shabd-logo

माँ की सरसरी नजर

20 नवम्बर 2023

8 बार देखा गया 8
माँ की सरसरी नजर


रिचा अपने आप को अब बड़ा समझने लगी है ,उसको अपनी मम्मी की हर बात पर टोका टाकी बिलकुल अच्छी नहीं लगती ।
अपनी सहेलियों के सामने अपनी मां की उपस्थिति या मां  का बोलना देख उसको अंदर तक झकझोर देता है ।
खुद को मेंटेन करने के नाम पर बेढंगे कपड़े छोटे टॉप और उधडी जीन्स की मांग पर मम्मा के द्वारा मना करने पर, मम्मा को दुकान पर ही चुप रहने के लिए टेढी निगाह से देखा था रिचा ने  ,पर फिर भी मां ने अपनी नजर में बेढंगे  कपड़े ना खरीदने दिए रिचा को ,गुस्से में रिचा ने कुछ भी ना खरीदा उस दिन।
  रिचा की एक नई सहेली जिसको मां ने पहले कभी भी ना देखा था ,उससे रिचा का ज्यादा मेलजोल कुछ अजीब सा लगता । दीपा  की बेटी की हर हरकत  पर सरसरी नजर  जरूर रहती,चाहे बेटी को अच्छा लगे या बुरा ,क्योंकि वह एक बेटी की मां है ।
  रिचा की नई सहेली बारहंवीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी साथ-साथ करने का कहकर एक दो बार रिचा के घर रात में भी रूक चुकी थी ,पर उसकी उपस्थिति मां को कुछ ठीक न लगती, और भी तो रिचा की सहेलियां हैं ,घर आती हैं, तो  घर के अन्य सदस्यों को भी उचित सम्मान देतीे हैं  ,और अपने घर के विषय में घर के लोगों के विषय में बताने में हमेशा  सहज ही रहती हैं पर यह  तो अपने घर के विषय में भी बताने में असहज रहती हैं, इसलिए रिचा की मां को कुछ तो अजीब लगा नई सहेली को लेकर ।
  अचानक रिचा ने एक दिन अपनी मां को सूचित करने की औपचारिकता निभाते हुए कहा ,आज मैं अपनी फ्रेंड पूर्वी के साथ कंबाइन्ड नाईट स्टडी करूंगीं, तो आज मैं छुट्टी के बाद उसके साथ ही उसके घर चली जाऊंगी ,मुझे फोन करके परेशान ना करना ।
  बेटी के यह तेवर देख, दीपा के पैरों के तले की जमीन खिसक गई ,तब तो चुप रही और रिचा को स्कूल जाने दिया, फिर पीछे रिचा के पापा को सभी बात बताते हुए कहा, बड़ी होती रिचा पर कुछ पाबंदियां जरूरी है ,मुझे इसकी नई सहेली कुछ अजीब सी लगती है ,आज उसके साथ ही रुकने का कह कर गई है ,रिचा के पापा को भी नाईट स्टडी के नाम पर बेटी का अपनी सहेली के घर रूकना ठीक ना लगा ,तभी दोनों ने निश्चित कर लिया कि आज छुट्टी होने से पहले ही रिचा के स्कूल पहुंचकर उसे खुद लेने जाएंगे और दोनों रिचा के स्कूल पहुंच गए ।
  छुट्टी के समय रिचा अपनी नई सहेली के साथ आती दिखाई दी ,तो रिचा के पापा उसके सामने जाकर खड़े हो गए, पापा को देख हैरान रिचा ने कहा पापा आप ,पापा भी कहने लगे हां बेटा आज हमारे पूरे परिवार को बुआ ने अपने घर बुलाया है ,तो हम तुम्हें लेने आ गए ,यहीं से बुआ के घर चलेंगे ,पर पापा मैं तो पूर्वी के साथ उसके घर जाने वाली थी, नहीं पापा आप ही जाओ ,मुझे नहीं जाना मुझे आज स्टडी करनी है ,रिचा की बात सुन पापा की आवाज में तेजी आ गई ,तुमसे कहा चलो हमारेसाथ, तो हमारे साथ चलो। अपनी सहेली को मना करने लगी ,तो उसकी सहेली   के मुंह से अचानक निकल गया ,पर रिचा भैया ने तो आज जन्मदिन की पार्टी रखी है, तुम अगर पार्टी में नहीं आओगी तो भैया को बुरा लगेगा।
   सहेली की बात सुन जहां रिचा असहज हो गई, वहीं रिचा के पापा का गुस्सा यह बात सुनकर बढ़ गया ,एक तेज आवाज में रिचा से कहा ,चलो मेरे साथ और रिचा को अपने साथ ले आए ।रिचा ने जब आकर गाड़ी में मां को बैठा देखा तो मां को ही अपनी प्रोग्राम के डिस्टर्ब होने का जिम्मेदार माना।
    रिचा पूरे रास्ते चुप रही , थोड़ा बहुत इधर उधर घूम कर दीपा से रिचा के पापा ने कहा ,दीपा चलो घर चलते हैं ,कुछ अजीब सा लग रहा है ,
    तुम पूनम (रिचा की बुआ) को फोन करके कह देना, हम नहीं आ रहे हैं फिर कभी आएंगे ।
    ऐसा कहकर  मम्मी पापा के साथ रिचा घर आ गई। दिनभर निशा का मुंह गुस्से में फूला रहा , और रिचा के पापा के दिमाग में रिचा की सहेली पूर्वी का कहना कि भैय्या को बुरा लगेगा आसमानी बिजली की तरह कड़क कड़क अनजाने भय से डराती रही और दूसरे दिन संडे था, दीपा की संडे को जल्दी उठ कर अपने घर को अच्छे से व्यवस्थित करने की आदत है ,अपने घर के बगीचे में दीपा संडे की सुबह समय आराम से थोड़ा समय बिताती है, बाकी दिन तो सुबह का समय भागम भाग का रहता है, अखबार पढ़ रही रिचा अचानक एक ख़बर पढकर कुछ परेशान सी होकर ,  बगीचे में टहल रही दीपा के पास रिचा मम्मा मम्मा कहती हुई जाकर मा के गले लग कर सूबकने लगी ,क्या हुआ क्या हुआ कहकर जब मां ने पूछा, तब रिचा ने बताया ,अभी मैंने अखबार में पढ़ा की पूर्वी के भाई ने जिस होटल में पूर्वी के जन्मदिन की पार्टी रक्खी थी ,पुलिस ने उस होटल में छापा मारा ड्रग और शराब की पार्टी करते हुए बच्चों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया ,उन गिरफ्तार बच्चों में पूर्वी और उसका भाई भी शामिल है कहकर रिचा की आंखें डर के कारण फैल गई थी ,और रिचा कहे जा रही थी मां तुमने ही मुझे बचाया है ,तुम्हारी सख्ती जो मुझे  तो हमेशा कड़वी घूंट लगती है ,उसी सख्ती ने मुझे आज सुरक्षित किया कहकर , मां के गले में छोटे  बच्चे की तरह चिपक गई,  यह खबर सुन दीपा भी अनजाने भय से  सहम सी गई उसकी आंखें खुली की खुली रह गई।
     दीपा के मुंह से भी कोई बोल ना निकल रहे थे ,दीपा ने भी रिचा को कसकर अपनी बांहों में भींच  लिया, यह सब पास में खड़े   रिचा के पापा ने भी सुना और देखा तो वह भी परेशान हो वही के वही खड़े रह गए, अपनी बेटी रिचा को सामने सुरक्षित देख, दीपा की सरसरी नजर पर गर्व कर दोनों के पास आकर दोनों के सर पर प्यार और विश्वास का हाथ रक्ख भगवान की दया मान मन ही मन भगवान को याद करने लगे।
21
रचनाएँ
कुछ तो कहो प्रियंवदा
0.0
हर चेहरा कुछ ना कुछ कहानियों को संजोता है ,हमारे आसपास बिखरी पड़ी है  कुछ कहानीयों की महक ,हमारी यादो से निकल संवरतीं हैं ,कुछ कहानियां । आसपास कितनी अनकही कहानियां ,उनको शब्दों में पिरोने की छोटी सी कोशिश है मेरी। कहानियों के सफर में मेरे सहयात्री बनकर आप मेरे सफर को यादगार अवश्य बनाएंगे ।
1

ममता आंटी

20 नवम्बर 2023
2
1
0

ममता आंटीमम्मी पापा ने मेरा नाम मुकुल रक्खा, पर मैं तो ममता आन्टी का मिट्ठू हूं आज तक ।ममता आन्टी को मैंने कह रक्खा है ,मेरे को हमेशा मिट्ठू कहकर ही बुलाएं, जब कभी वह मुकुल कहकर बुलातीं है तो अज

2

बहू की माँ भी मां ही होती है

20 नवम्बर 2023
1
0
0

बहू की माँ भी मां ही होती है मशहूर बिजनेसमैन अवनीश की बेटी की शादी को एक हफ्ता ही तो बचा है ,अवनीश अपनी बेटी की शादी को यादगार शादी बनाने के लिए पानी की तरह पैसा बहाने में व्यस्त हैं

3

पीपली

20 नवम्बर 2023
0
1
0

पीपलीपीपली नाम कुछ अजीब सा सुनने में लगता है ,पर कब पीपली अपनी संतो दादी की प्यारी सी बटुआ बन गई ,दादी को ही पता ना चला ।अपने कलेजे से लगा कर रखती दादी संतो पीपली को ।मजाल क्या पीपली के बारे में

4

लाहौर वाली चाई जी

20 नवम्बर 2023
0
0
0

लाहौर वाली चाई जीबूढ़ी हो चुकी चाईजी अभी भी बातों बातों में अपने बचपन में पहुंच जाती हैं ।पूरी जिंदगी जिम्मेदारियों को पूरी करते करते ,कभी भी बचपन की यादों को अलग न कर पाई ।छोटी सी उम्र में नए न

5

कस्तूरी दादी और बंटवारे का दंश

20 नवम्बर 2023
0
0
0

कस्तूरी दादी और बंटवारे का दंशकस्तूरी दादी रोज शाम को बच्चों की तरह पार्क में जाने के लिए घड़ी देखती रहती ,और इधर मैं भी रोज पार्क में जाने के लिए मचलते बच्चों को लेकर पहुंच जाती ,बच्चे भी बंद घरों की

6

राधा रानी की निधि

20 नवम्बर 2023
0
0
0

राधा रानी की निधिपीयूष के साथ काम कर रही निधि कब पीयूष की पसंद बन गई ,पीयूष को पता ही ना चला।निधि अपने लक्ष्य पर हमेशा केंद्रित रहती और अपनी टीम के किसी भी साथी की काम के प्रति ढिलाई निधि को कभी मंजूर

7

दादी का विवाह एक क्रूर परम्परा

20 नवम्बर 2023
0
0
0

दादी का विवाह एक क्रूर परम्परासुबह जल्दी से नहां कर ,सूरज को जल चढ़ा कर, रामायण पाठ कर, तुलसी की पूजा करके ही दादी के मुंह में पानी जाता ।शाम को मौहल्ले के सभी बच्चों को एकत्र कर जोतबाती करती दा

8

सांवली सुषमा

20 नवम्बर 2023
0
0
0

सांवली सुषमासांवली सुषमा कभी भी अपनी इच्छाओं को जगा नहीं पाई ।कितनी बार कितने लड़कों का परिवार लड़की देखने के नाम पर ,पसंद के नाम पर रिजेक्ट का तम्गा ऐसे दे जाते जैसे किसी एसोसिएशन ने इंटरव्यू के नाम

9

पुश्तैनी हवेली

20 नवम्बर 2023
0
0
0

पुश्तैनी हवेली ब्यूटी पार्लर से लौटी छोटी बहू को देखते ही, आगन में चारपाई पर बैठी, सासु कल्याणी ने बोलना शुरू कर दिया, अपने चेहरे को चमकाने की कितनी फिक्र है हमारी बहू को, जब देखो ब्यूटी पार्लर म

10

घर का अस्तित्व

20 नवम्बर 2023
0
0
0

घर का अस्तित्व सुनैना का दिन सुबह चार बजे से घर के कामों से शुरू होकर दोपहर बारह बजे तक,थोड़ा सा थमता ,सुबह 5:00 की बस पकड़नी होती है उसके पति और देवर को ,दूसरे शहर में अपने ऑफिस पहुंचने के

11

माँ की सरसरी नजर

20 नवम्बर 2023
0
0
0

माँ की सरसरी नजररिचा अपने आप को अब बड़ा समझने लगी है ,उसको अपनी मम्मी की हर बात पर टोका टाकी बिलकुल अच्छी नहीं लगती ।अपनी सहेलियों के सामने अपनी मां की उपस्थिति या मां का बोलना देख उसको अंदर तक

12

मधु की सफलता की सफलता

20 नवम्बर 2023
0
0
0

मधु की बेटी का नाम अखबार के मुख्य पृष्ठ पर देख, सुबह से ही बधाई भरे फोन आ रहे थे।निहारिका ने सीए की परीक्षा में प्रदेश में दशवां ,और अपने जिले में पहला नंबर लिया था ।मोहल्ले वाले तो मिठाई का डब्बा लेक

13

मनोरमा की समझदार बेटी

20 नवम्बर 2023
0
0
0

देर से आई रश्मि से ,जब मां ने देरी का कारण पूछा और फोन क्यों नहीं किया पूछने पर, रश्मि ने तेज आवाज में एक लाइन का उत्तर पकड़ा दिया, ऑफिस की छुट्टी के बाद दोस्तों के साथ शॉपिंग और मूवी के लिए गई

14

जेठानी की लाडो नीता

20 नवम्बर 2023
0
0
0

छोटी-छोटी बातों पर नीता अपनी जिठानी से बहस करने लगतीे,फिर जिठानी को थोड़ी देर में मना भी लेती।दोनों जब बहस कर रही होती ,तो सासू मां सबसे कहती,कौन पड़े उनके झगड़े में अभी भिडी पड़ी है लग रहा है पता नही

15

सुधा अब बड़ी हो गई

20 नवम्बर 2023
0
0
0

अमीर खानदान के चिराग, सुमित के लिए उसकी जोड़ की लड़की तलाशने के नाम पर, लड़कियां देखने की रस्म निभाते निभाते ,पूरे कुनबे ने लड़की देखने के नाम पर एक से एक सुंदर और कार्य कुशल लड़कियों में

16

माँ के हाथ की रोटी

20 नवम्बर 2023
1
1
1

माँ के हाथ की रोटीसुनो मां के सुहाल आपकी मम्मी आ रही हैं,हमारे पास। बच्चे भी बहुत खुश हैं दादी के आने की खबर सुनकर ।शिल्पा ने अनुज से कुछ बात करने की शुरुआत करने को कहा, बडी दबी आवाज में कहने की कोशिश

17

रश्मि का जन्मदिन

20 नवम्बर 2023
0
0
0

रश्मि की ननंद गिरजा अपनी और अपने बच्चों के स्कूल की गर्मियों की छुट्टी में मायके आई हुई है ।रश्मि की ननद नीरजा पहली बार भाभी के साथ छुट्टियां बिताने आई है क्योंकि अभी दिसंबर में ही तो रश्मि और उसके भा

18

विनीत की विनीता

20 नवम्बर 2023
0
0
0

मैथिली जब भी कुछ परेशान होती ,तो अपनी सासू मां को अपने पास तलाशती और दूर गांव में बैठी सासू मां से फोन पर दो बातें कर सुकून को सहेजती अपने साथ ।मां जी उसके पास से जब भी जाती ,तो कितना खाली खाली

19

माँ का बैंक बैलेंस

20 नवम्बर 2023
0
0
0

मां मैंने आपको तीस हज़ार पापा से किसी तरह लेकर घर में ऐसी लगवाने को दिए थे, पर यह क्या ,आपने अपने घर में बर्तन धोने वाली को उसके बेटे के इलाज के लिए दे दिए, आपकी यह समाज सेवा हमारे लिए सर दर्द बनती ज

20

छोटी बहू

20 नवम्बर 2023
0
0
0

बड़े घर की बहू बन कर आई सुनीता शुरू में बहुत खुश रहकर ,सब को खुश रखने की कोशिश करतीे । पर घर की औरतों को पता था ,बहू को कैसे रखा जाता है, भूरी बुआ का कहना रहती, बहू को जरा़ शुरू से ही मुट्ठी में रखो,

21

सविता ताई

20 नवम्बर 2023
1
0
0

सविता ताई मुखर्जी साहब रेलवे विभाग में काम करते हुए एक अच्छी पोस्ट से रिटायर हुए । चार बेटे और दो बेटियों के माता-पिता, मुखर्जी दंपत्ति अपनों और अपने सामाजिक परिवेश में अपने सौम्य और आकर्षक व्य

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए