दिनांक: 28.2.2022
समय : रात्रि 9 बजे
प्रिय डायरी जी,
बेलारूस में आज रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत हुई, पर दोनो की सहमति नहीं बनी। क्योंकि रूस पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है।
पहले-पहल अकेले नजर आ रहे यूक्रेन को अब पूरी दुनिया से समर्थन मिलना शुरू हो गया है। रूस की निंदा पूरी दुनिया में शुरू हो गई है। इंडिया रूस का दोस्त है, पर उसने भी रूस का पक्ष नहीं लिया और आज वोटिंग में एब्सेंट रहा। अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों ने रूस पर भारी दबाव बढ़ा दिया है, बैंकों पर बैन लगा दिया और साथ ही आने वाले दिनों में यूक्रेन की मदद के लिए अतिरिक्त सहायता का वादा किया गया है। USSR से अलग हुए देश खुलकर यूक्रेन के साथ हैं।
जर्मनी, नीदरलैंड, एस्टोनिया, हॉवित्जर भी यूक्रेन को हथियार सप्लाय कर रहे है। जो लोग सीधे सीधे उसके साथ नहीं है, वे भी मन से यूक्रेन के साथ है। इस तरह रूस अलग पड़ता जा रहा है। इस बौखलाहट में रूस ने अपने परमाणु बेस को तैयार रहने को कह दिया है।
रूस का कहना है कि यूक्रेन का अस्तित्व ही नाजायज है!!!!! ........... इसलिये क्या उसे जिंदा रहने का अधिकार नहीं है?????
कल का दिन बताएगा कि क्या होगा!!! शिवजी की बारात है पता नहीं कौन कौन नाचेगा!!! तांडव होगा या भूत-प्रेत खेल करके, भांग पीने के बाद अपने घर जाकर सो जाएंगे!!!! क्या पार्वती मां शिवजी को तांडव नहीं करने देंगी और शिवजी की तीसरी आंख नहीं खुलेगी!!!!!
अब मुद्दा यह है कि पार्वती मां का रोल निभाएगा कौन?
NATO?????
कल सुबह का इंतज़ार रहेगा।
गीता भदौरिया