मेरी 1970 की रचनाएँ इस पुस्तक में संग्रहित की गयी है। उस काल में मैं दशवीं कक्षा में पढता था। दशम कक्षा में मैं एक हस्त निर्मित कापी में अपनी कविताएँ फेअर करके लिखता था और वह सहेज के रखी हुई कापी इस समय लगभग 70 वर्ष की अवस्था में मेरे बहुत काम आई। उस कापी में मेरी उस समय की लगभग 25 के करीब रचनाएँ हैं। उस समय की मैं 21 कविताएँ इस पुस्तक के माध्यम से आज आप सभी पाठक वृंद से साझा कर रहा हूँ। बासुदेव अग्रवाल 'नमन' तिनसुकिया (असम)
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