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विज्ञान-गल्प

hindi articles, stories and books related to Vigyan-galp


   मैं अपने छोटे से जहाज में अकेले बैठकर अंडमान निकोबार की तरफ चल पड़ा. कुछ दिन के सफर के

बड़हल या बड़हर का पेड़ ,पीले गोल फूल वाला ये पेड़ उत्तर भारत ,पूर्वी भारत और मध्य भारत में बहुधा पाया

अब तक आपने पढ़ा कि शिवा बचपन से ही एक अलग ही व्यक्तित्व का स्वामी है और ज्यादातर अपनी ही दुनियां

अब तक आपने पढ़ा कि शिवा ब्रह्मा जी से मनसा, मायावी और जादुई शिक्षा प्राप्त करके दैत्य शिल्पी

अब तक आपने पढ़ा कि शिवा अपने पैतृक नगर पर छाए अराजकता के काले बादलों को साफ कर एक सुन्दर और स्वस्

अब तक आपने पढ़ा कि सेनापति का सबसे छोटा पुत्र शिवा अति विलक्षण प्रतिभा का स्वामी है। उसकी इच्छा ह

   यह कलियुग है. कलियुग में धीरे-धीरे धर्म का नाश होता जाता है. लोग धर्म को अधर्म समझने लग

जिंदगी के तराने, कुछ नए कुछ पुराने । 
तुम्हारे हो जमाने, या हमारे हो जमाने ।&nbs

अप्सरा

लेखक--शक्ति सिंह नेगी
   निकल जाओ रूपा। देवराज इंद्र ने रूपा को श्राप

शेखर अभी भी बिस्तर से पूरी तरह बंधा हुआ था। उसने आंखें खोलकर चारों तरफ देखा तो सामने का पर्दा ह

E-commerce- इंटरनेट द्वारा इलेक्ट्रोनिक बेस पर किया गया कोई व्यापार E-commereकहल

शेखर समझ रहा था कि वो ज़रूर कोई चाल चल रहा है। हो सकता है कि वो नैना के बच्चे का सहारा लेकर इस ग

"अगर हमलोग अपने ग्रह पर सही सलामत पहुँच गए तो ये आपका बहुत बड़ा उपकार होगा हम  पर.... लेकिन

" क्योंकि नैना गर्भवती है वह तुम्हारे बच्चे को जन्म देने वाली है। और गजनिशिथिका यह चाहते हैं कि

"
" हां कहने को तो हम चार हैं लेकिन इन दोनों को मैंने ही बनाया है।"-- गुरुजी ने गजनिश

"हमें नहीं मालूम कि तुम्हारी दुनिया में इस विषय में किस प्रकार की कहानियां प्रचलित है ,परंतु जो

अंत ही आरंभ है --9


शेखर अभी कमरे की उज्जवलता को निहार ह

"..हमें तो 15 दिन के अंदर अपने घर पर वापस पहुंचना था .....वहां सब काफी चिंतित हो रहे होंगे । हम

तब बारहवीं कक्षा में पढ़ रहा था ।  रमेश बड़ा ही होनहार था ।  उसकी मेघा केवल स्कूली शिक्ष

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