जला के प्रीत का दीपक रहे उपवास वो निर्जल
सजे श्रंगार सब देखो लगा है आंख में काजल
पहन कंगन लगा बिंदी बंधी हैं पांव में पायल
छुपेगा चांद भी इनसे, करेंगी रूप से घायल
6 नवम्बर 2020
जला के प्रीत का दीपक रहे उपवास वो निर्जल
सजे श्रंगार सब देखो लगा है आंख में काजल
पहन कंगन लगा बिंदी बंधी हैं पांव में पायल
छुपेगा चांद भी इनसे, करेंगी रूप से घायल