14 जनवरी को गोवा से दिल्ली जा रही इंडिगो फ्लाइट में हुई देरी ने यात्रीगण को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। फ्लाइट की मुंबई डायवर्ट कर दी जाने के बाद, यात्रीगण ने टरमैक पर बैठकर अपनी आपबीती साझा की, जिससे एक बड़ी विवादित स्थिति उत्पन्न हुई। इस पूरे मामले को लेकर इंडिगो ने यात्रीगण से माफी मांगी और उन्हें भविष्य में ऐसी घटनाओं की बचाव के लिए कठिनाईयों पर काम करने का आश्वासन दिया है।
यह घटना उत्तर भारत में चल रही ठंडी सर्दी के मौसम में हुई, जिससे कोहरे का सम्मुखन बढ़ गया है। इसके परिणामस्वरूप, ट्रेन और प्लेन से यात्रा करने वाले यात्रीगण को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
14 जनवरी को गोवा से दिल्ली जा रही इंडिगो फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट कर दिया गया, जिससे यात्रीगण का सब्र टूट गया और वे टरमैक पर बैठ गए। यात्रियों ने अपने प्रतिबंधित स्थिति को वीडियो में दिखाया, जिसने सोशल मीडिया पर व्यापक प्रसार प्राप्त किया।
इस विवाद के बाद इंडिगो ने त्वरित रूप से यात्रीगण से माफी मांगी और इस मामले की जांच का आदान-प्रदान किया। यह दिखाता है कि एयरलाइन को अपने ग्राहकों के प्रति जिम्मेदारी महत्त्वपूर्ण है और उन्हें सही समय पर और सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य पर पहुंचाना चाहिए।
यात्रीगण के दावे के अनुसार, इंडिगो की फ्लाइट में 14 जनवरी को लगभग 18 घंटे की देरी हुई और फिर उसे मुंबई डायवर्ट कर दिया गया। इसके परिणामस्वरूप, यात्रीगण ने ठंडी में टरमैक पर बैठकर खुद को समर्थन देने का फैसला किया और इंडिगो विमान के पास रनवे पर ही खाना खाया।
इस मामले से स्पष्ट होता है कि उच्च गुणवत्ता और सेवा मानकों का पालन करने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों और यात्रीगण अपनी सफलताओं के साथ सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें।