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तलाश – ए – सुकून 🖤 पार्ट–1

18 अप्रैल 2023

11 बार देखा गया 11
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नोट :: इस कहानी का किसी भी व्यक्ति या स्थान से कोई संबंध नहीं है|||||
इस कहानी को किसी भी व्यक्ति या स्थान से ना जोड़े..........ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है.........!!!!!!

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❤️🖤🍃❤️🖤🍃❤️🖤🍃❤️🖤🍃❤️

महाराष्ट्र (मुंबई )

एक लडकी कमरे में बैठी बस रोए जा रही है.....
और अपनी डायरी में कुछ लिख भी रही होती हैं|




🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤
आंखो मे लिए एक गहरा समंदर 
दिल में कई राज दफन है 
क्या कोई समझेगा मेरे इस दर्द को
लोगो के लिए तो सिर्फ एक सवाल है
पर मेरा पूरा जीवन ही 
एक मात्र सवाल बन कर रह गया है 
पूरा जीवन तरसी अपनो के 
प्यार के लिए.......
इसका मुझे कोई गम नहीं
करके दफन अपने जख्मों को
निभाऊं अपने पूरे फर्ज
कष्ट उठाऊं चाहे जीतना
पर अपने किए वादे को
पूरा करने से मैं पीछे ना हटूंगी |❤️


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ये कविता ग्रेसी अपनी डायरी के पन्नों पर लिखती हैं उसकी आंखे भर जाती है , भरी आंखों से डायरी को वही रख बालकनी में आ कर वही पड़ी चेयर पर बैठ जाती हैं!
पता नहीं क्यों आज वह बहुत परेशान थी...

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आंखे रुहासी जल मग्न थी खुद को बेहद अकेला महसूस कर रही थी।


जिंदगी ऐसे मोड़ पर थी कुछ समझ नहीं पा रही थी कि क्या करें उसे कोई रास्ता नज़र नहीं आता दिख रहा था।
वहीं चेयर पर बैठी बस रोए जा रही थी..!
रोते – रोते वहीं चेयर पर बैठी हुई कब उसकी आंख लग गई उसे पता भी नहीं चला।।

उसकी आंख जब खुलती है सुबह के पांच बज रहे होते हैं......!
उठती हैं उसके सर मे बहुत दर्द हो रहा था ...
फिर कुछ सोचती है उसकी आंखे भर जाती हैं।
अपने आप को संभालते हुए......
अपने आप से ही बोलती है ग्रेसी तूझे कमजोर नहीं पड़ना है।
तूझे मां – पापा के सपने पूरे करने होंगे , तू ऐसे कमजोर नहीं पड़ सकती समझी तू.........


चल जल्दी से रेडी हो जा नही तो लेट हो जाएगी 
उठ कर अपने कपड़े लिए और सीधा वाशरूम की ओर बढ़ जाती हैं।
दस मिनट मे तैयार हो कर निचे आती हैं..और सबके लिए नाश्ता बना दिया था और खुद नाश्ता किए बिना ही घर से निकल जाती हैं.!
आज फिर ग्रेसी बिना किसी से बोले चुप चाप अपने कॉलेज को निकल जाती हैं।

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क्रमशा : जारी है..............✍🏻

 


प्रभा मिश्रा 'नूतन'

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

बहुत खूबसूरत लिखा है आपने बहन 😊 पढ़ें मेरी कहानी कचोटती तन्हाइयां पढ़कर अमूल्य समीक्षा व लाइक दे दें 😊🙏

6 फरवरी 2024

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रचनाएँ
तलाश–ए–सुकुन
5.0
इक तलाश सुकुन की...
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तलाश – ए – सुकून🖤कुछ पंक्तियां....

15 अप्रैल 2023
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खामोशियां.............................🖤ना जाने क्यों ए सुकून मुझे तेरी तलाश है,माना करोड़ पल है इस जिंदगी से सुकून के,पर तेरे साथ बीताया जोएक–एक पल उन करोड़ों से खास है,जो भी मिला वो हम से खफा मिला&n

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तलाश – ए – सुकून 🖤 पार्ट–1

18 अप्रैल 2023
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================================नोट :: इस कहानी का किसी भी व्यक्ति या स्थान से कोई संबंध नहीं है|||||इस कहानी को किसी भी व्यक्ति या स्थान से ना जोड़े..........ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है.........

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तलाश – ए – सुकून 🖤 पार्ट–2

18 अप्रैल 2023
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_____________________________________________________________▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️आज फिर ग्रेसी बिना किसी से कुछ बोले चुप चाप अपने कॉलेज को निकल जाती हैं।अब आगे.....................इस भाग दौड़ की जिंदगी में

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तलाश – ए – सुकून 🖤 पार्ट–3

18 अप्रैल 2023
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_________________________________________________________◽◽◽◽◽◽◽◽◽ग्रेसी और प्रीति ने अपनी क्लास अटेंड की और दोनो कॉलेज से निकल गई.....अब आगे................प्रीति : चल ना यार रामदीन काका के दुकान के

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तलाश – ए – सुकून 🖤 पार्ट–4

18 अप्रैल 2023
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_______________________________________________________◽◽◽◽◽◽◽◽◽◽प्रीती मन में सोचते हुए क्या है..? महादेव कुछ लोगो की जिंदगी में इतनी खुशियां भर देते हैं आप की वो उन खुशियों को संभाल भी नहीं पाते हैं

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तलाश – ए – सुकून 🖤 पार्ट–5

18 अप्रैल 2023
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______________________________________________________________✴️✴️✴️✴️✴️✴️<div><br></div><div>ग्रेसी किचन का काम निपटा कर वो भी अपने रूम में आती हैं।</div><div>फिर प्रीति को कॉल लगाती है.......</div><

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