shabd-logo

नन्ही कुमुद(भाग-2)

11 जनवरी 2022

22 बार देखा गया 22
empty-viewयह लेख अभी आपके लिए उपलब्ध नहीं है कृपया इस पुस्तक को खरीदिये ताकि आप यह लेख को पढ़ सकें
Parth

Parth

Bahut khub 👌👌👌

5 फरवरी 2022

17 जनवरी 2022

काव्या सोनी

काव्या सोनी

Behtreen part dear awesome Likha aapne 👏👏

12 जनवरी 2022

7
रचनाएँ
नन्ही कुमुद
5.0
इस कहानी के माध्यम से यह बताया गया है कि एक छोटी सी बच्ची ने कैसे सभी डाकुओं को सुधार दिया और सब को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया।
1

नन्ही कुमुद(भाग-1)

8 जनवरी 2022
6
2
3

साहब सिर्फ पांच हजार रुपये का कर्ज लिया था, आज चुकाते हुए एक वर्ष हो गए। फिर भी यह साहूकार कहता है कि दस हजार बकाया है, पांच हजार रुपये हर महीने का देता है। छः हजार रूपये तो दे चुका हूं और

2

नन्ही कुमुद(भाग-2)

11 जनवरी 2022
4
2
3

लगभग 1600 सालों के दशक से जब ओरहठा नरेश वीरसिंग जूदेव की सियासत हुआ करती थी, और बंगरा पहाड़ियों में अलक नारायण के बुजुर्गों का एक छत्र राज हुआ करता था जो हमेशा जूदेव सरकार के दुर्ग की ढाल बनकर आक्रमणक

3

नन्ही कुमुद(भाग -3)

14 जनवरी 2022
4
2
1

दिन ब दिन दूर-दूर गांव से दान पेटी में अनेकों समस्या आती है। वही रामदास का गिरोह एक विशाल सेना का रूप लेता जा रहा था, अब वह पूरे राज्य में उस मंदिर के देवता का सच्चा सेवक माना जाने लगा था। &nbs

4

नन्ही कुमुद(भाग-4)

15 जनवरी 2022
3
1
0

काफी दिनों बाद दान पेटी से अबीर लगा एक खत प्राप्त हुआ, जिसके अंदर एक और खत था। पहला खत खोलने पर पंडित जी ने देखा उस खत पर लिखा था,यह खत सिर्फ विशेष रूप से रामदास प्रमुख को दिया जाए। अति विशिष्ट और गोप

5

नन्ही कुमुद(भाग- 5)

17 जनवरी 2022
3
2
1

सूर्य की पहली किरण के साथ हथियारों के बंकर से खनखन की आवाज और अलग-अलग बावडियों से से खबरियों की फुसफुसाहट के साथ सभी गुट प्रमुख जिन्हें रात्रि में अपनी अपनी जिम्मेदारियां सौंपी गई थी, &nb

6

नन्ही कुमुद(भाग-6)

19 जनवरी 2022
0
1
0

प्रातः पूजन के पश्चात रामदास पंडित जी और गुप्तयोगी को भी साथ ले अवधेश कुमार के गाँव की ओर बढ़ चल।पंडित और गुप्तयोगी, रामदास के निर्णय को लेकर हमेशा से ही असमंजस में नजर आते थे क्योंकि रामदास एक अलग ही

7

नन्ही कुमुद(अंतिम भाग )

20 जनवरी 2022
3
2
1

जमीदार के भीतर जाते ही रामदास ने जेब में हाथ डाला और दो लिफाफे पंडित और गुप्त रोगी को थमा दिए। दोनों ने जैसे ही उसे खोल कर देखा तो दंग रह गए क्योंकि रामदास ने कल्याणी और गुप्त योगी की कुंडलियां विवाह

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए