उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए प्रदेश भर में मीट-मछली और शराब की दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया है। इसका मुख्य उद्देश्य समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक समर्पण को प्रोत्साहित करना है। यह निर्णय अयोध्या में होने वाले प्रतिष्ठा समारोह के माहौल को शुद्ध और आध्यात्मिक बनाए रखने का प्रयास है।
गृह विभाग ने इस निर्णय को प्रदेश भर में पूर्वाग्रह और सुरक्षा के संदर्भ में लिया है। यह निर्णय सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि समाज में शांति और एकाता की भावना बनी रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह विभाग ने इस सम्मानय समारोह के दौरान दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया है। इससे सामाजिक और धार्मिक उत्साह को बढ़ावा मिलेगा और लोग इस अद्वितीय क्षण को ध्यान में रखकर समर्पित रहेंगे।
प्रदेश सरकार ने कुछ दिन पहले ही 22 जनवरी को पूरे प्रदेश में शराब की दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया था। इससे आंतरिक सुरक्षा में सुधार होगा और लोग सुरक्षित महसूस करेंगे।
यह निर्णय समाज में सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों के प्रति समर्पण को बढ़ावा देगा, जिससे लोग इस महत्वपूर्ण समारोह को और भी उत्साह से मनाएंगे। इसके साथ ही, यह एक सकारात्मक संकेत है कि सरकार समाज की भलाइयों के लिए पहल कर रही है और लोगों को सांस्कृतिक समर्पण में बढ़ोतरी करने के लिए प्रेरित कर रही है।
इस अद्वितीय क्षण में गृह विभाग की उपयुक्त नीतियों के माध्यम से सरकार ने इस समारोह को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने का प्रयास किया है। इससे लोग समर्पण और एकता की भावना में भागीदार बनेंगे और इस महत्वपूर्ण दिन को ध्यान में रखकर उच्च आदर्शों की ओर बढ़ेंगे।