"पद"भैया चंद्रयान ले आओमैं हूँ चंद्रमा घटता बढ़ता, आकर के मिल जाओउड़नखटोला ज्ञान भारती, ला झंडा फहराओइंतजार है बहुत दिनों से, इसरो दरस दिखाओलेकर आना सीवन साथी, आ परचम लहराओराह तुम्हारी देख रहीं हूँ, मम आँगन इतराओस्वागत करती हूँ भारत का, ऋषिवत ज्ञान खिलाओबड़े जतन से राखूंगी मैं, अपनी चाल बढ़ाओकहती रहती द
भारत का चंद्रयान 2 मिशन फेल रहा परन्तु यदि यह सफल होता तो इससे आम आदमी को क्या लाभ होता।क्या वह चांद पर जाकर रह सकता था ?क्या वह चांद पर घर खरीद सकता था ?या फिर यह सब झूठी शान दिखाने या नेताओं और पूंजीपतियों द्वारा गरीबों के पैसे पर चांद पर अयाशी करने का माध्यम बनता औ
चंद्रयान-2 की लॉन्च रिहर्सल सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है. इस दौरान सबकुछ नॉर्मल रहा. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक चंद्रयान-2 को पूर्व निर्धारित समय के 7 दिन बाद 22 जुलाई को लॉन्च किया जाएगा. इससे पहले 15 जुलाई को चंद्र
20जुलाई से ठीक 50 साल पहले नील आर्मस्ट्रांग,माइकल कालिंस और एडविन एल्ड्रिन, एक रोमांचकयात्रा पर गए । उस वक्त किसी ने सोचा भी नहीं था कि जिस काम के लिए वे दोनों चाँद परजा रहे थे, उसमें सफल होंगे भी या नहीं । लेकिन आंखों मेंढेरों सपने लिए