आजादी की वर्षगांठ पर आओ दीप जलायें
घर घर तिरंगा देश प्रेम की आओ अलख जगायें
आओ अलख जगायें हम हैं हिन्दुस्तानी
वंशी से बन्दूक बना दें हम हैं वो विज्ञानी
कह 'अनन्त' कविराय बता गयीं नानी दादी
शहीदों के बलिदान से मिली है मूल्यवान आजादी।
*आजादी= स्वतंत्रता