श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर में भगवान राम की आरती और दर्शन के समय की जानकारी देने के साथ ही भक्तों को विभिन्न आरतियों का समय सुनाया है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद संभावित भक्तों की भीड़ को देखते हुए ट्रस्ट ने एक विस्तृत समय सूची जारी की है जिसमें श्रृंगार आरती से लेकर शयन आरती तक का समय शामिल है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि श्रीराम लला की श्रृंगार आरती सुबह साढ़े चार बजे और मंगला आरती सुबह साढ़े छह बजे होगी। इसके बाद भक्त सात बजे से दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि भगवान राम की भोग आरती दोपहर बारह बजे होगी। इसके बाद संध्या आरती शाम साढ़े सात बजे, भोग आरती आठ बजे और शयन आरती रात दस बजे होगी।
श्रृंगार आरती का समय तड़के साढ़े चार बजे का है, जो भक्तों को एक अद्वितीय और भगवान राम के साथ अद्वितीय क्षण में पहुंचने का अवसर देता है। मंगला आरती का समय सुबह साढ़े छह बजे को है, जो भक्तों को एक मंगलमय और नए दिन की शुरुआत के लिए आत्मा समर्पित करता है।
श्रद्धालुओं को दर्शन करने का अवसर सात बजे से मिलेगा, जब भक्त भगवान राम के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति का अभिव्यक्ति कर सकेंगे। भगवान राम की भोग आरती दोपहर बारह बजे होगी, जिससे मध्याह्न का समय भक्तों को और भी पवित्र बनाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद से उमड़ रही भक्तों की भीड़ को देखते हुए, राम मंदिर के प्रबंधन ने समय सूची जारी करके व्यवस्थाएं की हैं, ताकि दर्शन करने वाले भक्तों को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से मंदिर में प्रवेश कर सकें।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद, अयोध्या में दिनबद्धि रूप से बढ़ती हुई भक्ति की भीड़ के बारे में जानकर हम यह समझ सकते हैं कि लोग किस उत्साह और श्रद्धा के साथ राम मंदिर की ओर बढ़ रहे हैं।