गलत कौन - माँ या बेटा
आज एक बूढ़ी माँ अकेले अपने बेटे का इंतज़ार करते हुए तड़प रही है पर बेटा है कै माँ से ना जाने क्यू रूठकर बैठा है ।
माँ कहती है की बेटा क्यूँ ख़फ़ा है मुझसे ओर बेटा कहता है ऐसा क्यूँ किया माँ तूने मेरे साथ ।
जब में छोटा था तब मुझे सबसे ज़्यादा तेरी ज़रूरत थी तब तू अपनी दुनियादारी में व्यस्त थी माँ।
जब में अकेले रोता था तब तू अपने दोस्तों के साथ मग्न थी माँ।
क्या नही किया पापा ने सबके लिए पर तू उस प्यार से भी तृप्त ना हो सकीं माँ ।
कैसे भूल जाती थी तू जब पापा कई कई दिन काम से बाहर रहते थे तब तुझे पापा का प्यार भी देना था पर तू तो अपने मानसिक ओरशारीरिक त्रिशनाओ को तृप्त करने में लगी थी कभी सोचा क्या लगता होगा मुझे जब मेरे ही मित्र मुझपर हंसते थे ।
कहते है बेटा भुका हो तो माँ के पेट में निवाला नही जाता पर तुझे कभी मेरी भूक दिखी नही माँ ।
माना के बाहर बिकने वाले सभी सुख तूने दिए पर तेरा प्यार कहाँ था माँ ।
क्या सिर्फ़ खिलोने से मन बहलता है अगर हाँ तो रिश्ते क्यू बनाता है भगवान ।
क्यू तूने कभी कोई रिश्ता ना समझा,क्यू तूने ना सोचा के जवानी तो जाने वाली है उस पर इतना अभिमान क्यू था तूजको माँ ।
बच्चा रोता है तो माँ का कलेजा फटता है पर तेरे माथे पर एक शिकन ना आयी माँ।।
एक प्यारी सी बहन थी मेरी पर उसके भी हाथों में मेहंदी लगाने की इतनी जल्दी क्यू थी क्या बोझ थी वो तुझ पर,या थक गई थी तू पालकर इतना जल्दी ?
माँ- पिता का काम है कन्या दान करना पर तूने तो अपने जिगर के टुकड़े को बिना सोचे समझे किसी को दे दिया, ऐसा क्यूँ किया तूने माँ?
कहते है बच्चे गलती करे तो माँ उनको सही रास्ता दिखाती है पर तूने तो एक गलती पर अपने घर पर आने वाले सब रास्ते बंद कर दिएथे माँ ।
माँ का प्यार एक चुम्बक की तरह होता है जिससे बेटा खिचा चला आता है पर तेरे प्यार का वो आकर्षण क्यू नही है ?
क्यू आज चाह कर भी में तुझे माफ़ नही कर पा रहा हूँ ?
क्यू मेरे कदम तेरे पास आने से रुक रहे है ?
लोग कहते है माँ के दूध का क़र्ज़ उतारना आसान नही पर क्या सिर्फ़ छाती का दूध पिलाना ही पूर्ण मातत्व है ?
दुनिया कहती है बेटा बदल गया है वो बूढ़ी माँ का ध्यान नही रखता -
क्या सच में आज बदला हूँ में ?
क्या तूने कभी अपना बेटा माना था मुझे ?
अगर माँ कुमाता हो तो कैसे बेटा श्रवण बनेगा ?
समाज तो मुझे गलिया देगा क्यूँकि में समाज को जाकर तेरे बारे में बताऊँ इतना भी बुरा नही हूँ में ।।