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कद्र

5 सितम्बर 2021

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कद्रदान  बनिऐ महफिल  के हर एक शख्स की।शायरी  गजल के तकियाकलाम अदायगी  की
यूं नही बनते मुशायरें टूटे  दिल की खनक होती है
होते है कई आशिक जो कातिल तो नही
जुबान  की रुह करती कत्लेआम  सी...
स्वरचित 
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पूनम की डायरी

3 सितम्बर 2021
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<div>चलिए खुलकर खिलखिलाते है।</div><div>मौसम का मिजाज बदल जाए चाहे </div><div>अपनी अलग दु

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जिंदगी

4 सितम्बर 2021
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<div>ये जिंदगी सवालात कर बैठी हमसे </div><div>तुम इतने इतमिनान से क्यूं &nbsp

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कद्र

5 सितम्बर 2021
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<div><br></div><div>कद्रदान बनिऐ महफिल के हर एक शख्स की।<span style="font-size: 1em;">शा

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इतमिनान

6 सितम्बर 2021
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<div>इतमिनान है मुझे तुम जहां भी हो खुश हो</div><div>नहीं तलाश करती है नजरें बस मै

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हनी ट्रैप

7 सितम्बर 2021
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<div>साइबर अपराध के तहत कुछ अपराधिक प्रपञ्च फैलाकर फ़ेसबुक या काॅल करके महिलाएँ बनकर पुर

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जख्म

7 सितम्बर 2021
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<div>न कुरेदों जख्म मेरे हरे है अभी </div><div>नश्तर की नोक की चुभन शब्दों &n

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मिज़ाज....

7 सितम्बर 2021
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<div>आज जाने की जिद न कीजिएगा</div><div>पहलू में आकर बातें कर लीजिऐगा</div><div>नजरों &n

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बुजुर्गों की प्रति हमारी अनदेखी

7 सितम्बर 2021
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<div>बदलाव और शहरों में रहने की आधुनिकता ने हमें पलायन स्वीकार करना अन

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योग और साधना

9 सितम्बर 2021
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<div>योग हमारे मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव अंकित करता है।आज की भागमभाग की जीवन शैलियों &n

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योग और साधना

9 सितम्बर 2021
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<div>योग हमारे मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव अंकित करता है।आज की भागमभाग की जीवन शैलियों &n

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सीढियां

10 सितम्बर 2021
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<div>उन्नति का शिखर हो या ऊँचाइयां छूने के लिए एक एक कदम बढ़ कर आगे बढ़ाने वाला कदमों &n

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समस्या .....

11 सितम्बर 2021
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<div>मानव जीवन की बौद्धिकी में सर्वश्रेष्ठ है ।बुद्विजीवियों की भांति विकासोन्मुखी अनेक

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मलाल

12 सितम्बर 2021
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<div>मैं कहती रही वों सुनते रहे</div><div>खामोशी की चादर ओढ़कर वो गुमशुम रहे</div><

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अजनबी

13 सितम्बर 2021
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<div>चलो इक बार अजनबी से बन जाए</div><div>न हम तुम्हें हमें जानों न हम तुम्हें जानें</div><div

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नृत्य ....

14 सितम्बर 2021
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<div>नृत्य अर्थात नाचना या डांस।यह विद्युतीय कला स्पंदन है जो शरीर को आनंद प्रफुल्

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कस्तूरी

15 सितम्बर 2021
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<div>दबे पाँव जब तुम आए महक उठा तन</div><div> झंकृत हो उठा जब मन महक गई कस्तूरी&nbs

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इच्छाएं

16 सितम्बर 2021
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<div>इच्छाएं स्वयं हम निर्धारित करते है अच्छी और बुरी ....असीमित और प्

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तन्हाई

24 सितम्बर 2021
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<div>आज ये कैसी हवा बह रही है.........</div><div>हम है तन्हा किसी की सदा आकर छू रही है</div><d

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