दिनाँक : 27.2.2022
समय : दोपहर 12 बजे
प्रिय डायरी जी,
कल मेरी मैरिज एनिवर्सरी थी, जिसके लिए सभी ने शुभकामनाएं दीं। आशुजी ने तो अपनी डायरी में मुझे शुभकामनाएं देने के साथ साथ मेरे लिए एक प्यारी सी कविता भी लिखी। बहुत-बहुत धन्यवाद आशुजी। इतने व्यस्त समय में भी इतनी लंबी और सार्थक डायरी लिखने के लिए साधुवाद। मेरे लिए आपने इतनी अच्छी कविता लिखी उसके लिए हार्दिक आभार। 👌👍👌👌👌💐💐 बहुत अच्छा लगा पढ़कर।डिजिटल प्लेटफार्म पर भी ऐसे रिश्ते बन जाते है, पता नहीं था, बहुत आभार।
आजकल टीवी देखकर दिमाग खराब हो रहा है। विश्व की स्थिति बहुत खराब हो रही है। अगर चीन रूस की मदद को आगे आता है तो अमेरिका जरूर युद्ध मे कूदेगा। क्योंकि चीन ने कोरोना वायरस और अपनी इंडस्ट्री के जरिये अमेरिका की अर्थव्यवस्था को भारी हानि पंहुचाई है। आज की तारीख में चीन अमेरिका को काफी पीछे छोड़कर महाशक्ति बन चुका है।
सखी, अगर बाकि देश यूक्रेन की सहायता नहीं करते तो चीन ताइवान को भी अपने में मिलाने के लिए उसपर हमला करेगा और फिर भारत की ओर बढ़ेगा। पाकिस्तान पहले से ही चीन की सपोर्ट में है। चूंकि भारत रूस को अपना मित्र मानता है और चीन भी, तो पता नहीं गेंद किसके पाले में पड़ेगी। उधर आज सुबह जापान ने दावा किया है कि साउथ कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाईल का परीक्षण किया है तो जापान अलर्ट पर है। रूस से अलग हुए देश यूक्रेन के लिए गुटबाजी कर रहे है।
सखी, इस तरह ये कहानी चौतरफा विश्वयुद्ध की तरफ बढ़ रही है। इंडिया के लिए अपना स्टैंड लेना काफी मुश्किल होगा।
पहला असर तो पहले से ही बढ़ रही महंगाई पर होगा । यूक्रेन में मेरी जान पहचान की दो लड़कियां MBBS करने के लिए यूक्रेन के खारकीव गई हुई हैं और दोनों ही वहां फंस गई है। उनकी यूनिवर्सिटी की बस बॉर्डर तक जाने के लिए उन्हें बस में बिठा कर ले गई थी लेकिन वहां बॉर्डर क्रॉस करने के लिए इतनी लंबी लाइन है और जाम लगा है कि वह बस वापिस यूनिवर्सिटी आ गई। ऐसे हज़ारों बच्चे वहां फंसे हैं और उनके माता पिता की जान हलक में फंसी हुई है। दूसरे बॉर्डर देशों में जाना अपेक्षाकृत आसान है लेकिन बच्चे वहां जाकर रहेंगे कहाँ और फिर दूसरे देश से निकालने के लिए भी वही मशक्कत करनी पड़ेगी।
हालांकि रूस पर बड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए है, पर रूस ने इन सब के बारे में पहले से सोच रखा होगा।
प्रार्थना करें कि रूस को सद्बुद्धि आ जाये और वह विश्व को तीसरे विश्वयुद्ध की तरफ ना धकेले। क्योंकि पाकिस्तान और चीन भारत के लिए तैयार बैठे हैं।
गीता भदौरिया