सभी धर्मों में शादी के लिए अपने नियम और कायदे हैं। किसी धर्म में एक से ज्यादा पत्नी नहीं रख सकते तो किसी में 4 शादियां तक मान्य है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे इंसान के बारे में बताने जा रहे हैं जो अब तक 58 शादियां कर चुके हैं। जी हाँ ये कोई और नहीं बल्कि झारखण्ड के चाईबासा से 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रह चुके 'बागुन सुम्ब्रुई' हैं।
बागुन आदिवासी प्रान्त से हैं और उनके प्रान्त में एक से ज्यादा शादियां करने पर कोई रोक नहीं है। बागुन पूरे झारखण्ड में अपनी सादगी और सरल स्वाभाव के लिए जाने जाते हैं। इतनी बार संसद रहने के बाद भी वे आज सिर्फ 2 कमरों के घर में रहते हैं। इतना ही नहीं बागुन गाँधी जी की तरह सिर्फ धोती ही लपेट कर रहते हैं। गर्मी हो या बरसात वर्ष 1942 के बाद से आज तक बागुन ने कभी भी धोती के अलावा और कोई वस्त्र धारण नहीं किया।
इसलिए की हैं इतनी शादियां
बागुन ने बताया की उनके इलाके में पहले मेला और हाट लगा करते थे। उन्हें देखने आने वाले कारोबारी आदिवासी लड़कियों का शोषण करते थे। जिससे वे गर्भवती हो जाया करती थी। ऐसे में लड़कियों को बागुन ने अपना नाम देना शुरू किया और उनका सहारा बने। बागुन ने बताया की वे अपने जीवन में कभी किसी महिला के पीछे नहीं भागे। बल्कि जो उनसे शादी करना चाहती थीं वे खुद उनके पास आई।
बागुन के सांसद चुने जाने के बाद उन्हें ज्यादातर आदिवासी महिलाओं के शादी के प्रस्ताव मिले। बता दें की उनकी पहली पत्नी की बेटी की सहेली 'अनीता कुमारी' से भी उनका विवाह हो चुका है। बागुन ने बताया की "कई लड़कियों ने मुझे अपना पति बताकर नौकरी की उनको कोई साथी मिला तो मुझे छोड़कर भी चली गईं"। बागुन ने कहा की उन्हें न किसी के आने पर ऐतराज था और न ही किसी के जाने पर।