दिनांक : 04.02.2022
समय : 7 बजे प्रात:
प्रिय सखी,
सुप्रभात!
आपका दिन मंगलमय हो।
ईर्ष्या ऐसी चीज़ है वो उन लोंगों से ज्यादा होती है जो लोग आपके बेहद करीब होते है। अनजान लोगों से ईर्ष्या कौन करता है?
भय ऐसी चीज़ है जो उन चीजों से होती है जो हमने कभी देखीं ही नहीं होती। देखी हुई चीजों से भय कौन खाता है?
अभिमान ऐसी चीज़ है जो उसे ही होती है जिसे ईश्वर समय से पहले बहुत कुछ दे देता हैं। समय के साथ मेहनत कर कमाई गई चीजों से अभिमान किसके अंदर आता है? उसे तो नम्रता की सीख मिल जाती है।
स्वाभिमान उसे होता है जिसे ईश्वर ने समय पर भी कुछ नहीं दिया होता। जीवन में कमाने के चक्कर में स्वाभिमान कब पीछे छूट जाता है, पता भी नही चलता।
प्यार वो चीज़ है जो बाटने से बढ़ती है। लौट-लौटकर वापिस आती है।
नफरत वो धुँआ है, जो एक सेकंड में सबको आपनी चपेट में ले लेता है। सबसे पहला शिकार वही होता है, जो अंदर से कमजोर है। स्वस्थ मन और शरीर में नफरत कहाँ टिक पाती है?
इसलिए कोरोना काल में पॉजिटिव रहें और नफरत के बीज को अंकुरित ना होने दें।
तुम्हारी जाग्रत सखी,
गीता भदौरिया