shabd-logo

तथ्य जो--सत्य और अटल है।

5 अक्टूबर 2021

24 बार देखा गया 24


✍️विचित्र सी है ये दुनिया और विचित्र हैं इसके रीति-रिवाज या, यूं कहो ढोंगी आडंबर। जहां लोग इंसान के जन्म, विवाह, आदि अनेकों उत्सवों को जिस हर्षोल्लास से मनाते हैं वो तो समझ आता है। परन्तु किसी वृद्ध की मृत्यु के सभी क्रियाक्रमों को एक जश्न या उत्सव का रूप देना ये समझ नहीं आता। आखिर! किन वेद, पुराणों, आदि ग्रंथों में इनका उल्लेख वर्णित किया गया है।

           वहीं किसी किशोर या बालक की मृत्यु पर मातम मनाया जाता है तथा चहुंओर शोक का वातावरण व मायुसी छाईं रहती है। 
           
          क्या घर के किसी वृद्ध ( नींव का उखड़ जाना) का  इस संसार से प्रस्थान कर जाना, किसी हर्ष का कारण हो सकता है। 
          
         ऐसा क्यों होता है?  जबकि हम सब इस बात से भली-भांति परिचित हैं कि हर सजीव व निर्जीव का आदि और अंत निश्चित है। जो आया है सो जायेगा भी । इंसान जीते जी तो भेदभाव की नीति अपनाता ही है फिर अंत होने के पश्चात भी ये भेदभाव, झूठा आडंबर क्यों और किसके लिए? जो पंच तत्व में विलीन हो अपनी आत्मा के साथ किसी अन्य रुप को ग्रहण कर चुका होता है और उसके पुनर्जन्म का हमें तनिक भी अहसास नहीं होता।
         
         जब ईश्वर मनुष्य के सभी अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसी के अनुसार उसे जीवन-मरण का वरदान प्रदान करते हैं तो हम विधाता के विधि विधान में उंगली / टांग ( ढोंग, दिखावा) करने वाले कौन होते हैं आखिर हम भी तो उस ईश्वर की ही संतान हैं। 
         
         कहने का तात्पर्य यह है कि हम अपनी परंपराओं के अनुरूप अपनी खुशी  तथा विलाप, वेदनाओ को उतनी श्रद्धा से  उजागर नहीं कर पाते जो असल रूप में हमारी संस्कृति की देन है,  बल्कि हम उस चकाचौंध, दिखावटी व बनावटी परंपराओं के प्रति ज्यादा उत्तेजित व उत्साहित रहते हैं जो पूर्ण रूप से पाश्चात्य संस्कृति से सराबोर है और जो पूर्ण तौर पर भारतीय संस्कृति पर हावी हो चुकी है। 
         
         आज पाश्चात्य संस्कृति ने अपना रूप परिवर्तित कर भारतीय संस्कृति को अपने आगोश में समेट रखा है अर्थात यह कहना गलत नहीं होगा कि पाश्चात्य संस्कृति भारतीय संस्कृति में प्रवेश कर (घुलमिलकर) भारतीयों को अपने रंग में पूर्ण रूप से रंग चुकी है।🙏
         
           
20
रचनाएँ
ह्रदय लेख
0.0
🍀🍀दिल से निकली, खुले विचारों से लिखी। ज़िंदगी की हकीकत से रूबरू कराती है। संक्षेप में बहुत कुछ कह जाती है। अनजाने में ही सही अपने अस्तित्व का अहसास कराती।🌻🌻
1

दोस्ती

29 सितम्बर 2021
2
3
0

<p> ✍️ दोस्ती की सच्ची और जीवंत मिसाल हम सभी के समक्ष उपलब्ध है जिस का सदुपयोग हमारी दिनचर्या म

2

अनुनय

29 सितम्बर 2021
5
2
3

<p style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: &quot;Times New Roman&quot;; font-size: medium;"><font d

3

सफर

29 सितम्बर 2021
3
2
3

<p style="color: rgb(55, 71, 79); font-family: Roboto, sans-serif; font-size: medium; letter-spacing

4

नन्ही उम्मीदें

29 सितम्बर 2021
1
3
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️चंचल चितवन चित्त के भीतर <br> घनघोर घटाएं उठती हैं।<br> कच्ची कलिया

5

तांडव

30 सितम्बर 2021
4
4
2

<div align="left"><p dir="ltr">✍️<br> सृष्टि का कर्ता भी, उस पल को कोसता होगा<br> क्यों ? नर रू

6

जीवन लक्ष्य

30 सितम्बर 2021
3
3
1

<div>✍️प्रत्येक व्यक्ति अपनी मानसिक, आर्थिक, शारीरिक,क्षमता के अनुसार अपना लक्ष्य निर्धारित करता है।

7

वहां कौन रहता है?

1 अक्टूबर 2021
3
3
2

<div>✍️</div><div> ☘️☘️ कौन वहां पर रहता है, किसे ख़बर है इसकी</div><div> &n

8

हमसफर

1 अक्टूबर 2021
1
1
0

<div align="left"><p dir="ltr"></p> <p dir="ltr">✍️साथ तुम भी हो , तो साथ हम भी हैं<br> संग में कुछ

9

खोजी

1 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">🌺🌺जिन खोजा तिन पाइयां, गहरे पानी पैठ<br> मैं बापुरा बैठन डरा, रहा क

10

उड़ान

1 अक्टूबर 2021
1
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️जन्मभूमि ही कर्मभूमि हैं,------<br> इसको बिल्कुल भी बिसराना ना ।<br

11

उम्मीद

2 अक्टूबर 2021
0
2
0

<div align="center"><p dir="ltr"><br></p></div> <div align="left"><p dir="ltr">✍️उम्मीद - हमारी

12

दिल का दुखना

3 अक्टूबर 2021
3
2
0

<div><br></div><div><br></div><div>✍️कई बार ऐसा हुआ है। अब तो आदि हो गये हैं अपनी आलोचना सुनने के। प

13

वक़्त

3 अक्टूबर 2021
2
3
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️<br> ए वक्त जरा-- आहिस्ता चल,<br> यह पल नहीं ---लौटेगा कल ।<br> इस

14

तथ्य जो--सत्य और अटल है।

5 अक्टूबर 2021
1
1
0

<div><br></div><div><br></div><div>✍️विचित्र सी है ये दुनिया और विचित्र हैं इसके रीति-रिवाज या, यूं

15

बचत

5 अक्टूबर 2021
0
1
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️ तीन अक्षर के इस शब्द में बहुत कुछ समाया है<br> जीवन को

16

किनारा

7 अक्टूबर 2021
2
4
1

<div align="left"><p dir="ltr">🌺🌺 ✍️ यह जीवन ---- समुद्री तूफान सा है,<br> जिसमें अनगि

17

अदृश्य

8 अक्टूबर 2021
1
2
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️पता नहीं कौन सी है ? वो --- राशि<br> न जाने किस देश का है वासी ।।</

18

खुशियों का ठिकाना

10 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">✍️<br> साहब -- खुशियों का भी क्या?<br> कोई ठिकाना होता है।<br> जीवन म

19

प्यार की हकीकत

4 मार्च 2022
0
0
0

✍️प्यार --- हर दिल में बसा वो अहसास है, जो बिन वीणा के बजाता सुर और ताल है ।। सृष्टि का कण कण-कण इसका आभारी है ये दुनिया प्यार से सींची हुई ही इक फुलवारी है ।। प्यार हंसाता, प्यार रुलाता ये-- रिश्तों

20

रंगीली होली

18 मार्च 2022
0
0
0

✍️ होली रे होली, रंगों की हमजोली प्रेम भाव के इंद्रधनुष सी------ सदा भरी रहे सभी की झोली ।। मुबारक हो आपको रंग,रोली और गुलाल कातू-तू, मैं-मैं छोड़, आनन्द उठाओ मिल आज का ।।हर चेहरे पर खु

---

किताब पढ़िए