जिना यहाँ मरणा यहाँ! हसना यहाँ, रोना यहाँ छोटी छोटी खुशियोमै मुस्कुराना यहाँ किसीके दुःख मे सहारा देना यहाँ जिना यहाँ मरणा यहाँ इसके सिव्हा जाना कहाँ! जीवन कि परिस्थितियोको निभाना यहाँ! खुशियोको बाटने से बढाना हे यहाँ! किसीको दुःख मत देना, आसू बहोत क
पुरस्कारों से ऊपर भी व्यक्ति की एक छवि होती है, उल्लेखनीय प्रयास होते हैं, अनगिनत सराहनीय उपलब्धियाँ होती हैं। बाल अधिकार कार्यकर्ता के रूप में नोबेल पुरस्कृत कैलाश सत्यार्थीजी की उपलब्धियों पर न जाने कितना कुछ लिखा जा चुका है; लेकिन जब हम उनके जीवन
कब तक चुप रहे हम कब तक सहे हम गुलामी की जंजीरो मे जागो और जगाओ ,अलख जगाओ अब रूके न रूके कर लो ऐसी तैयारी क्योकि अब गुंज उठी रंभेरी की सहनाई ! बिलखे मोरो माई बहीनिया बिलखे मोरो माई बिलखे अब तो घर बहुरनीया कैसन वर हम पाई पापा कहलन नौकरी करे ला दुलहा
रामराज्य की परिकल्पना एक आदर्श व्यवस्था का प्रतीक है। रामराज्य ऐसे क्षेत्र की संपूर्ण परिभाषा है, जहाँ हर क्रियाकलाप एक-दूसरे के सामंजस्य से पूरा होता है। रामराज्य की संकल्पना जनहित और सर्वसमावेशी व्यवस्था पर आधारित है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का
दोस्तों , आज आपको एक ऐसी सत्य घटना सुनाता हूं जो जीवन में बहुत प्रभाव छोड़ जाती है । और मेरे जीवन को बदलने में बहुत सार्थक है बात उन दिनों की है जब मैं गुजरात में एक सीमेंट कंपनी में सीनियर पेरा मेडिकल ऑफिसर के रूप में काम कार्य करता था वहा पर सीमे
एक मासूम बेपनाह शरारती लाडला बच्चा जिसके चेहरे को देखकर चेहरा खिल उठता है। हुनर-ए-लतीफा की खूबियों से लैस एक महानï् फनकार। करोड़ों दिलों को करोड़ों खुशियाँ बाँटता है; जिसके हर शो के इंतजार में हर शो में शामिल होने के लिए अनगिनत लोग घडिय़ाँ गिनते हैं।
(गोस्वामी तुलसीदास) 🙏🙏 जय श्री राम🙏🙏 तुलसीदास का जन्म विक्रम संवत 1554 ई० क्षवण शुक्ल पक्ष सप्तमी मे उत्तर प्रदेश के सोरो नामक ग्राम में हुआ था। तुलसीदास के पिता का नाम आत्माराम दुबे तथा माता का नाम हुलसी था। तुलसी
‘बढ़ता प्रदेश : मध्य प्रदेश’ श्री शिवराज सिंह चौहान के चुनिंदा भाषणों का एक संकलन है। राजनीति में भाषण मानो पर्यायवाची जैसा ही है। आजादी के पहले से ही भाषणों ने समाज को राजनीति के दर्शन कराए। आज भी भाषण से ही जनता नेता को पहचानती है, जानती है, समझती
=🌺जिंदगी🌺= जीने का सहारा दिखाती है ।जिंदगी जीने का ढंग से सिखाती है ।....... चलने का रास्ता दिखाती है ।....... दिलों में प्रेम रस बरसाती है ।....... आगामी कल को दिखाती है। जिंदगी
लालू यादव और नीतीश कुमार यानी चूना और पनीर। एक करिश्माई लेकिन दागी लोकप्रिय नेता, और दूसरा चालाक और अंतर्मुखी। दोनों को मिला दें तो आकर्षक जोड़ी बनती है। कुछ के लिए नायक, तो कुछ के लिए खलनायक; वंचितों के समर्थक, लेकिन स्वभाव से अभिमानी; युवाओं के मित
एक ऐसा जन्म जिसको जन्म कहे या कोई अधूरा कार्य। इस ब्लैक में अपने आप को खोजता एक इंसान
राजनीति के क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों में एक महत्त्वपूर्ण गुण होता है—उनकी नेतृत्व क्षमता। जननायक ‘भारत रत्न’ अटलजी में यह गुण अद्भुत था, उनके भीतर नेतृत्व की क्षमता कूट-कूटकर भरी हुई है। ग्वालियर के साधारण अध्यापक के घर जनमे अटलजी अपनी प्रतिभा के द
मोदीजी ने अपनी नीतियों, कार्यक्षमता, कुशलता और योग्यता से यदि संपन्न वर्ग पर प्रभुत्व जमाया है तो एक आमजन में उन्हें अपना प्रधानमंत्री भी नजर आया है। आज सहजता से एक साधारण व्यक्ति अप्रतिम असाधारण व्यक्तित्व के नरेंद्र मोदी तक न सिर्फ सरलता से अपनी बा
सीमित जीवन को मैंने अपने जीवन के आध्यात्मिक मन के आधार पर कुछ लेख प्रस्तुत किए हैं जो वास्तविक रूप से मनुष्य के जीवन में घटित होते हैं एवं महसूस करते हैं !
जिंदगी एक जिंदगी है, जिंदगी को जिंदगी की तरह जियो, ना जिंदगी को अपनी तरह जियो, क्योंकि जीने का नाम ही जिंदगी है, हम हैं तो जिंदगी है, हम नहीं तो कुछ भी नहीं, दिल खोलकर जियो, जीने का नाम ही जिंदगी है।
‘बैरिकेड’ इन दिनों सबसे ज़्यादा चर्चित उपन्यास है, जिसने हिन्दी साहित्य में प्री-बुकिंग के सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बैरिकेड कहानी है भारत के मिडिल क्लास के सपनों की। अभिषेक सिंह ने बैरिकेड की कहानी कुछ ऐसी गढ़ी है, जिससे कि कथानक कई शहरों से होक
जिद्दू कृष्णमूर्ति का नाम आध्यात्मिक जगत् में विशेष रूप से उल्लेखनीय है। जब वे मात्र तेरह वर्ष के थे, तभी उनमें एक आध्यात्मिक गुरु होने की विशिष्टताएँ दृष्टिगोचर होने लगी थीं। उन्होंने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी आध्यात्मिकता का परचम लहराया
‘गांधी बनाम भगत: एक संत, एक सैनिक’ उस ऊहापोह के समाधान की ओर एक विनम्र लघु प्रयास है, जो महात्मा गांधी और शहीद भगतसिंह के व्यक्तित्वों की तुलना से उत्पन्न होता है। दोनों भारतीय स्वाधीनता संग्राम के चमकते सितारे और माँ भारती के अमर सपूत हैं, जिन्होंने
शेखर कपूर एक सफल व्यवसायी है जिसने कभी कोई उचित कार्य नहीं किया। उसके लिए जीवन का मतलब है वह कितनी जल्दी व कितना हासिल कर सकता है। वह लोगों को धोखा देता है, बेइज़्ज़त करता है और वह ऐसा ही करता रहता है एक रहस्यमयी फोन काॅल के बावजूद व न्याय की नगरी से