✍️चंचल चितवन चित्त के भीतर
घनघोर घटाएं उठती हैं।
कच्ची कलियां अपने नैनों में
स्वप्न सलोने बुनती हैं।
सूरज की पहली किरणों से
नन्हीं-नन्हीं उम्मीद लिए, कि फिर से
शुष्क सुमन सब खिल जाएंगे
खुशियों के चमन लहराएंगे।।🙏
29 सितम्बर 2021
✍️चंचल चितवन चित्त के भीतर
घनघोर घटाएं उठती हैं।
कच्ची कलियां अपने नैनों में
स्वप्न सलोने बुनती हैं।
सूरज की पहली किरणों से
नन्हीं-नन्हीं उम्मीद लिए, कि फिर से
शुष्क सुमन सब खिल जाएंगे
खुशियों के चमन लहराएंगे।।🙏
7 फ़ॉलोअर्स
✍️मेरी रचना को चखना जरूर ये दिल से निकल, पन्नों पर उभरी हैं। जज्बातों और उमंगों की ढेरी लिए अपना हुनर दिखाने को, निकली गली-गली यह फेरी है ।।🙏 D