डायरी दिनांक ०५/१०/२०२२
रात के आठ बजकर तीस मिनट हो रहे हैं ।
पूरी साल कन्याओं को दुत्कारने तथा मात्र नवदुर्गा में कन्याओं का पूजन करने से शायद ही कन्या पूजन का उद्देश्य सफल हो। फिर भी संतोष की बात है कि कन्या पूजन के बहाने ही कन्याओं को लोग पूछने लगते हैं। वैसे कन्यादान के विषय में भी यही माना जाता है कि मनुष्य कितने भी दान कर ले, पर कन्या दान के बिना उसके दान पूर्ण नहीं होते।
आज दिन में आराम करने का विचार था। उससे पहले अल्ट्रासाउंड कराने चला गया। पर आज अल्ट्रासाउंड में बहुत ज्यादा देर लग गयी। पर परिणाम बहुत अच्छा रहा। रिपोर्ट से ज्ञात हुआ कि पिछली रिपोर्ट में यूरिनल ब्लेडर की आठ एम एम की पथरी पूरी तरह समाप्त हो चुकी है। दांयी किडनी में भी मात्र ढाई एम एम की पथरी बची है। बांयी किडनी की पांच एम एम की पथरी तो पहले ही निकल चुकी थी।
इससे पहले कभी भी होमोपेथिक विधि से इलाज नहीं कराया था। आयुर्वेदिक इलाज से तो कई बार फायदा हुआ है। पर होमोपेथिक इलाज के विषय में पूरी तरह विश्वास नहीं था। अब जब परिणाम सामने है तब अविश्वास करने का प्रश्न ही नहीं उठता।
आज दशहरा के दिन प्रभु श्री राम ने रावण का वध किया था। रावण जो कि अपने समय का बड़ा विद्वान, परम शक्तिशाली, शूरवीर था, वह अपनी शक्ति और बुद्धि के मद में चूर होकर अन्याय का पर्यायवाची बन चुका था। रावण के दस सिर और बीस भुजाओं का अर्थ यह भी माना जाता है कि रावण दस मनुष्यों के बराबर था। अपार शक्तिशाली होने के उपरांत भी रावण का अंत हुआ।
टैक्टर में ट्राली लगाकर कृषक आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई का कार्य करते हैं। फिर कभी कभी पर्व आदि पर गांव के लोगों के आवागमन का साधन भी टैक्टर ट्राली होते हैं। पहले तो गांवों में बरात भी टैक्टर ट्राली से जाती थीं।
अभी नवदुर्गा के अवसर पर विभिन्न दुर्घटनाओं में टैक्टर ट्राली की सवारियों की मृत्यु हो जाने के बाद से उत्तर प्रदेश में टैक्टर ट्रालियों का उपयोग सवारियों को लाने ले जाने के लिये करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसका किसान नेता विरोध कर रहे हैं। सरकार और किसान नेताओं दोनों के अपनी बात के समर्थन में अपने अपने तर्क हैं।
अभी के लिये इतना ही। आप सभी को राम राम।