चाहें महँगा हो जाये पेट्रोल डेढ़ सौ पार।
अच्छे दिन की कमी नही है, बढ़िया यह सरकार-
जोगीरा सारा रा रा रा।।
राजनीति में करते नेता, रुपयों से हैं खेल।
महँगाई में बढ़ता देखो, आज नमक और तेल-
जोगीरा सारा रा रा रा।।
झूठे वादे करके नेता, लड़ते खूब चुनाव।
भोली-भाली जनता के दिल, पर करते हैं घाव-
जोगीरा सारा रा रा रा।।
रिश्वत खोर करें कुछ नेता, संविधान को नष्ट।
मंचो पर भाषण हैं बढ़िया, पर उनका पथ भृष्ट-
जोगीरा सारा रा रा रा।।
इश्क़ मोहब्बत नही करेंगे, तुमसे ओ नादान।
इसबार लड़ेंगे हम भी देखो, परधानी परधान-
जोगीरा सारा रा रा रा।।
गाँव गाँव में जोश बढ़ा है, परधानी का आज।
खड़े हुए हैं पप्पू जिनके, घर में नही अनाज-
जोगीरा सारा रा रा रा।।
कच्ची देशी ठर्रा पप्पू, पिला रहे रंगीन।
पैसे की परवाह नही है, चाहें बिके जमीन-
जोगीरा सारा रा रा रा।।
पता चला है परधानी में, पप्पू गै फिर हार ।
मूड़ पकड़कर रोकर कहते, मिटिगे अबकी बार-
जोगीरा सारा रा रा रा।।
अभिनव मिश्र अदम्य