वर्ड पिरामिड
हे!
मातु!
शारदे
तम दूर
मेरे कर दे
न हो कभी अहं
मातु कृपा कर दे
मैं
हूँ माँ
अज्ञानी
कर जोड़
करूँ विनती
हे हँसासिनी माँ
ज्ञान सार भर दे
स्वरचित:-
अभिनव मिश्र"अदम्य
शाहजहांपुर,उत्तरप्रदेश
15 नवम्बर 2020
वर्ड पिरामिड
हे!
मातु!
शारदे
तम दूर
मेरे कर दे
न हो कभी अहं
मातु कृपा कर दे
मैं
हूँ माँ
अज्ञानी
कर जोड़
करूँ विनती
हे हँसासिनी माँ
ज्ञान सार भर दे
स्वरचित:-
अभिनव मिश्र"अदम्य
शाहजहांपुर,उत्तरप्रदेश