अकेलापन एक डायमंड opportunity है।
दोस्तों एक बार फिर से स्वागत है आप सभी का
हमारे यू ट्यूब चैनल में
आज हम आपको आपके जीवन के सबसे बेस्ट फ्रेंड से मिलाने जा रहे हैं।
दोस्तों वह बेस्ट फ्रेंड और कोई नहीं
बल्कि आप खुद ही खुद के सबसे बेस्ट फ्रेंड हैं।
क्योंकि आपको आपसे बेहतर और करीब से कोई नहीं जानता
जी हां दोस्तों,
इंसान का सबसे बेस्ट फ्रेंड वह खुद ही होता है।
पर इस बात को 90 % लोग तब समझ पाते हैं।
जब खुद के जीवन में उन्हे अकेलापन का सामना करना पड़ता है।
अकेलापन से वही गुजरता है। जो लाइफ में सही फैसलों को चुनता है।
स्वार्थ से भरी दुनियां में धोखा खाने से लाख गुना बेहतर है अकेला चलना।
अक्सर लोग अकेलेपन को नेगेटिव way में लेकर negetive thinking के मकड़जाल में फंसकर इस गोल्डन opportunity को गंवा देते हैं।
खुद से करीब से मुलाकात करने का खुद से दो बात करने का खुद को पहचानने का अकेलापन सबसे बेस्ट movement होता है।
अकेलापन वह समय होता है
जब हम हमारे अंतर्मन रूपी समंदर की गहराइयों में गोता लगाकर खुद के टैलेंट रूपी अनमोल रत्न को पहचान कर बाहर निकालते हैं।
फिर उसी टैलेंट के बल पर हम दुनियां में अपनी एक अलग पहचान बनाते हैं।
अक्सर लोग दूसरों की लाइफ स्टाइल कॉपी करते लाइफ बिताते हैं। और एक दिन उन्हे अपने ही लाइफ taste आना बंद हो जाता है। और वह हताश निराश होकर डिप्रेशन में चले जाते हैं।
वजह उन्होंने दिल की छोड़ केवल दिमाग की सुनी
दोस्तों लाइफ का टेस्ट लेना चाहते हो तो दिल और दिमाग के इस्तेमाल करने में बैलेंस बनाइए।
अकेलेपन में लिए गए decision best होते हैं। क्योंकि तब आपके पास पूरा टाइम होता है और आप हर angle से सोच समझकर प्लान करते हैं।
अकेलेपन वह Right Timing है जिसमे हम राइट decision, Right planning, Right direction इन सबके तालमेल से success को प्राप्त करते हैं।
देश में अपना नहीं बल्कि दुनियां में देश का नाम रौशन करने का लक्ष्य रखिए।
जो इंसान खुद की क्वालिटीज को पहचान जाता है। और अपने कलाओं को पहचानकर पूरे आत्मविश्वास के साथ सही दिशा में प्रयत्न करता रहता हैं। एक दिन जब उसकी जीत होती है। तो वह जीत खुद ही शोर मचाती है।
आज हम अपने आसपास देखते हैं। सब इंसान बस भाग ही रहे हैं कोई पैसों के पीछे, कोई लड़की के पीछे, कोई कार के पीछे, कोई सक्सेस के पीछे, कोई नाम के पीछे कोई मान के पीछे, कोई शान के पीछे।
किसी से भी पूछो की भाई क्यों भाग रहे हो। तो वह कहेगा क्योंकि अगला भाग रहा है, इसलिए मैं भी भाग रहा हूं बहुत कंपीटिशन है।
वह कहेगा तूने बड़ी देर कर दी आने में
अब एक काम कर अब तू भी भाग।
मगर तुझे सक्सेस नहीं मिलेगी
क्योंकि मार्केट में एक से बढ़कर एक धुरंधर पड़े हैं।
इस कंपीटिशन और कंपेरिजन से बाहर निकलिए खुद का बेस्ट वर्जन बनिए। फिर मार्केट में कोई कंपीटीटर नहीं मिलेगा। क्योंकि आप उस फील्ड के अकेले मास्टर होंगे उस यूनिकनेस को पहचानिए।
दोस्तों कुदरत ने हर इंसान को यूनिक बनाया है, सबमें कुछ ना कुछ ऐसा टैलेंट होता है जो उसे सबसे अलग यूनिक बनाता है।
loneliness जैसे डायमंड opportunity को सक्सेस में कन्वर्ट करना सीख गए तो आप लाइफ के बादशाह बन गए।
जब आप उस कंपीटिशन से बाहर निकलकर एकांत में समय बिताते हुवे अपने ओरिजनल टैलेंट से रूबरू होते हैं।
और जब उस टैलेंट को पूरे आत्मविश्वास के साथ एक ही दिशा में फोकस करके निरंतर प्रयत्न करते जाते हैं तो आपको एक दिन सक्सेस मिल ही जाती है।
दूसरी ओर वह लोग होते हैं। जिन्हे दूसरे की सफलता नजर आती हैं। और वह उन जैसा बनना चाहते हैं। पर
सफल व्यक्ति की सफलता सबको नजर आती है। पर उस सफलता को प्राप्त करने में लिए गए संघर्ष किसी को भी याद नहीं रहते।
दोस्तों हम आशा करते हैं की अब अकेलेपन को आप कभी negetive way पर नहीं लेंगे बल्कि एक डायमंड opportunity के तौर पर अकेलेपन का इस्तेमाल कर लाइफ में success की सीढ़ी चढ़ते रहेंगे।