दिनाँक : 16.02.2022
समय : रात 8 बजे
प्रिय डायरी जी,
कोई भी हिंदी का कार्यक्रम हो और आपको सरस्वती वंदना के लिए सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की ये कविता सुनाई नॉय दे, ऐसा हो नहीं सकता।
वर दे, वीणावादिनि वर दे!
प्रिय स्वतंत्र-रव अमृत-मंत्र नव
भारत में भर दे!
काट अंध-उर के बंधन-स्तर
बहा जननि, ज्योतिर्मय निर्झर;
कलुष-भेद-तम हर प्रकाश भर
जगमग जग कर दे!
नव गति, नव लय, ताल-छंद नव
नवल कंठ, नव जलद-मन्द्ररव;
नव नभ के नव विहग-वृंद को
नव पर, नव स्वर दे!
वर दे, वीणावादिनि वर दे।
हिंदी के प्रख्यात लेखक सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का आज जन्मदिन है।
साहित्य के प्रतिष्ठित नाम शरत चंद्र चट्टोपाध्याय की आज पुण्यतिथि है। शरतचंद जी तो बड़े और छोटे पर्दे पर भी छाए रहे।
शरत जब एक बार बर्मा से कलकत्ता आए तो अपनी कुछ रचनाएँ कलकत्ते में एक मित्र के पास छोड़ गए। शरत को बिना बताए उनमें से एक रचना "बड़ी दीदी" का 1907 में धारावाहिक प्रकाशन शुरु हो गया। दो एक किश्त निकलते ही लोगों में सनसनी फैल गई और वे कहने लगे कि शायद रवींद्रनाथ नाम बदलकर लिख रहे हैं। लेकिन शरतचंद्र जी को इसकी खबर साढ़े पाँच साल बाद मिली। उनकी कहानी "चरित्रहीन" के छपने में बड़ी दिक्कत हुई। भारतवर्ष के संपादक कविवर द्विजेंद्रलाल राय ने इसे यह कहकर छापने से मना कर दिया किया कि यह सदाचार के ख़िलाफ़ है। शरतचंद्र के कई उपन्यासों पर हिन्दी फिल्में भी बनी हैं। उनके उपन्यास चरित्रहीन पर आधारित 1974 में इसी नाम से फ़िल्म बनी थी। उसके बाद देवदास पर तो इसी नाम से तीन बार फ़िल्म देवदास बन चुकी है।
मशहूर उर्दू शायर मिर्जा गालिब की 100वीं पुण्यतिथि है। उनकी शायरी तो आज आम बोलचाल की भाषा बन गई है।
हिंदी सिनेमा के पितामह दादा साहब फाल्के का निधन 1944 में आज ही के दिन हुआ। जिनके नाम से भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा पुरस्कार 'दादा साहेब फाल्के पुरस्कार' है।
इन सभी साहित्यिक विभूतियों को मेरा सादर नमन🙏
गीता भदौरिया