26 नवम्बर 2021
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हृदय अंकुरित भावों का शब्द रूप है काव्य, लेखक होना भाग्य है कवि होना सौभाग्य.........जी हां मुझे गर्व का अनुभव होता है जब मैं कोशिश करती हूं एक लेखक और कवि बनने की.... मेरे प्रयास की झलक आपको मेरे धारावाहिक लेख और कविताओं में देखने को मिलेगी,,,, मेरे द्वारा लिखी रेसिपी में एक गृहिणी और मेरे आर्टिकल में आप एक अध्यापिका के रूप में मुझे समझ पाएंगे। आप लोगों का प्रोत्साहन मेरे लेखन को निखारने में मदद करेगा और निरंतर प्रयास करते रहने के लिए आपकी समीक्षाएं मुझे प्रोत्साहित करती रहेंगी । 🌹🌹🌹 D
कुन्दरु की सब्जी हमने कई बार बनाई और खाई है। ये हिमाचली फल है। पर यहां नहीं मिलता। बहुत ढूँढना पड़ता है। 😊
15 दिसम्बर 2021
हां यह सब्जी मुश्किल से मिलती है सब जगह हमारे यहां तो उत्तराखंड में मिल जाती है आसानी से और फायदेमंद भी बहुत होती है
यह सब्जी तो हम ने खाई नहीं। आप ने रेसिपी डालकर अच्छा किया।
27 नवम्बर 2021
इसको कंदूरी भी कहते हैं सायरा जी शायद अब आप पहचान जाए हो सकता है आपने ना खाई हो अब जरूर बनाना यह बहुत फायदेमंद होती है।