'मृत्यु का तो आपको पता भी नहीं चलेगा. सोए-सोए चल देंगे. (मेरे निधन के बारे में) आपको पता चलेगा कि ओम पुरी का कल सुबह 7 बजकर 22 मिनट पर निधन हो गया.'' और ये कहकर वो हंस दिए.------- ओम पुरी
बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता ओम पुरी अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका निधन 66 वर्ष की उम्र में कार्डियक अरेस्ट के चलते हुई। वह अपने पीछे अपनी पत्नी नंदिता पुरी और बेटे ईशान पुरी को छोड़ गए।
ब्रिटिश और अमेरिकी सिनेमा में भी खास योगदान
19 अक्टूबर 1950 को हरियाणा के अंबाला में जन्मे ओम पुरी सिर्फ भारतीय सिनेमा तक सीमित नहीं रहे बल्कि वो ब्रिटिश और अमेरिकी सिनेमा में भी खास योगदान दिया। फिल्म इंडस्ट्री के सबसे शानदार अभिनेताओं में शामिल रहे ओम पुरी ने अपने लंबे करियर में सैकड़ों फिल्में कीं। मराठी फिल्म घासीराम कोतवाल से शुरुआत करने वाले ओम पुरी को पहचान अर्धसत्य, आरोहन और आक्रोश जैसी फिल्मों से मिली।
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित
ओम पुरी को भारत में सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक पद्मश्री पुरस्कार मिला था। 1976 में पुणे फिल्म संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ओमपुरी ने लगभग डेढ़ वर्ष तक एक स्टूडियो में अभिनय की शिक्षा दी। आर्ट फिल्मों से शुरू करने वाले ओम पुरी ने मेनस्ट्रीम सिनेमा में भी खूब सफलता पाई। उन्होंने हीरो नहीं विलन के किरदार भी बखूबी निभाए। कॉमिडी फिल्मों में भी जलवा दिखाया। उन्होंने कई विदेशी फिल्मों में भी अभिनय किया।
फिल्म ‘आक्रोश (1980) से मिली पहचान
ओम पुरी को फिल्मों में पहचान मिली 1980 में आई फिल्म ‘आक्रोश’से जिसे आलोचकों ने खूब सराहा। उनकी कई उम्दा फिल्में है जो उनके बेहतरीन अभिनय को दर्शाती हैं वे एक बेहतरीन एक्टर है ये कहने की ज़रूरत तो नहीं हैं।
ओम पुरी कई हिट फिल्मों में नज़र आए
पिछले कुछ सालों में भी ओम पुरी कई हिट फिल्मों में नज़र आए है। उन्होंने साल 2015 में फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ में मौलाना साहब का रोल किया था। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट हुई थी।
फिल्म ‘द डर्टी पालिटिक्स’ को लेकर विवाद
इसके बाद वे चर्चा में आए अपनी फिल्म ‘द डर्टी पालिटिक्स’ को लेकर। इस फिल्म को लेकर काफी विवाद हुआ था। हाल ही में ओम पुरी, सन्नी देओल स्टारर ‘घायल वन्स अगैन’ में भी नजर आए थे।
अभिनय की लंबी सूची
ओम पुरी को अभिनय की लंबी सूची में से अर्ध सत्य, आक्रोश, जाने भी दो यारों, भवानी भवाई, मिर्च मसाला और धारावी जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता था। उन्होंने तमस, श्री योगी, सागर हाक जैसी टेलीविजन पर आने वाले प्रोग्रामों में काम कर लोगों के बीच अपनी पहचान बनाई। अपनी दमदार एक्टिंग से कई अवॉर्ड जीतने वाले अच्छे एक्टर के साथ-साथ बेहतरीन इंसान भी थे। यहाँ टेलीविजन पर उनकी यात्रा पर आपको दिखाते हैं ओम पुरी के कुछ यादगार सीन-
ओम पूरी ने गोविंद निहलानी की फिल्म टेलीविजन तमस (1987) में एक ही नाम के एक हिंदी उपन्यास पर आधारित में अपने प्रदर्शन के लिए आलोचकों की प्रशंसा प्राप्त की।
ओम पूरी ने 'कक्का जी कहीन' (1988) नाम के सिरियल में एक पान चबाने वाले के किरदार का रोल अदा किया था। यह लोकप्रिय हिंदी टेलीविजन धारावाहिक राजनेताओं पर एक पैरोडी था।
ओम पुरी ने एक पंथ शो 'मिस्टर योगी' (1989) में एक 'सुत्रधार' का रोल अदा किया था। ये शो एक हास्य अभिनेता के रूप में ओम पुरी की बहुमुखी प्रतिभा को रेखांकित किया।
RIP #OmPuri 🙏🙏🙏
एक दौर जो गुजर गया