गौरव की गौरव गाथा एक कविता संग्रह है, इसमें सारी की सारी मेरे द्वारा रचित कविताएं हैं
कुछ हीरो ऐसे भी होते है जिनका मेकअप राख के पाऊडर और चिंगारी की चमक से होता है। जिनकी शूटिंग दहकते शोलों के बीच होती है और उन्हें पता नहीं होता कि ये ट्रेलर है या उनकी फ़िल्म बन गई! मगर अभी पिक्चर बाकि है दोस्त! पूरी पिक्चर जानने के लिए बुक के पन्ने
यह कहानी एक काल्पनिक कहानी है जिसका किसी व्यक्ति से कोई सम्बन्ध नहीं है। राजस्थानी लड़की सिया जिसके पिता की जान उसको बचाने मे चली जाती है क्योंकि उसका जन्म उस गांव मे होता है जहां लड़की को अपशकुन और बोझ मानकर पेट मे ही मार दिया जाता है। सिया बडी जाती
सीमा सुरक्षा में लगे सिपाही को कभी-कभी अपनी हृदय की भी सुननी पड़ती है। कभी-कभी मानवता भी दिखानी पड़ती है । मानता वाली भावना की वजह से सीमा सुरक्षा में तैनात सिपाही धर्म संकट में पड़ जाता है।
किताब कैसे एक अल्लाउदीन का चिराग है जिससे जो भी चाहो हमें बिना मांगे ही मिल जाता है, बडी रंगीन होती है ये किताबों की दुनिया, जो नाम पहचान ही नहीं दिल में जगह भी दिलाती है!
मैं इस किताब में मन में आये विचारों को सूक्ष्म रूप से शेर या शायरी के रूप में लिखने का प्रयास कर रहा हूँ।मुझे उर्दू शब्द काफी आकर्षित करते हैं।कोशिश कर रहा हूँ उन शब्दों के माध्यम से अपने जज्बातों को व्यक्त कर सकूँ।उम्मीद है कि मेरा यह प्रयास आप लोगो
ये शब्द ही हैं जो किसी के चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं तो किसी की आंखों में पानी हर शब्द की होती अपनी अलग कहानी
नकारात्मक और सकारात्मक सोच
दैनिक टॉपिक पर अपने विचार व्यक्त करूंगी...
उस पुस्तक में शब्द प्रतियोगिता के दैनिक प्रतियोगिता के विषय पर लिखें गए लेख, कहानी, संस्मरण, और कविता सम्मिलित हैं।