डायरी दिनांक २५/१०/२०२२
शाम के तीन बजकर बीस मिनट हो रहे हैं ।
कल दीपावली की छुट्टी के दिन का आरंभ ठाकुर जी के सिंहासन की सजावट के साथ हुआ। इस बार फूल बहुत ज्यादा मंहगे हो गये हैं। पिछली दीपावली से लगभग तीन गुना। साथ ही साथ इस बार बाजार में बहुत कम फूल बाले थे। पिछली दीपावली पर तो कचहरी रोड पर ही चार फूल विक्रेता बैठे हुए थे। जबकि इस बार फूल लाने के लिये दूर जाना पड़ा।
आज सूर्य ग्रहण होने बाला है। आंशिक सूर्य ग्रहण लगभग पूरे भारत में दिखाई देगा। आगामी पूर्णिमा को चंद्र ग्रहण भी पड़ेगा। भारतीय ज्योतिष के अनुसार एक ही पक्ष में दो ग्रहण होना ठीक नहीं माना गया है।
दो दिनों से कुछ भी लिखने का समय नहीं मिल पा रहा है। बिना तैयारी के और पूरा समय दिये कुछ भी लिखना बेकार ही है।
अभी के लिये इतना ही। आप सभी को राम राम।