दिल्ली से बैठै वनीता को बस दस मिनट ही हुये थे। उसने नजर घुमाई पर कोइ भी लेडीज नही थी। पास के सिट वाल
तथाकथित आज़ादी !!!!!!!! कहते रहे चरख़े से आई !!!! कंगना ने आजादी दिलवाने वाले कथित का
भाग 1
कुसुम.... अरी ओ कुसुम.... कहाँ हैं.... ये लड़की भी ना पता नहीं कहाँ चलीं जाती हैं.... इतनी बड़ी हो ग
क्या हमे पुलिस को इसकी जानकारी देनी चाहिए , पता नही इसक
मुंबई सुबह की भागदौड़ ओर रात का रंगीन सहर, सपनो का सहर जह
साहिल ने स्टोररूम में पड़े एक पुराने गद्दे को जमीन पर दीवार से लगाकर बिछाया और दीवार से टिककर बैठ गय
अल्ताफ के फोन आने के क़रीब एक घंटे बाद उसका एक बंदा साहिल को एक लिफ़ाफा दे गया।
बड़े भयावह होते हैं ये अंधेरे रास्ते
अपराध की दुनिया की ओर ज
लखीमपुर खीरी राजनितिक पर्यटन हो गया है? या लखनऊ से सियासत का पतन
कैरी की गाड़ी को मिसाईल हमले में ध्वस्त होता देख, वह आदमी सहम सा ग
उसी समय ट्रेड सेंटर के गेट से दोनों गाड़ियाँ बाह
एरोचीफ कर्नल बत्रा का इस मिशन के लिए अंतिम निर्
रॉकेट के हमले से ट्रेड सेंटर में खलबली मच गयी। चायनीज आर्मी के जव
लोकेशन सिक्स,
इंडियन सेफ हाउस