shabd-logo

दिल का दुखना

3 अक्टूबर 2021

23 बार देखा गया 23


✍️कई बार ऐसा हुआ है। अब तो आदि हो गये हैं अपनी आलोचना सुनने के। परन्तु स्वयं को टटोला तो पाया कि हम किसी को इतना महत्व ही क्यों देते हैं कि कोई भी हमें मौका मिलते ही आहत करने पर उतारू हो जाता है। आखिर हममें क्या कभी है और दुनिया में ऐसा कौन सा व्यक्ति है जो पूर्ण रूप से सर्वश्रेष्ठ है। कुछ लोगों कि फितरत होती है अपने को श्रेष्ठ और अन्य को नीचा दिखाना परन्तु ऐसे लोगों कि वजह से हम क्यों दुखी हो । जब हम पूरे विश्वास से अपने कर्त्तव्यों को पूर्ण श्रद्धा और निष्ठा से करते हैं साथ ही ये ध्यान रखते हैं कि कोई हमारी वजह से आहत न हो तो फिर हम अपने आत्मसम्मान को ठेस क्यों पहुंचने देते हैं। सिर्फ उस मोह के कारण जो हमें हमारे अपनों से बांधे रखता है। आखिर हम अपनों से इतना मोह ही क्यों रखते हैं कि हमें उनके कारण बार बार आहत होना पड़े। जब हम अपनी कदर स्वयं नहीं करेंगे तो कोई अन्य भी नहीं करेगा। सर्वप्रथम स्वयं को महत्व दीजिए और स्वयं से जुड़ी महत्वकांक्षाओ की पूर्ति कीजिए ना कि उनकी आहुति। स्वयं को इतना मजबूत बनाइए कि किसी की कही बातों का आप पर कोई असर ना हो । हम सभी एक दूसरे के पूरक तथा सहयोगी हैं। यदि हम किसी पर निर्भर हैं तो हम पर भी बहुत कुछ निर्भर है। हम जुबान से नहीं दिल से इज्जत करते हैं इसलिए खामोश रहती हैं परंतु जब सब्र का बांध टूटता है तो ईट से ईट बजा देती हैं। 
"सुनो सबकी लेकिन करें अपने मन की"

किसी की खामोशी को इतना ना सताए कि आपकी
बनी- बनाई इज्जत एक पल में ही ढेर हो जाए🙏
20
रचनाएँ
ह्रदय लेख
0.0
🍀🍀दिल से निकली, खुले विचारों से लिखी। ज़िंदगी की हकीकत से रूबरू कराती है। संक्षेप में बहुत कुछ कह जाती है। अनजाने में ही सही अपने अस्तित्व का अहसास कराती।🌻🌻
1

दोस्ती

29 सितम्बर 2021
2
3
0

<p> ✍️ दोस्ती की सच्ची और जीवंत मिसाल हम सभी के समक्ष उपलब्ध है जिस का सदुपयोग हमारी दिनचर्या म

2

अनुनय

29 सितम्बर 2021
5
2
3

<p style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: &quot;Times New Roman&quot;; font-size: medium;"><font d

3

सफर

29 सितम्बर 2021
3
2
3

<p style="color: rgb(55, 71, 79); font-family: Roboto, sans-serif; font-size: medium; letter-spacing

4

नन्ही उम्मीदें

29 सितम्बर 2021
1
3
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️चंचल चितवन चित्त के भीतर <br> घनघोर घटाएं उठती हैं।<br> कच्ची कलिया

5

तांडव

30 सितम्बर 2021
4
4
2

<div align="left"><p dir="ltr">✍️<br> सृष्टि का कर्ता भी, उस पल को कोसता होगा<br> क्यों ? नर रू

6

जीवन लक्ष्य

30 सितम्बर 2021
3
3
1

<div>✍️प्रत्येक व्यक्ति अपनी मानसिक, आर्थिक, शारीरिक,क्षमता के अनुसार अपना लक्ष्य निर्धारित करता है।

7

वहां कौन रहता है?

1 अक्टूबर 2021
3
3
2

<div>✍️</div><div> ☘️☘️ कौन वहां पर रहता है, किसे ख़बर है इसकी</div><div> &n

8

हमसफर

1 अक्टूबर 2021
1
1
0

<div align="left"><p dir="ltr"></p> <p dir="ltr">✍️साथ तुम भी हो , तो साथ हम भी हैं<br> संग में कुछ

9

खोजी

1 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">🌺🌺जिन खोजा तिन पाइयां, गहरे पानी पैठ<br> मैं बापुरा बैठन डरा, रहा क

10

उड़ान

1 अक्टूबर 2021
1
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️जन्मभूमि ही कर्मभूमि हैं,------<br> इसको बिल्कुल भी बिसराना ना ।<br

11

उम्मीद

2 अक्टूबर 2021
0
2
0

<div align="center"><p dir="ltr"><br></p></div> <div align="left"><p dir="ltr">✍️उम्मीद - हमारी

12

दिल का दुखना

3 अक्टूबर 2021
3
2
0

<div><br></div><div><br></div><div>✍️कई बार ऐसा हुआ है। अब तो आदि हो गये हैं अपनी आलोचना सुनने के। प

13

वक़्त

3 अक्टूबर 2021
2
3
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️<br> ए वक्त जरा-- आहिस्ता चल,<br> यह पल नहीं ---लौटेगा कल ।<br> इस

14

तथ्य जो--सत्य और अटल है।

5 अक्टूबर 2021
1
1
0

<div><br></div><div><br></div><div>✍️विचित्र सी है ये दुनिया और विचित्र हैं इसके रीति-रिवाज या, यूं

15

बचत

5 अक्टूबर 2021
0
1
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️ तीन अक्षर के इस शब्द में बहुत कुछ समाया है<br> जीवन को

16

किनारा

7 अक्टूबर 2021
2
4
1

<div align="left"><p dir="ltr">🌺🌺 ✍️ यह जीवन ---- समुद्री तूफान सा है,<br> जिसमें अनगि

17

अदृश्य

8 अक्टूबर 2021
1
2
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️पता नहीं कौन सी है ? वो --- राशि<br> न जाने किस देश का है वासी ।।</

18

खुशियों का ठिकाना

10 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️<br> साहब -- खुशियों का भी क्या?<br> कोई ठिकाना होता है।<br> जीवन म

19

प्यार की हकीकत

4 मार्च 2022
0
0
0

✍️प्यार --- हर दिल में बसा वो अहसास है, जो बिन वीणा के बजाता सुर और ताल है ।। सृष्टि का कण कण-कण इसका आभारी है ये दुनिया प्यार से सींची हुई ही इक फुलवारी है ।। प्यार हंसाता, प्यार रुलाता ये-- रिश्तों

20

रंगीली होली

18 मार्च 2022
0
0
0

✍️ होली रे होली, रंगों की हमजोली प्रेम भाव के इंद्रधनुष सी------ सदा भरी रहे सभी की झोली ।। मुबारक हो आपको रंग,रोली और गुलाल कातू-तू, मैं-मैं छोड़, आनन्द उठाओ मिल आज का ।।हर चेहरे पर खु

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए