स्वतंत्रता दिवस को मिलकर भाईचारा अपनाओ।आजादी के इस अमृत महोत्सव को सब मनाओ।।गंगा यमुना के इस तहज़ीब को सभी धर्म अपनाओ।सभी धर्म के लोग यहां अब राष्ट्र धर्म को अपनाओ।।आजादी के इस अमृत काल को अब तुम सब ज
यह सभी जानते हैं कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश स्वतंत्र हुआ। यह हमारे राष्ट्रीय जीवन में हर्ष और उल्लास का दिन तो है ही इसके साथ ही स्वतंत्रता की खातिर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों का पुण्
आज जो आजादी का अमृत महोत्सव माना रहे है।ये आजादी हमने बड़ी मुश्किल से पाई है ।बन्दी बने कितने सेनानी , कितनों ने शहादत पाई।खुली हवा में ले रहे सास ये उसका ही परिणामसारे जहा से अच्छा ,सुंदर ,प्यारा मेर
आजादी की वर्षगांठ पर आओ दीप जलायें घर घर तिरंगा देश प्रेम की आओ अलख जगायें आओ अलख जगायें हम
एक वर्ष और स्वतंत्रता का.. आकर चला गया.. महँगाई..भ्रष्टाचार और अनगिनत रेप के बीच, इस स्वतंत्र धरती के.. खुले आकाश में.. दम घुँट रहा है.. बस शरीर जीवित है, कोई सरकार पर आरोप लगा रहा है.. सरकार विपक्ष पर.. विपक्ष सरकार की टांग खींच रहा है.. और जनता भूखी मर रही है, जिन वस्तुओं की जरुरत नहीं है.. वो सस्