कोणासन: मांसपेशियां को मजबूती देने वाले इस योग के जानिये और फायदे और कायदे
कोनासन दो शब्दो से मिलकर बना है कोण का मतलब कोण सरीखी आकृति और आसन का मतलब योग है । इस योग में शरीर को कोण जैसी आकृति में ढाला जाता है । अक्सर कुछ लोगों की मांसपेशियों में दर्द और थकान सी महसूस होती रहती है। सारा दिन आलस छाया रहता है, पैरों में दर्द रहता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आपको योग का सहारा लेना चाहिए। इसके लिए आप कोणासन का अभ्यास करें।
मांसपेशियों को मजबूत बनाना हो या फिर फेफड़ों को स्वस्थ रखना हो, कोणासन के अभ्यास से इन सभी समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
कोणासन करने के लाभ
1 कोणासन करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है।
2 मेरुदंड लचीला बनता है।
3 कफ दूर होता है।
4 चेहरा कांतिमय बनता है
5 शरीर में फुर्ती आती है
6 पैरों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
7 फेफड़े मजबूत बनते हैं। एक व्यक्ति हर दिन लगभग 20 हजार बार सांस लेता है और हर सांस के साथ जितनी ज्यादा ऑक्सीजन शरीर के अंदर पहुंचती है, शरीर उतना ही सेहतमंद बना रहता है। इसके लिए जरूरी है कि आपके फेफड़े स्वस्थ रहें।
8 इसके अलावा, कमर, बाजू और शरीर के निचले हिस्सों को मजबूती मिलती है।
कोणासन योग विधि
सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।
दोनों पैरों के बीच दो से ढाई फुट की दूरी बनाएं।
कोहनियों व घुटनों को सीधा व तान कर रखें।
अब कमर को धीरे-धीरे बाईं ओर झुकाकर बाएं हाथ की उंगलियों से बाएं पैर के पंजों को छुएं।
इस आसन को करते समय शरीर का सिर्फ ऊपरी भाग झुकाएं।
दाएं हाथों को बिल्कुल सीधा सिर के पास कनपटियों से लगाकर रखें।
अब कमर को दाईं ओर झुकाकर दाएं हाथों की उंगलियों से दाएं पैर के पंजों को छुएं।
बाएं हाथ को सिर की सीध में कनपटियों के पास रखें।
इस तरह इस क्रिया को दोनों तरफ से बराबर करें।
*कोनासन में सावधानियां*
स्पॉन्डिलाइटिस, कमर या पीठ दर्द के रोगी इसे करने से बचें।
इसका अभ्यास हर दिन करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं। इसे सुबह और शाम में खाली पेट करना अधिक फायदेमंद होता है। इस आसन को नियमित कम से कम 5 से 10 बार करें।