अपने अन्दाज में जीने का सौभाग्य बहुत ही कम लोगों को मिल पाता है । जिसने जीवन के रहस्

3

स्‍क्रोफोलोसो-1

19 अगस्त 2022
2
1
0

                                                         स्‍क्रोफोलोसो-1 इस दवा को निम्‍न पौधों से एक निश्चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है । औषधिय पौधों के नाम जिन से यहाँ दवा बनाई  ग

4

स्‍क्रोफोलोसो-2

26 अगस्त 2022
1
0
0

      स्‍क्रोफोलोसो-2       इस दवा को निम्‍न पौधों से एक निश्चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है । इस औषधी का सर्वप्रथम प्रभाव मूत्राश्‍य पर तत्‍पश्‍चात किडनी पर एंव गालब्‍लेडर होता है ।

5

स्क्रोफोलोसोस-3

26 अगस्त 2022
1
0
0

      स्क्रोफोलोसोस-3   इस दवा का प्रभाव त्‍वचा एंव सेंसरी नर्व अर्थात संवेदनशील नर्व पर होने से यह त्‍वचा रोग एंव संवेदन शील नसों पर कार्य करती है , यह स्‍पर्श शक्ति को उत्‍तेजित करती है ,

6

स्‍क्रेाफोलोस-5

26 अगस्त 2022
2
0
0

  स्‍क्रेाफोलोस-5     स्‍क्रोफोलोसो-5 स्‍क्रोफोलोसो-5 में निम्‍न औषधिय पौधों को मिश्रित कर बनाई गयी मूल औषधिय है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1  BERBERIS VULGARIS 20

7

स्‍क्रोफोलोसोस-6

26 अगस्त 2022
0
0
0

                   स्‍क्रोफोलोसोस-6   स्‍क्रोफोलोसोस-6  निम्‍न औषधिय पौधों से मिश्रित कर निमिर्त की गई है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में       1  COCHLERIA  OFFICI

8

स्‍क्रोफोलोसोस-10 या (स्‍क्रोफोलोसोस जियापुन)

26 अगस्त 2022
1
0
0

       स्‍क्रोफोलोसोस-10 या (स्‍क्रोफोलोसोस जियापुन)    स्‍क्रोफोलोसोस-10, एस-1 एंव एफ-1 से मिलती जुलती औषधिय है, अत: कहॉ जाता है कि जब इन दोनों औषधियों को देने की अवश्‍यकता हो तब एस-10 को दिया जा स

9

स्‍क्रोफोलोसोस-11 या (माल डी मर)

26 अगस्त 2022
0
0
0

     स्‍क्रोफोलोसोस-11 या (माल डी मर) क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1 COCHLEARIA  OFFICINALIS 10 2 HYDRASTIS  CANADENSIS   30 3 LOBELIA  INFLATA (Tobacco, Tambakhu)  

10

स्‍क्रोफोलोसोस-12 या (मैरीना या मार)

26 अगस्त 2022
0
0
0

    स्‍क्रोफोलोसोस-12 या (मैरीना या मार) क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1 ATROPA  BELLADONNA   10 2 COCHLEARIA  OFFICINALIS  र्स्‍कर्वी घास   20 3 EUPHRASIA  OFFICINAL

11

स्‍क्रोफोलोसो लैसेटिवो- या (एस लॉस)

26 अगस्त 2022
1
0
0

    स्‍क्रोफोलोसो लैसेटिवो- या (एस लॉस)  क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1 GENTIANA  LEUTIA   35 2 ALOES  CAPANCES (Kawar Ghandal, Ghee Kawar)   65   एस लॉस में जेन्‍टी

12

एंजियाटिकोज-1

26 अगस्त 2022
1
0
0

     एंजियाटिकोज-1    रक्‍त संचार में खराबी, या रूकावट की वजह से लो, या हाई ब्‍लड प्रेसर का होना ,ब्‍लड कम्‍पोजिशन की खराबी की वजह से यूरिया, कैटिनिन, कोलेस्‍टाईल का बनना ,हिद्रय का टॉनिक

13

एंजियाटिकोज -2

26 अगस्त 2022
1
0
0

     एंजियाटिकोज -2   रक्‍त संचार की खराबी की वजह से उत्‍पन्‍न हिद्रय सम्‍बन्धित समस्‍याये, यह दवा हिद्रय के दाहिने भाग पर प्रभावी तथा वेन पर कार्य करती है, वेन या शिराओं का कार्य अशुद्ध रक्‍

14

एंजियाटिकोज -3

26 अगस्त 2022
1
0
0

   एंजियाटिकोज -3      इस औषधी का निर्माण निम्‍न औषधीय पौधों से एक निश्चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 ARNICA  MONTANA (Brinjasik)  

15

लिंफैटिको-1 Linfatico-1(Lymphmittel-1)

26 अगस्त 2022
1
0
0

   लिंफैटिको-1 Linfatico-1(Lymphmittel-1)        लिफैटिको-1 दवा के निर्माण में निम्‍न औषधीय पौधों को एक निश्चित अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये

16

कैंसरोसोज-1

26 अगस्त 2022
1
0
0

       कैंसरोसोज-1   इस दवा का निर्माण निम्‍न औेष‍धीय पौधों को एक निश्‍चत अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 RHUS  TOXICODENDRON   20 2 CAULOPHYL

17

कैंसरोसोज-2 या सी-2

26 अगस्त 2022
0
0
0

       कैंसरोसोज-2 या सी-2    इस दवा का निर्माण निम्‍न औेष‍धीय पौधों को एक निश्‍चत अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM   30 2 EQ

18

कैंसरोसोज-3

26 अगस्त 2022
1
0
0

        कैंसरोसोज-3      इस दवा का निर्माण निम्‍न औेष‍धीय पौधों को एक निश्‍चत अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM

19

कैंसरोसो-4 (C-4)

26 अगस्त 2022
1
0
0

     कैंसरोसो-4 (C-4)   इस दवा का निर्माण निम्‍न औेष‍धीय पौधों को एक निश्‍चत अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है ।     क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM   40

20

कैंसरोसो-5

26 अगस्त 2022
2
0
0

       कैंसरोसो-5   इस औषधिय का कार्य क्ष्‍ेात्र विस्‍तृत है, सभी तरह के रोगों इसका प्रभाव में 90 प्रतिशत तक है । यह सैल्‍स एंव टिश्‍यूज रिमेडिज दवा है , इस दवा का प्रभाव समस्‍त ग्रथियों के सैल्‍स ए

21

स्‍क्रोफोलोसोस-6डॉ0 सत्‍यम सिंह चन्‍देल , बी0 एच0 एम0 एस0 , एम0 डी0

26 अगस्त 2022
0
0
0

                   स्‍क्रोफोलोसोस-6   स्‍क्रोफोलोसोस-6  निम्‍न औषधिय पौधों से मिश्रित कर निमिर्त की गई है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में       1  COCHLERIA  OFFICI

22

स्‍क्रोफोलोसोस-10 या (स्‍क्रोफोलोसोस जियापुन)

26 अगस्त 2022
0
0
0

       स्‍क्रोफोलोसोस-10 या (स्‍क्रोफोलोसोस जियापुन)    स्‍क्रोफोलोसोस-10, एस-1 एंव एफ-1 से मिलती जुलती औषधिय है, अत: कहॉ जाता है कि जब इन दोनों औषधियों को देने की अवश्‍यकता हो तब एस-10 को दिया जा स

23

कैंसरोसोस-13

26 अगस्त 2022
0
0
0

    कैंसरोसोस-13   कैंसरोसोस-10 में प्रयुक्‍त औषधीय पौधे व उनकी मात्रायें निम्‍नानुसार है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 RHUS  TOXICODENDRON  25 2 VINCETOXICUM  OFFICINALE  20 3

24

कैंसरोसो-15 (सी-15) या लार्ड-1

26 अगस्त 2022
0
0
0

     कैंसरोसो-15  (सी-15) या लार्ड-1 कैंसरोसो-15 निम्‍न वनस्पितियों को मिश्रित कर बनाई गयी है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM   30 2 MARASDENIA CONDURANGO   30

25

कैंसरोसो-17 (सी-17) या सी टी बी

26 अगस्त 2022
0
0
0

     कैंसरोसो-17  (सी-17) या  सी टी बी कैंसरोसो-17 निम्‍न वनस्पितियों को मिश्रित कर बनाई गयी है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 CONIUM  MACULATUM   15 2 PIMPINELLA  SAXIFRAGE  

26

फेब्रीफ्यूगो-1 डॉ0 सत्‍यम सिंह चन्‍देल,बी0 एच0 एम0 एस0 , एम0 डी0 (ई0)

26 अगस्त 2022
1
0
0

     फेब्रीफ्यूगो-1   फेब्रीफ्यूगों दवा के निर्माण में निम्‍न वनस्‍पतियों का प्रयोग एक निश्‍चित अनुपात में किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 1.  ACONITE  NAPILLUS (Vatsnabh)

27

फेब्रीफ्यूगो-2

26 अगस्त 2022
1
0
0

   फेब्रीफ्यूगो-2 क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 AESCULUS  HIPPOCASTANUM   10 2 BERBERIS  VULGARIS 20 3 CETRARIA  ISLANDICA 5 4 CINCHONA  CALISIYA 10 5 CINCHONA  SUCCIRUBRA

28

पेट्रोरल्‍स -1 (पी-1)

26 अगस्त 2022
0
0
0

     पेट्रोरल्‍स -1 (पी-1)          क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 ADIANTHUM CAPILI VENERIS (Hansraj)   10 2 ALLIUM CEPA (Red Onion, Lal Piyaj) 20 3 EUCALYPTUS  GLOB

29

पेट्रोरल्‍स -2 (पी-2)

26 अगस्त 2022
0
0
0

        पेट्रोरल्‍स -2 (पी-2) पेट्रोरल्‍स -2 औषधी में निम्‍न वनस्‍पतियों को एक निश्‍चित अनुपात में मिला कर बनाई गई है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रयें 1   ADIANTHUM CAPILI VENERIS (H

30

पेट्रोरल्‍स -3 (पी-3)

26 अगस्त 2022
0
0
0

         पेट्रोरल्‍स -3 (पी-3)  पेट्रोरल्‍स-3 औषधी में निम्‍न वनस्‍पतियों को एक निश्‍चित अनुपात में मिला कर बनाई गई है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रयें 1 PHELLANDRIUM  AQUATICUM 30

31

पेट्रोरल्‍स -4 (पी-4)

26 अगस्त 2022
0
0
0

         पेट्रोरल्‍स -4 (पी-4)       पेट्रोरल्‍स-4 औषधी में निम्‍न वनस्‍पतियों को एक निश्‍चित अनुपात में मिला कर बनाई गई है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रयें 1   ADIANTHU

32

ग्रीन इलैक्‍ट्रीसिटी ( हरी बिजली)

26 अगस्त 2022
1
0
0

   ग्रीन इलैक्‍ट्रीसिटी ( हरी बिजली)   ग्रीन इलैक्‍ट्रीसिटी निम्‍न औषधिय पौधों से संगठन से बनाई गई है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये प्रतिशत में 1 ALTHEA OFFICINALIS   10 2

33

रेड इलैक्‍ट्री सिटी (लाल बिजली)

26 अगस्त 2022
1
0
0

      रेड इलैक्‍ट्री सिटी (लाल बिजली) लाल इैक्‍ट्रीसिटी एक धनात्‍मक बिजली है अत: इसका प्रयोग शरीर के ऋणात्‍मक भागों मे व रोगों में किया जाता है, यह कफ प्रकृति वालों के अनुकूल है, परन्‍तु रोग स

34

ब्‍लू इलैक्‍ट्री सिटी (नीली बिजली)

26 अगस्त 2022
1
0
0

    ब्‍लू इलैक्‍ट्री सिटी (नीली बिजली)   इसका प्रभाव रक्‍त संचालन की धमनियों पर है जो शुद्ध रक्‍त को लेकर हमारे सम्‍पूर्ण केशिकाओं में रक्‍त का वितरण करती है, यह एक घनात्‍मक इलैक्‍ट्रीसिटी है,

35

पीली बिजली डॉ0 सत्‍यम सिंह चन्‍देल बी0 एच0 एम0 एस0 , एम0 डी0 (ई0)

26 अगस्त 2022
1
0
0

      पीली बिजली   पीली बिजली नेगेटिव दवा है अत: इसका प्रयोग धनात्‍मक बीमारीयों में एंव शरीर के धनात्‍मक स्‍थानों पर किया जाता है, अत: जब कभी उत्‍तेजना चाहे वह शरीरिक हो या मानसिक हो तब इसके  प

36

सफेद बिजली (व्‍हाईट इलैक्‍ट्रीसिटी)

26 अगस्त 2022
1
0
0

    सफेद बिजली (व्‍हाईट इलैक्‍ट्रीसिटी)   यह ए‍क न्‍यूट्रल इलैक्‍ट्रीसिटी है अत: इसका प्रयोग सभी तरह के रोगो तथा किसी भी प्रकृति में की जा सकती है । यह शरीर की कमजोरी को दूर कर शरीर को बलवान बन

37

सिन्‍थेसिस (एस वाई)

26 अगस्त 2022
3
2
0

    सिन्‍थेसिस  (एस वाई) इस कम्‍पाऊंड औषधी में निम्‍न आठ दवाओं को समान मात्रा में मिश्रित कर बनाया गया है । एस-1,ए-3, एफ-1, सी-1, एल-1, पी-2, वेन-1, वर-1 यह औषधी शरीर के सभी संस्‍थानों पर कार्य कर

38

अकुआ पर ला पेली APP

20 नवम्बर 2022
0
0
0

अकुआ पर ला पेली APP इस औषधी में उपयोग की जाने वाली वनस्‍पतियों का विवरण निम्‍नानुसार है क्र0 औषधिय पौधे अन्‍य नाम मात्रा उपयोग 1 ARNICA MONTANA बुल्फ्रस वैन, लेपछर्डस वैन,माउटेन तम्बाखू 10

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए