प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान राम के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के समर्पण अभियान के तहत एक अद्वितीय पहल की है जिसमें श्री राम जन्मभूमि मंदिर के स्मारक डाक टिकट और एक पुस्तक का आधारित संग्रहित डाक टिकट जारी किए गए हैं. इस प्रमुख सांस्कृतिक घटना के माध्यम से पीएम ने विश्वभर में भगवान राम के महत्वपूर्ण स्थलों की महत्वपूर्णता को साझा करते हुए एक सांविदानिक पहल की है.
इस प्रक्रिया में प्रधानमंत्री ने छः विभिन्न डाक टिकट्स जारी किए हैं, जिनमें राम मंदिर के स्मारक चित्र के साथ-साथ भगवान गणेश, हनुमान, जटायु, केवटराज, और मां शबरी शामिल हैं. इन टिकट्स के माध्यम से पीएम मोदी ने रामायण के महत्वपूर्ण पात्रों और स्थलों को समर्थन दिखाया है, जो हिन्दू धर्म में गहरा महत्व रखते हैं.
इस पूरे कार्यक्रम के दौरान, पीएम मोदी ने संतों का समर्थन प्रकट किया और उन्हें प्रणाम किया. उन्होंने सांत्वना दी कि डाक विभाग को राम ट्रस्ट के साथ साथ संतों का भी साथ मिला है, जिससे यह पहल सफलता प्राप्त कर सकी है.
इस अद्वितीय पहल के माध्यम से, पीएम मोदी ने पोस्टल स्टैंप्स को एक महत्वपूर्ण सांविदानिक और सांस्कृतिक उपकरण मान्यता दी है. उन्होंने बताया कि ये स्टैंप्स विचारों, इतिहास, और ऐतिहासिक अवसरों को आगे बढ़ाने का माध्यम भी हैं. डाक टिकट के माध्यम से जब कोई भेजता है, तो वह सिर्फ पत्र नहीं भेजता बल्कि पत्र के माध्यम से इतिहास के अंश को दूसरे तक पहुंचा देता है.
यह पहल न केवल हमारे समाज के सांस्कृतिक एवं धार्मिक आधार को बढ़ावा देने में सहायक है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को इतिहास, संस्कृति, और धार्मिकता के प्रति संबोधित करने का एक शाश्वत और सुरक्षित माध्यम भी प्रदान करता है. इस प्रकार, डाक टिकट्स ने अपनी अनूठी भूमिका निभाते हुए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक पहल की शुरुआत की है.