ओबामा करते रहते हैं टाउनहॉल मीटिंग. आज PM मोदी ने भी की. और एक ऐसी बात कह दी जो कई लोगों के दिमाग को चीरती हुई दिल में उतर गई. दरअसल मोदी ने गौरक्षकों को मीटिंग में टिंचर दे दिया है. उन्होंने गौरक्षा को कारोबार बताया और गौरक्षकों को गुंडा. इसके बाद से ही मोदी जी की ये बात आज का सोशल मीडिया का ही नहीं गली-नुक्कड़ की, पान-दुकान की चर्चा का भी हॉट टॉपिक बनी हुई है.
दरअसल PM मोदी ने कहा,
‘गौरक्षा के नाम पर कुछ लोग अपनी दुकानें खोल बैठे हैं, मुझे बहुत गुस्सा आता है. कुछ लोग जो असमाजिक कामों में लिप्त रहते हैं, वे गौरक्षक का चोला पहन लेते हैं, राज्य सरकारें ऐसे लोगों का डॉजियर तैयार करें. अधिकतर गायें कत्ल नहीं की जातीं, पॉलीथिन खाने से मरती है.ऐसे समाजसेवक प्लास्टिक फेंकना बंद करा दें, गाय की रक्षा होगी.’
मीटिंग की खास-खास बातें ये रहीं –
1. लोकतंत्र का सरल अर्थ केवल एक बार वोट देना नहीं. लोकतंत्र का अर्थ 5 साल का ठेका हो गया है. एक बार वोट देना और 5 साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट देना लोकतंत्र नहीं. लोकतंत्र इस तरह पनप नहीं सकता.
2. राजनीति में चुनाव जीतने के बाद सराकर का ध्यान अगले चुनाव की ओर लग जाता है और उसकी योजनाएं उसी के आधार पर बनती हैं कि अपना जनाधार कैसे बढ़ाया जाए. इस उद्देश्य से कारवां बीच में रुक जाता है.
3. नीतियों, फैसलों के अलावा लास्ट माइल डिलिवरी का भी उतना ही महत्व है, मतलब आखिरी आदमी तक पहुंच.
4. पैसा खर्च कर अस्पताल बना, लेकिन अगर मरीज को फायदा ना मिले तो उसका होना बेकार है.
5. समस्याओं के समाधान की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए, तय समय में जनता की शिकायत का निबटारा होना चाहिए
6. भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है, भारत ने दो भीषण अकाल झेले हैं. पूरी दुनिया में खरीदने की क्षमता गिरी है. ऐसी स्थिति में 7.5 फीसदी की विकास दर हासिल करना सराहनीय है.
7. अगर देश के खजाने में ज्यादा पैसा हो तो ज्यादा विकास हो सकता है, अगर ज्यादा विकास होगा तो रोजगार के अवसर भी ज्यादा होंगे. प्राकृतिक संपदा का जितना उपयोग हम करेंगे, उतना ही अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा.
8. हमें फोकस कर युवाओं के हुनर को इस्तेमाल करना है.
9. फीसदी से ज्यादा विकास दर अगर पाई तो दुनिया आपके कदमों में होगी.
10. भारत में बनी मेट्रो ऑस्ट्रेलिया को निर्यात होती है. हम खरबों में पेट्रोलियम प्रॉडक्ट आयात करते हैं, खरबों का डिफेंस का सामान हमें आयात करना पड़ता है. हमारा आर्थिक विकास तेज लेकिन स्थिर हो.
11.बचपन से सुनते आए हैं, हेल्थ इज वेल्थ, डिनर टेबल पर सब डाइटिंग की बात करते हैं. एक जमाना था जब गांव में एक वैद्य था और सब ठीक रहते थे. हम प्रिवेंटिव हेल्थ के प्रति उदासीन हैं, इस पर बल देना होगा.
12. पीने का शुद्ध पानी मिले तो आधी बीमारियां ठीक हो जाएंगी, मेरा स्वच्छता मिशन इसी ओर एक कदम है. अफोर्डेबल हेल्थकेयर भी बहुत जरूरी है.
13. परंपरागत खेती को तरीकों को तुरंत छोड़ना होगा. ऐसा न सोचें कि हमारा कृषि क्षेत्र गया-बीता है. कृषि जगत के लोगों को अाधुनिक खेती से जोड़ना होगा.
PM मोदी ने mygov के साथ एक्टिवली जुड़ने के लिए लोगों को थैंक्यू भी बोला.
http://www.thelallantop.com/news/pm-narendra-modi-to-hold-his-first-obama-style-townhall-what-he-said-on-gaurakshak-and-devlopment-and-other-things-in-points/