6 मई 2022
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
बहुत ही सर्वश्रेष्ठ रचना किया गया आपके द्वारा,मैंने पूरा read किया, एक एक शब्द में गहराइयां हैं, जो मैंने दिल से महसूस किया।।।आप ऐसे ही लिखते रहिए,नित जीवन में आगे बढ़ते रहिए, सदा खुश रहिए,मेरी दिल से शुभकामाएं।
3 अगस्त 2022
अच्छी कोशिश
19 जुलाई 2022
Amazing poem.
6 जुलाई 2022
अति उत्तम ✍️💐👌
8 जून 2022
Bahut accha
4 जून 2022
Very nice
31 मई 2022
बहुत ही सुंदर लिखा है आपने 👌👌👌👌
24 मई 2022
सुंदर रचना कृपया मेरी रचना पढ़कर समीक्षा दें https://shabd.in/books/10080388
6 मई 2022